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जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दिल के मरीजों की संख्या में रोजाना बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है। इस बीमारी के चलते हर साल हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। खासकर कोरोना वायरस से ह्रदय संबंधी बीमारियों के मरीजों को अधिक नुकसान पहुंचा है। विशेषज्ञों की मानें तो ह्रदय की गिनती शरीर के मुख्य अंगों में की जाती है। इसका प्रमुख कार्य शरीर में रक्त को पंप करना है। रक्त में कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के सुचारू रूप से काम करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ह्रदय को सही तरीके से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन युक्त रक्त की जरूरत पड़ती है। ह्रदय को रक्त आपूर्ति धमनियों के माध्यम से होती है। इसे रक्त वाहिकाएं भी कहा जाता है। रक्त धमनियां में किसी प्रकार की बाधा आने से हृदय में रक्त प्रवाह कम हो जाता है। इस स्थिति में ह्रदय घात का खतरा बढ़ जाता है। रक्त में फैट और कॉलेस्ट्रोल समेत अन्य चीजों के जमा होने से धमनियों में ब्लॉकेज होती है। वहीं, मस्तिष्क की ओर जाने वाली धमनियों में प्लाक जमा होने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए ह्रदय की सेहत पर विशेष ध्यान दें। वहीं, धमनियों में प्लाक बनने से रोकने के लिए ये ईजी टिप्स जरूर टिप्स फॉलो करें-
-हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो धमनियों में प्लाक बनने से रोकने के लिए सबसे पहले जागरूकता जरूरी है। अगर आप सेहत के प्रति जागरुक रहते हैं, तो बीमारियों को बढ़ने से रोकने में कामयाब हो पाते हैं। लापरवाही बरतने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके लिए खानपान और रहन-सहन में विशेष सुधार करें। अपनी डाइट में देसी घी, अखरोट, आंवला, मछली और एवाकोडो आदि चीजों को शामिल करें।
- साथ ही अपनी डाइट में फाइबर युक्त चीजों को अधिक से अधिक शामिल करें। इसके लिए गेंहू, ओट्स, दालें, सब्जियां और बीन्स का सेवन करें।
-सेहतमंद रहने के लिए रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें। आप चाहे तो ब्रिस्क वॉकिंग, स्वमिंग (तैरना), योग और प्राणायाम कर सकते हैं।
-डाइट में हानिकारक वसा को बिल्कुल शामिल न करें। इसके लिए रोजाना खाने वाले तेल (वेजिटेबल ऑयल), प्रोसेस्ड मीट, रेड मीड आदि चीजों का सेवन कम करें। साथ ही डाइट में शुगर भी कम लें।
-हृदय को सेहतमंद रखने के लिए धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल न करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।