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फूड पॉइजनिंग, मॉनसून में भूलकर भी ये गलतियां न करें

Shiddhant Shriwas
29 July 2021 7:49 AM GMT
फूड पॉइजनिंग, मॉनसून में भूलकर भी ये गलतियां न करें
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मॉनसून के महीने में पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है, ऐसे में खानपान को लेकर बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. दूषित और गलत खानपान से फूड पॉइजनिंग का रिस्क काफी बढ़ जाता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मॉनसून के महीने में तमाम चीजों को न खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस मौसम में हमारा पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. ऐसे में भारी चीजें ठीक से डाइजेस्ट नहीं हो पातीं. वहीं अगर इस मौसम में आपने खानपान में लापरवाही बरती या कुछ गलत खा लिया तो फूड पॉइजनिंग होने का रिस्क भी काफी बढ़ जाता है. खाने में फूड प्वॉइजनिंग के बैक्टीरिया बहुत तेजी से पनपते हैं और खाने के जरिए हमारे श​रीर में पहुंचकर ये बैक्टीरिया ज़्यादातर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट को परेशान करते हैं.

यही वजह है कि फूड प्वॉइजनिंग को गैस्ट्रोएंट्राइटिस के नाम से भी जाना जाता है और फूड पॉइजनिंग होने पर लोगों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बुखार जैसी समस्या होती हैं. इसलिए हमें मौसम के हिसाब से अपने खानपान को लेकर बहुत सजग रहने की जरूरत होती है. जानिए कौन से बैक्टीरिया होते हैं फूड पॉइजनिंग की वजह और ये किस तरह के फूड में पनपते हैं.
1. साल्मोनेला
साल्मोनेला बैक्टीरिया का एक समूह होता है जो ज्यादातर अधपके खाने में पनपता है. इसलिए जब आप अधपका मीट, अनपेस्टेयराइज़्ड मिल्क या चीज़ का सेवन करते हैं तो फूड पॉइजनिंग होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है. इसके अलावा कुछ तरह के फल जैसे खरबूजे, तरबूज और स्प्राउट्स में भी ये बैक्टीरिया पनप सकता है. इसके खाने के बाद तुरंत आपको फूड पॉइजनिंग के लक्षण नजर नहीं आते. लक्षण सामने आने में एक से तीन दिनों तक का समय लग सकता है.
2. क्लॉस्ट्रीडियम परफ्रिंगेन्स
ये बैक्टीरिया अक्सर उन फूड्स में पाया जाता है जो बल्क में बनाए जाते हैं. ज़्यादातर कैंटीन, कैफेटेरिया, हॉस्पिटल या केटर्ड इवेंट्स के फूड को खाने के बाद आपको इस बैक्टीरिया की वजह से समस्या हो सकती है. ऐसे में आपको पेट में दर्द या मरोड़ और डायरिया जैसी परेशानी हो सकती है और आप कुछ दिनों तक बीमार रह सकते हैं.
3. नोरोवायरस
नोरावायरस को फूड पॉइजनिंग के खास कारणों में से एक माना जाता है. इसे स्टमक फ्लू भी कहा जाता है. नोरोवायरस दूषित चीजों खाने से शरीर को नुकसान पहुंचाता है. साथ ही नोरावायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से, कॉमन प्लेस जैसे दरवाज़ा या खिड़की आदि जिसे संक्रमित व्यक्ति ने छुआ हो, उसे छूने से आपको भी प्रभावित कर सकता है. इससे बचने के लिए साफ सफाई का खास खयाल रखने की जरूरत होती है. मॉनसून के महीने में तो खासतौर से दूषित भोजन करने से बचें और सफाई का खयाल रखें. इसके लक्षण एक से तीन दिनों तक रह सकते हैं.
4. लिस्टेरिया
ये बैक्टीरिया लो तापमान में भी पनप सकता है, इसलिए फ्रिज में रखी चीजों में भी ये आसानी से ग्रो कर जाता है. ये बैक्टीरिया फिश, अनपेस्टेयराइज़्ड चीज़, आइसक्रीम आदि में भी हो सकता है. इसके लक्षण 24 घंटे के अंदर आपको दिखने लगते हैं और उल्टी, घबराहट आदि शुरू हो जाती है.


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