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विशेषज्ञ: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच खुद संक्रमण से कैसे बचें और ध्यान रखें?

Kunti Dhruw
25 April 2021 11:10 AM GMT
विशेषज्ञ: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच खुद संक्रमण से कैसे बचें और ध्यान रखें?
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देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। हर दिन तीन लाख से अधिक लोग कोरोना का शिकार हो रहे हैं और हजारों लोगों की मौत हो रही है। कोरोना की इस दूसरी लहर की सबसे खतरनाक बात ये है कि इस बार यह बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों और युवाओं को भी तेजी से संक्रमित कर रहा है। ऐसे में यह जान लेना बेहद ही जरूरी है कि बच्चों को वायरस का कितना संक्रमण हो रहा है और साथ ही यह भी कि परिवार में अगर एक सदस्य में कोरोना के लक्षण हैं तो क्या अन्य सदस्यों को भी टेस्ट कराना जरूरी है?

परिवार में एक सदस्य के लक्षण हैं तो क्या अन्य को भी टेस्ट कराना जरूरी है?
दिल्ली स्थित एम्स की डॉ. नीरजा भाटला कहती हैं, 'अगर एक व्यक्ति टेस्ट में पॉजिटिव आया है तो संभव है कि परिवार के सदस्य भी संक्रमित हो गए होंगे। लेकिन अगर तुरंत लक्षण नहीं आए हैं, हो सकता है एक हफ्ते बाद आ सकते हैं। अगर नहीं भी आए, तो कम से कम एक हफ्ते तक आइसोलेट रहें, क्योंकि कई बार व्यक्ति एसिम्प्टोमैटिक होते हैं।'
बच्चों को वायरस का कितना संक्रमण हो रहा है?
डॉ. नीरजा भाटला कहती हैं, 'जी हां, इस बार वायरस में जो बदलाव देखने को मिल रहा है, वो ये है कि बच्चों में भी काफी संक्रमण फैल रहा है। खासतौर पर उन्हें डायरिया की समस्या, सर्दी-जुकाम या बुखार भी हो सकता है। इसलिए अभी बच्चे अगर बाहर जा रहे हैं तो कपड़े बदलवाएं और हाथ साफ करने की आदत डलवाएं। अगर घर के व्यक्ति बाहर जाते हैं तो बच्चों से मिलने से पहले कपड़े बदल कर , हाथ साफ कर जाएं।
कोरोना काल में महिलाएं किस तरह से खुद का ख्याल रखें?
डॉ. नीरजा भाटला कहती हैं, 'सबसे जरूरी बात तो उन्हें ये ध्यान रखना है कि अगर वो बीमार रहेंगी तो परिवार का कैसे ध्यान रखेंगी। इसलिए सामान्य पौष्टिक खाना खाएं। दिनभर बहुत काढ़ा, गर्म पानी आदि में न उलझे रह जाएं। कोई एक चीज रख लें, जैसे च्यवनप्राश हो या काढ़ा हो, इसके अलावा फल आदि का भी सेवन करें। इन सबके साथ दिन में कुछ समय योगा, व्यायाम के लिए जरूर निकालें। अगर किसी को हल्के लक्षण भी हैं तो भी योग, व्यायाम करें। आराम करना और अच्छी नींद भी लेना आवश्यक है।'
अगर सभी डॉक्टर वैक्सीन लगाने लगेंगे तो अन्य मरीजों को कौन देखेगा?
डॉ. नीरजा भाटला कहती हैं, 'इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन देने के लिए अलग डॉक्टर, नर्स हैं और अन्य बीमारी के मरीजों को देखने के लिए भी डॉक्टर मौजूद हैं। इसलिए अगर इमरजेंसी है, अस्पताल जाना है तो जा सकते हैं, नहीं तो टेली कंसल्टेंट के जरिये भी डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।'
गर्भवती महिला को इस वक्त वायरस का कितना खतरा है?
डॉ. नीरजा भाटला कहती हैं, 'पिछले साल की स्थिति थोड़ी अलग थी, उस वक्त अगर किसी गर्भवती महिला को संक्रमण होता भी था तो लक्षण बहुत हल्के थे। लेकिन इस बार परिस्थिति थोड़ी अलग है। कई ऐसी महिलाएं आ रही हैं, जिन्हें ऑक्सीजन, स्टेरॉयड, वेंटिलेटर आदि की जरूरत पड़ रही है। इसलिए सभी से अपील है कि घर में गर्भवती महिला है तो काफी सजग रहें, खासतौर पर बाहर जाने-आने वाले। सभी एक साथ खाना न खाएं, मास्क लगाकर रखें।'
कोविड के बढ़ते मामलों के बीच खुद संक्रमण से कैसे बचें और ध्यान रखें?
डॉ. नीरजा भाटला कहती हैं, 'कोविड का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से लोग काफी डर रहे हैं और परेशान हो रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। किसी भी आपदा की तरह इससे भी संयम और समझदारी से निपटना है। इसके लिए सबसे जरूरी है कि जैसे ही लक्षण दिखें, तुरंत जांच कराएं। अगर जांच नहीं कराएंगे, खुद से दवा लेकर बाहर जाएंगे तो संक्रमण और फैलेगा, इसलिए जांच कराएं और अगर पॉजिटिव आता है तो डॉक्टर के परामर्श से दवा लें। अगर तुरंत टेस्ट नहीं हो पा रहा है या रिजल्ट आने में समय लग रहा है तो खुद से पहले ही आइसोलेट हो जाएं और बुखार नापते रहें, पल्स ऑक्सीमीटर भी साथ रखें।'


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