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पैर होते हैं सुन्न, गंभीर बीमारी का है संकेत

Rani Sahu
9 Sep 2022 11:18 AM GMT
पैर होते हैं सुन्न, गंभीर बीमारी का है संकेत
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कई बार लगातार बैठे रहने से पैर सुन्न हो जाते हैं। पैर सुन्न होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन सबसे कॉमन कारण एक ही स्थिति में बैठने के कारण ब्लड फ्लो का काम होना या फिर नसों पर अधिक प्रेशर पड़ना होता है। पैर सुन्न होने पर सेंसेशन घुटने के नीचे या पैर के अलग-अलग हिस्सों में महसूस होती है। इसलिए पैर सुन्न होने के कारण जानना काफी जरूरी हो जाता है ताकि आगे चलकर किसी गंभीर बीमारी का खतरा ना रहे।
पैर सुन्न होने के कारण
अगर कोई लंबे समय पैरों सुन्नता और झुनझुनी (Numbness or a tingling) महसूस करती है तो वह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाली स्थिति मल्टीपल स्केलेरोसिस (एमएस), डायबिटीज, धमनी रोग या फाइब्रोमायल्गिया जैसी स्थितियों के कारण भी हो सकता है। लेकिन इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा पैर सुन्न होने के कुछ कॉमन कारण भी हैं, जिन्हें जान लेना चाहिए।
पोश्चर
अगर कोई लंबे समय तक गलत पोश्चर से बैठता है तो उसकी लोअर बॉडी सुन्न हो सकती है। कई लोगों को इस सुन्नता के कारण नींद भी नहीं आती, जिसे मेडिकल की भाषा में पैरेस्थेसिया (Paresthesia) कहा जाता है। कुछ कॉमन आदतें जो पैरों के सुन्न होने का कारण बनती हैं, वो हैं:
डायबिटीज
डायबिटीज (diabetes) वाले लोगों में एक तरह की नर्व डैमेज हो जाती है, जिसे डायबिटीज न्यूरोपैथी कहा जाता है। डायबिटीज न्यूरोपैथी पैरों में सुन्नता, झुनझुनी और दर्द का कारण बन सकती है।
लोअर बैक समस्या या साइटिका
पीठ के निचले हिस्से में समस्याएं जैसे कि रीढ़ की हड्डी के टूटने से नसें सिकुड़ जाती हैं, इसके कारण भी पैर सुन्न हो सकते हैं। वहीं साइटिका में साइटिक नस होती है जो कूल्हे से लेकर पैर के पिछले हिस्से से होते हुए एड़ी तक जाती है, उसके दर्द के कारण भी पैर सुन्न हो जाते हैं।
टार्सल टनल सिंड्रोम
टार्सल टनल सिंड्रोम तब होता है, जब पैर के पीछे से टखने के अंदर जाने वाली नस सिकुड़ जाती है। टार्सल टनल, टखने के अंदर की तरफ एक संकरी जगह होती है और इसमें टखनों, एड़ी और पैर में सुन्नता, जलन, झुनझुनी महसूस होती है।
पैरिफेरल धमनी रोग
पैरिफेरल धमनी रोग (पीएडी) पैर, हाथ और पेट में ब्लड आर्टरीज के सिकुड़ने के कारण होता है। इससे खून की मात्रा कम हो जाती है और ब्लड फ्लो भी कम हो जाता है और पैर सुन्न हो जाते हैं।
स्ट्रोक और मिनी स्ट्रोक
स्ट्रोक और मिनी स्ट्रोक ब्रेन डैमेज का कारण बन सकता है। स्ट्रोक या मिनी स्ट्रोक कभी-कभी शरीर के कुछ हिस्सों में अस्थायी या लंबे समय तक होने वाली सुन्नता का कारण बन सकता है।
पैर में सुन्नता का इलाज
अगर पैरों में सुन्नता कुछ समय के लिए होती है तो उसे कुछ घरेलू इलाज भी कर सकते हैं। जैसे, आराम करना, बर्फ लगाना, हीट देना, एक्सरसाइज करना, नमक के पानी में पैर भिगोकर रखना, मसाज करना आदि। लेकिन अगर पैर बार-बार सुन्न होते हैं और लंबे समय तक रहते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। अगर किसी बीमारी का संकेत दिखता है तो समय रहते इलाज हो पाएगा।
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