लाइफ स्टाइल

दलिया और नमकीन ओट्स रोज खाने से हो सकती है ये समस्या

Apurva Srivastav
14 May 2023 5:34 PM GMT
दलिया और नमकीन ओट्स रोज खाने से हो सकती है ये समस्या
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मार्केट में कई ऐसे पैकेज्ड फूड आइटम्स मिलते हैं, जिनको सेहत के लिए काफी हेल्दी माना जाता है। वहीं कई फिटनेस एक्सपर्ट और डाइटीशियन भी वेट लॉस व डाइटिंग के दौरान इन चीजों के सेवन की सलाह देते हैं। इसके साथ ही यह भी माना जाता है कि ये चीजें डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों को कंट्रोल करने में फायदेमंद होती हैं। डॉ. श्रीतेश मिश्रा के अनुसार, यह चीजें प्रोसेस्ड होती हैं और इनको लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिए इनमें कई तरह के प्रिजर्वेटिव्स और फ्लेवरिंग एजेंट्स मिलाए जाते हैं। जो कोलेस्ट्रॉल और ट्रांस फैट्स बढ़ने की वजह बन सकते हैं।
ऐसे में अगर आप भी बाजार में मिलने वाले इन हेल्दी पैकेज्ड फूड को रोजाना अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं। तो आपको यह जानना भी बेहद जरूरी है कि यह आपकी सेहत के लिए कितने हेल्दी हैं और कितने हेल्दी नहीं है।
शुगर लेवल और वेट
ऐसे में अगर आप भी डेली पैक्ड ओट्स या फ्रूट एंड नट्स म्यूजली को अपने डाइट में लेना पसंद करती हैं। तो आपका यह भी जानना जरूरी है कि इससे आपका डाइजेशन प्रोसेस स्लो हो सकता है। क्योंकि इनमें फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है। इसको रोजाना खाने से ब्लोटिंग, एसिडिटी और गैस की समस्या भी हो सकती है।
वहीं अगर आप रोजाना पैकेज्ड ओट्स, म्यूजली या फ्लेवर्ड खाते हैं तो यह आपको फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। इनमें एडेड शुगर प्रिजर्वेटिव्स पाया जाता है। इससे डायबिटीज के मरीजों के शुगर लेवल के बिगड़ने के चांसेज होते हैं। वहीं अगर आप इसका सेवन वेट लॉस के लिए कर रहे हैं। तो वेट लॉस की जगह आपका वेट भी बढ़ सकता है।
अपच और एलर्जी की समस्या
अगर आप हेल्दी फूड के नाम पर पैक्ड दलिया खाते हैं। तो आपको बता दें कि इसमें वह नेचुरल पोषक तत्व नहीं पाए जाते जो नेचुरल दलिया में होते हैं। पैक्ड दलिया का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें सूखी सब्जियों के अलावा कुछ केमिकल मिलाया जाता है। जिससे यह लंबे समय तक फ्रेश रह सके। साथ ही पैक्ड दलिया में नमक और आर्टिफिशियल स्वीटनर भी मिलाया जाता है। इन चीजों के मिले होने के बाद अगर आप इसका डेली सेवन करते हैं तो गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्या होने के साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है।
नमकीन और मसाला ओट्स में एवेनिन नामक प्रोटीन पाया जाता है। जिसके कारण कुछ लोगों में एलर्जी भी हो सकती है। अगर आपको डाइजेशन संबंधी समस्या है तो इसको खाने से सूजन, दस्त, उल्टी और पेट दर्द जैसी समस्याओं से परेशान हो सकते हैं।
थायराइड का खतरा
पैक्ड फूड को लंबे समय तक फ्रेश बनाए रखने के लिए इसमें बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने के लिए ब्रोमिनेटेड नामक प्रिजर्वेटिव्स डाला जाता है। ब्रोमिनेटेड नामक प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल एनर्जी ड्रिंक्स और डिब्बा बंद फ्रूट जूस में ज्यादा किया जाता है। प्रिजर्वेटिव्स का किडनी और लिवर पर बुरा असर पड़ता है। वहीं शरीर में सूजन और थायराइड का भी खतरा बढ़ जाता है। पैक्ड फूड में कैफीन की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
ब्लड प्रेशर की समस्या
चीनी, नमक, फ्लेवरिंग एजेंट और वेजिटेबल ऑयल मिलाकर पैक्ड पीनट बटर को बनाया जाता है। इसको प्रतिदिन डाइट में शामिल करने से शरीर में फैट्स कम होने की जगह बढ़ने लगता है। वहीं इसके सेवन से हार्ट और ब्लड प्रेशर संबंधित समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप पीनट बटर का सेवन करना चाहते हैं तो घर में मूंगफली को मिक्सी में पीसकर आसानी से पीनट बटर बना सकते हैं।
ब्राउन ब्रेड भी है अनहेल्दी
मार्केट में जितने भी ब्रेड मिलते हैं, उन सबमें अधिकतर मिलावट की जाती है। 100 प्रतिशत आटे का इस्तेमाल करके किसी भी ब्राउन ब्रेड को नहीं बनाया जाता। इसको बनाने के लिए मैदा, शुगर, नमक, रिफाइंड तेल के साथ प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसको अधिक मात्रा में खाने या रोजाना सेवन से वजन बढ़ने से लेकर कॉलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा भी होता है। इसलिए प्रयास करें कि ब्रेड की जगह आटा, बाजरे की रोटी या चीला आदि का सेवन करें।
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