लाइफ स्टाइल

इन पांच तरीक़ों से एक मां की मॉर्निंग रूटीन बन जाती है स्ट्रेस-फ्री

Kajal Dubey
29 April 2023 2:29 PM GMT
इन पांच तरीक़ों से एक मां की मॉर्निंग रूटीन बन जाती है स्ट्रेस-फ्री
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अगर आप पैरेंट हैं तो आपका सबसे स्ट्रेसफ़ुल यानी तनाव वाला समय सुबह का होता होगा. बच्चों को स्कूल अभी के लिए ऑनलाइन स्कूल के लिए तैयार करना. आम दिनों की बात करें तो उनका टिफ़िन तैयार करना, बैग भरना और ख़ुद अपने ऑफ़िस के लिए तैयार होना. बेशक़ अभी लॉकडाउन की वजह से वर्क फ्रॉम होम कर रही हैं, पर उसके लिए तैयारी तो करनी ही होती है. यह सब करने और वह भी सुबह के एकदम से व्यस्त शेड्यूल में बिल्कुल थकानेवाला अनुभव होता है. हम यहां पांच तरीक़े बता रहे हैं, जिन्हें आज़माकर आप अपनी मॉर्निंग रूटीन को कम व्यस्त बना सकती हैं. और जब व्यस्त कम होंगी तो तनाव भी कम ही होगा.
पहली टिप: अपना और बच्चे का रात का सोने का समय फ़िक्स करें
देखिए अभी लॉकडाउन है आप और बच्चा दोनों ही घर से अपने काम कर रहे हैं इसलिए आपके सोने और जागने का रूटीन गड़बड़ा गया है. पहले जहां आप घड़ी में 10 जाती थीं, अब एक-दो घंटा लेट होने लगा है. आख़िर जब हम घर पर होते हैं, तब थोड़े रिलैक्स हो जाते हैं. ख़ासकर ऑफ़िशियल वर्किंग ऑवर के बाद. लेकिन लेट सोने का नतीजा यह होता है कि हमारी नींद सुबह देर से खुलती है और हमारे पास तैयारी के लिए समय नहीं होता. और हम हड़बड़ी में होते हैं, स्ट्रेस हमें धर दबोचता है. यही बात बच्चे पर भी लागू होती है. उसका स्लीपिंग पैटर्न बिगड़ता है और सुबह की आपकी रूटीन.
दूसरी टिप: छोटी-मोटी तैयारियां रात को ही कर लें
यह कोई अलग से बतानेवाली टिप तो है नहीं. दुनियाभर की मांएं रात को सुबह की काफ़ी तैयारी करके सोती हैं. पर जैसा कि हम कह चुके हैं, दिनभर घर पर ही तो रहना है, इस चक्कर में हम अपनी इस आदत को भूलने लगे हैं. जो निहायत ग़लत है. आप अपनी पुरानी आदत को बरक़रार रखिए. इससे आपको सुबह काफ़ी मदद मिल जाएगी और तनाव आपसे दूर ही रहेगा.
तीसरी टिप: अपने काम की प्राथमिकता तय करें
अगर आपको तनाव से बचना है तो अपनी मॉर्निंग रूटीन यानी सुबह की दिनचर्या को सिम्पल रखना होगा. आप सुपरवुमन नहीं हैं, आपको यह बात याद रखनी चाहिए. यह टर्म केवल आपके ऊपर काम का बोझ लादने के लिए बनाया गया है. तो आप उन बेहद ज़रूरी चीज़ों की लिस्ट बना लें, जिन्हें करना ही है, बाक़ी चीज़ों के लिए बेवजह का लोड न लें. ऐसा करने से आप तनाव से बची रहेंगी. कुछ काम घर के दूसरे सदस्यों पर भी डालना सीखें. जब सब लोग मिलकर हाथ बटाएंगे, तब वे आपका तनाव अपने आप छूमंतर हो जाएगा. फटाफट सारे काम निपटाने के बाद आपको अपने लिए भी समय मिलेगा. यही मी-टाइम आपको ख़ुश रखेगा. तो काम के मामले में स्मार्ट बनें.
चौथी टिप: हर चीज़ के लिए जगह तय करने से आपका काम आसान होगा
सुबह की भागदौड़ के दौरान तनाव बढ़ाने का काम कौन करता है? आपने कभी सोचा है? सुबह तनाव बढ़ानेवाला सबसे बड़ा कारक है, समय पर सामान न मिल पाना. आप या बच्चा कोई चीज़ ढूंढ़ते हुए पूरा घर छान मारते हैं, सबकुछ उटल-पुलट डालते हैं. पर आपके हाथ वह सामान नहीं खीझ, ग़ुस्सा और तनाव लगता है. आगे से ऐसा न हो इसलिए ज़रूरी है हर छोटे-बड़े सामान को घर में रखने की जगह तय कर दें. बच्चों की पढ़ाई के लिए ज़रूरी चीज़ें एक जगह हों. उनके खेलने के सामान रखने की जगह अलग हो. आपके छोटे-मोटे पर बेहद अहम् सामान, जैसे-पर्स, चाबी, फ़ोन आदि रखने की एक नियत जगह हो. इससे होगा यह कि सुबह-सुबह इन छोटी-छोटी चीज़ों को खोजने में आपका वक़्त नहीं खोएगा.
पांचवीं टिप: दिन बड़ा नहीं हो सकता, पर आपकी सुबह जल्दी हो सकती है
यह तो मानी हुई बात है कि हम सभी को रोज़ाना 24 घंटे दिए जाते हैं, पर कुछ लोग अपना काम इतने समय में निपटा लेते हैं और कुछ लोग समय की कमी का रोना रोते रहते हैं. ऐसा क्यों? क्योंकि लोगों का टाइम मैनेजमेंट ख़राब होता है या वे काम दूसरों की तुलना में थोड़ा स्लो करते हैं. अगर आप भी इसी कैटेगरी में आती हैं तो अपने दिन की शुरुआत रोज़ाना से 15 मिनट या आधा घंटा पहले करें. उसके बाद कमाल देखिए. आपको ख़ुद भी यक़ीन नहीं होगा कि आपने सारे काम बिना किसी तनाव के पूरा कर लिया. आप कुछ समय एक्सरसाइज़ और मेडिटेशन के लिए भी निकाल सकती हैं.
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