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ठंडा पानी पीने की है आदत तो हो जाएं सावधान! जानें क्या हैं इसके दुष्परिणाम

Kajal Dubey
4 April 2022 10:25 AM GMT
ठंडा पानी पीने की है आदत तो हो जाएं सावधान! जानें क्या हैं इसके दुष्परिणाम
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ठंडा पानी हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गर्मियां (Summers) शुरु हो चुकी हैं और लोगो ने इस गर्मी के मौसम में राहत पानें के लिए फ्रिज का ठंडा पानी (Chilled Water) पीना शुरु कर दिया है। ये गर्मी का मौसम हमारे शरीर के तापमान को बढ़ा देता है जिसके कारण लोग आमतौर पर सामान्य पानी (Normal Water) पीना पसंद नहीं करते। इस मौसम में वे खुद को पर्याप्त रूप से हाइड्रेट (Hydrate) करने के लिए रेफ्रिजरेटर या वाटर कूलर का पानी पीते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ठंडा पानी लंबे समय तक हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। यहां हम आपको चिल्ड पानी पीनें से होनें वाले नुकसान के बारे में बताएंगे...

पाचन को करता है प्रभावित
वैसे तो हमारे शरीर का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है और अगर हम ठंडा पानी पीते हैं तो भोजन को पचाने के लिए शरीर को काफी मेहनत करनी पड़ती है। ऐसा कहा जाता है कि ठंडा पानी पेट को सिकोड़ता है, जिससे खाने के बाद इसे पचाना कठिन हो जाता है। इसके अलावा, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित 2012 के एक अध्ययन के अनुसार, भोजन के साथ ठंडा पानी पीने से शरीर की अन्नप्रणाली के माध्यम से भोजन को पारित करने की क्षमता खराब हो जाती है, और इस चिकित्सा स्थिति से संबंधित दर्द को अचलासिया कहा जाता है।
कसरत के बाद अच्छा नहीं
आमतौर पर प्रशिक्षकों द्वारा यह सलाह दी जाती है कि किसी को भी अपने वर्कआउट सेशन के बाद ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। क्योंकि उस समय आपका शरीर पहले से ही गर्म हो चुका होता है और चिल्ड पानी पीने के कारण आपके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। वर्कआउट के बाद शरीर को ठंडे पानी को सोखने में भी दिक्कत होती है। इससे पेट में क्रोनिक पेन हो सकता है।
हार्ट रेट को कम करता है
ठंडा पानी पीने से शरीर की हार्ट रेट कम हो सकता है। ऐसा कहा जाता है कि एक बार जब आप ठंडा पानी पीते हैं, तो यह वेगस नर्व को उत्तेजित करता है जो शरीर के इन्वॉलन्टरी काम को नियंत्रित करती है। चूंकि वेगस तंत्रिका पानी के कम तापमान से प्रभावित होती है, इस कारण हृदय की गति धीमी हो जाती है।
कब्ज
जब आप ठंडा पानी पीते हैं, तो आंतें सिकुड़ जाती हैं और भोजन जम जाता है और शरीर से गुजरने से पहले सख्त हो जाता है। जो कब्ज के प्रमुख कारणों में से एक है, यह सब ठंडे पानी के कारण होता है।
फैट ब्रेकडाउन
भोजन के तुरंत बाद ठंडा पानी न पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि पानी की शीतलता भोजन को ठोस बना देती है। यह भोजन को ब्रेक होनें से रोकता है और भोजन के अंदर मौजूद फैट को टूटने में समय लगता है। इसलिए सामान्य तापमान पर पानी पीने की सलाह दी जाती है, वह भी खाने के 30 मिनट बाद।


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