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रिलेशनशिप से जुड़े इन टिप्स को करें फॉलो

Tara Tandi
5 July 2022 11:00 AM GMT
रिलेशनशिप से जुड़े इन टिप्स को करें फॉलो
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भारतीय संस्कृति में जब किसी लड़की की शादी की जाती है, तो लड़का उम्र में उससे बड़ा देखा जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय संस्कृति में जब किसी लड़की की शादी की जाती है, तो लड़का उम्र में उससे बड़ा देखा जाता है. लेकिन लव मैरिज (Love Marriage) में ये मायने नहीं रखता कि लड़का बड़ा है, या लड़की. ऐसे तमाम लोग है जो अपने से बड़ी उम्र की लड़की से विवाह करते हैं. आमतौर पर लड़के और लड़की के बीच दो, तीन या अधिकतम चार साल उम्र का अंतर तो चल जाता है, लेकिन अगर अंतर इससे ज्यादा हो, तो तालमेल बैठाने में प्रॉब्लम आती है. वहीं अगर रिश्ते में लड़की ज्यादा बड़ी हो, तो समस्या कहीं ज्यादा होती है क्योंकि साइंस (Science) मानती है कि लड़कियां लड़कों की अपेक्षा जल्दी मैच्योर होती हैं.

ऐसे में लड़की के बड़े होने पर उनका मैच्योरिटी लेवल लड़के की अपेक्षा कहीं ज्यादा होता है. इससे दोनों के रिश्ते में कई बार आपसी अंडरस्टैडिंग विकसित नहीं हो पाती है और एज गैप के साइड इफेक्ट्स रिश्ते में नजर आते हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है, तो यहां जानिए कुछ ऐसे टिप्स जो इन एज गैप के साइड इफेक्ट्स को दूर करके आपके रिश्ते को मजबूत बनाने में मददगार हो सकते हैं.
मेंटली तैयार करें
सबसे पहली बात जब आपने अपने से कहीं बड़े उम्र के लड़के या लड़की से विवाह करने का आपने मन बना लिया है, तो खुद को मा​नसिक रूप से भी इसके लिए तैयार करें. बाद में एज गैप की बातें लोगों के मुंह से सुनकर आप पर इसका कोई असर नहीं होना चाहिए. शादी से पहले ही आप और पार्टनर अपनी एक्सपेक्टेशंस के बारे में एक दूसरे को बता दें. साथ ही कुछ वायदे करें, जिसमें से एक वादा ये भी होना चाहिए कि आप दोनों ही एक दूसरे की सोच को जबरन थोपने का प्रयास नहीं करेंगे. कहीं इस तरह की कोई समस्या रिश्ते में आती है तो आप दोनों उन्हें दूर करने के लिए पार्टनर से झगड़ा करने की बजाय आपस में बात करेंगे. ध्यान रखिए बात करने से तमाम समस्याओं का हल हो जाता है.
बहुत उम्मीद न करें
अगर आप पार्टनर की बहुत ज्यादा केयर करते हैं, तो ये जरूरी नहीं कि वो भी आपकी केयर उसी तरीके से करेगा, जैसे आप करते हैं. हर व्यक्ति एक दूसरे से अलग होता है, उसके जीने का तरीका भी अलग होता है. अपनी फीलिंग्स को एक्सप्रेस करने का तरीका भी अलग होता है. इसलिए अपने पार्टनर से किसी भी बात की बहुत ज्यादा उम्मीद न रखें. वो जैसा है, वैसा ही स्वीकार करें. अगर उसमें कोई गलत आदत है, तो उसे प्यार से सुधारें.
पार्टनर को सपोर्ट करें
किसी भी रिश्ते में एक दूसरे का सपोर्ट बहुत जरूरी होता है. कई बार ऐसी स्थिति आती है कि आपका पार्टनर ज्यादा मैच्योर होने की वजह से कुछ ऐसे फैसले ले लेता है, जो हो सकता है आपको अपनी उम्र पर समझ में न आएं. ऐसी स्थिति में उससे बहस करने की बजाय पार्टनर के नजरिए को समझने का प्रयास करें और उन्हें उनके फैसले में सपोर्ट करें. आपका ये सपोर्ट पार्टनर से आपके रिश्ते को और मजबूत बनाएगा. आप भी कोई फैसला पार्टनर से डिस्कस करने के बाद ही लें.
अलग चॉइस को एक्सेप्ट करें
उम्र के अंतर के चलते आप दोनों की पसंद भी एक दूसरे से अलग हो सकती है. ऐसे में ​पार्टनर का मजाक न बनाएं. दोनों एक दूसरे की पसंद का सम्मान करें और इसे स्वीकार करें. रिलेशनशिप में ऐसे तमाम फेज आते हैं, जहां पर समझदारी से एडजस्ट करने से बिगड़ी हुई बातें भी बन जाती हैं.
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