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डायबिटीज़ टाइप 1 हो टाइप- 2 दोनों ही सेहत को कई तरह से प्रभावित करती हैं लेकिन जहां टाइप- 1 को कंट्रोल करना सिर्फ मेडिसिन्स द्वारा संभव होता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | टाइप-1 डायबिटीज़ का इलाज थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन टाइप-2 डायबिटीज़ का काफी हद तक खानपान और लाइफस्टाइल से कंट्रोल में रखा जा सकता है। वैसे तो कई तरह की सब्जियां और फलों को खाने की सलाह इस समस्या में दी जाती है लेकिन हम आपको आज यहां बहुत ही गिने-चुने और बेहद कारगर चीज़ों के बारे में बताएंगे।
1. गाजर
अगर आप रोजाना के खाने में बस आधी गाजर ही उबालकर खाते हैं तो डायबिटीक रेटिनौपैथी और डाइबिटीक न्यूरौपैथी की दिक्कत से बचाव होगा।
2. भिंडी
भिंड़ी के दो से तीन टुकड़ों में काट लें और इसे एक गिलास पानी में रातभर भिगोकर छोड़ दें। सुबह खाली पेट इस पानी को पिएं। वैसे भिंडी को भी खाया जा सकता है। ये नुस्खा टाइप-2 डायबिटीज़ मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।
3. जूस
ताजे अदरक, आंवला और ताजी हल्दी का रस खाली पेट पीना शुगर के मरीजों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी है। इससे टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल में रहती है साथ ही साथ लिवर, हार्ट और किडनी भी लंबे समय तक हेल्दी बने रहते हैं। लेकिन इस जूस का सेवन लगातार करना होगा।
4. सूप
डायबिटीज के मरीजों को खासतौर से प्याज, ग्वारफली और भिंडी का सूप पीना चाहिए। जो शुगर को कंट्रोल में रखने के साथ ही डाइजेशन और आंखों के लिए भी काफी फायदेमंद पेय है।
5. ब्रिस्क वॉक
बॉडी को एक्टिव बनाए रखने के लिए रोजाना 35 से 40 मिनट तेजी से टहलना चाहिए। वॉक बॉडी को एक्टिव रखने के सबसे आसान तरीकों में से एक है।
6. सूर्य नमस्कार
वैसे तो डायबिटीज़ के मरीजों के लिए पश्चिमोत्तानासन, मंडूक, अर्ध मत्स्येंद्रासन जैसे आसनों को करने का सुझाव दिया जाता है लेकिन अगर आप इन्हें सही तरीके से नहीं कर पाते तो सूर्य नमस्कार को तो जरूर अपने रूटीन में शामिल करें। इससे पैंक्रियाज एक्टिव होता है, इंसुलिन का स्त्राव बेहतर होता है जिससे टाइप-2 डायबिटीज मरीजों को लाभ मिलता है।
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