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सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है दवाई को तोड़कर खाना

SANTOSI TANDI
30 Jun 2023 10:40 AM GMT
सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है दवाई को तोड़कर खाना
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दवाई को तोड़कर खाना
दवाई की गोली, टैबलेट को अक्सर हम लोग तोड़ कर खाते हैं। यह आदत हम सभी में है। ऐसा दवाओं का डोज कम करने के लिए या फिर मेडिकल शॉप से समान पोटेंस की दवा न मिलने पर ज्यादा एमजी की गोली को आधा करके खा लेते हैं। कई बार डॉक्टर 250 एमजी लिखता है दुकानदार 500 एमजी देता है और कहता है इसका आधा हिस्सा ले लेना। विचारणीय प्रश्न यह है कि दवाई का आधा हिस्सा लेना सेहत के लाभदायक है या नहीं। डॉक्टरों का इस बारे में कहना है कि हर दवाई को तोड़कर खाना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि कौन-सी दवाई तोड़कर खानी चाहिए और कौन सी नहीं।
दवाई के पैक पर लिखे अक्षरों से समझें
दवाओं के पीछे काफी कुछ लिखा होता है। उनमें कुछ अक्षर ऐसे होते हैं जिनके तात्पर्य यह होता है कि आपको उस गोली को सिर्फ निगलना है, न कि आधा करके खाना है। आपने अक्सर देखा होगा कुछ दवाइयों पर एसआर लिखा होता है जिसका मतलब है कंट्रोल रिलीज और कुछ पर एक्सआर लिखा होता है जिसका मतलब एक्सटेंड रिलीज होता है। यह सभी दवाइयाँ पूरी निगलने के लिए कही जाती हैं। इन दवाइयों को चबाकर या तोड़कर नहीं खा सकते हैं। दरअसल इन दवाइयों की बनावट इसी प्रकार से की जाती है कि जो शरीर के अंदर जाकर रक्त के साथ धीरे-धीरे घुल जाती है, उसके बाद यह अपना असर दिखाना शुरू करती है। इस प्रकार की दवाओं को आधे में विभाजित करके खाया जाता है तो इसका सूत्र बदल जाता है और यह दवाएँ असर दिखाने के बजाय शरीर को नुकसान पहुँचाती हैं।
एंटरिक या प्रोटेक्टिव कोटेड दवाएँ
कुछ दवाइयाँ ऐसी होती हैं जो एंटरिक या प्रोटेक्टिव कोटेड होती हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इन दवाओं पर एक परत चढ़ी होती है। इस प्रकार की दवाओं को तोड़ा जाता है तो इनके ऊपर लगी परत भी टूट जाती है, जिसके कारण यह पेट में जलन पैदा करती हैं।
इन दवाओं को तोड़कर खाया जा सकता है
जिन दवाओं को तोड़कर खाया जा सकता है, उनकी पहचान एक लकीर से होती है जो बीच में बनी होती है। इन दवाओं को स्कोर टैबलेट कहा जाता है। इन दवाओं पर बनी यह लकीर इस बात की पहचान है कि इन्हें आधा करके भी खाया जा सकता है या फिर यिद आप इन्हें आधा तोड़कर खाते हैं तो इनकी शक्ति भी आधी ही मिलती है।वहीं यदि वह स्कोर टैबलेट नहीं है तो उसके बीच में लकीर नहीं होगी। फिर चाहे वह टैबलेट सामान्य पेन किलर ही क्यों न हो।
—दवाई को तोड़कर खाने का निर्णय स्वयं न लें। इसके लिए डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पहले बात करें।
—यदि आप दवाई को तोड़कर ले रहे हैं तो उसे तोड़ने के लिए चाकू या अन्य वस्तुओं के बजाय पिल कटर काम में लें। इससे दवाई सामान्य रूप से कटेगी। चाकू से दवाई काटने पर उसके कईटुकड़े हो सकते हैं जिसे खाना सुरक्षित नहीं है।
—यदि आपके पास एक से अधिक दवाइयाँ हैं तो सभी को एक साथ काटने के बजाय खाने से ठीक पहले काटें जिससे दवा का पूरा प्रभाव मिल सके। टैबलेट टूटी रखी रहे तो समय के साथ हवा और नमी के सम्पर्क में आकर इसका प्रभाव कम हो जाता है।
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