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याददाश्त बढ़ाने के लिए अपनाएं ये टिप्स

Tara Tandi
26 Sep 2021 7:10 AM GMT
याददाश्त बढ़ाने  के लिए अपनाएं ये टिप्स
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व्यस्तता और तनाव के चलते ज्यादातर लोगों को भूलने की आदत हो गई है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| व्यस्तता और तनाव के चलते ज्यादातर लोगों को भूलने की आदत हो गई है। इस स्थिति में व्यक्ति की जुबान लड़खड़ाने लगती है। साथ ही व्यक्ति बोलने में भी असहज महसूस करने लगता है। वहीं, व्यक्ति तारीख, दिन, साल आदि मामूली चीजों को भी याद रखने में असमर्थ रहता है। विशेषज्ञों की मानें तो भूलने की बीमारी का मस्तिष्क से सीधा संबंध है। मानव शरीर की कार्यप्रणाली मस्तिष्क पर निर्भर है। मस्तिष्क के स्वस्थ रहने पर व्यक्ति मानसिक रूप से सेहतमंद रहता है। इसके लिए मानसिक सेहत का भी ख्याल रखें। अगर आप भी भूलने की आदत से परेशान हैं और निजात पाना चाहते हैं, तो ये आसान टिप्स जरूर फॉलो करें। इन टिप्स को फॉलो करने से दिमाग भी तेज होता है। आइए जानते हैं-

ब्रेन गेम खेलें

डॉक्टर्स बच्चे के मानसिक विकास, दिमाग तेज करने और याददाश्त बढ़ाने के लिए पजल गेम खलेने की सलाह देते हैं। इससे IQ स्तर में सुधार होता है। पजल केवल बच्चों के लिए नहीं, बल्कि बड़ो के लिए भी फायदेमंद है। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि कार्ड गेम, जिगसॉ पजल समेत दिमागी खेल खेलने से याददाश्त शक्ति बढ़ती है। इस दौरान दिमाग व्यस्त रहता है। इससे व्यक्ति की सोच, विचार और क्रिएटिविटी में भी निखार आता ह

दूसरी भाषा सीखें

अगर आप दो से अधिक भाषा बोलने में दक्ष हैं, तो यह आपके मस्तिष्क के लिए उत्तम है। PubMed Central में छपी एक शोध में खुलासा हुआ है कि नई भाषा सीखने से व्यक्ति की क्रिएटिविटी में निखार आता है। साथ ही याददाश्त शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा, बढ़ती उम्र के साथ भूलने की बीमारी का भी जोखिम कम होता है।

रोजाना ध्यान जरूर करें

प्राचीन समय से भारत में योग और ध्यान किया जाता है। वर्तमान समय में दुनिया के सभी देशों में योग और ध्यान किया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो दुनिया ने योग और ध्यान को अपनाया है। इससे मन और मस्तिष्क शांत रहता है। योगा एक्सपर्ट्स की मानें तो मेडिटेशन करने से तनाव और अवसाद में बहुत जल्द आराम मिलता है। इसके लिए रोजाना मेडिटेशन जरूर करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।



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