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- व्रत के दौरान खाने में...
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सावन के मौसम में कुछ नया खाने का सबका मन करता है। पूरे दिन व्रत रखने पर मुंह का स्वाद बदल जाता है। सिघाड़े का आटा व्रत के भोज्य पदार्थ में से है जिसके सेवन से पुरे महीने व्रत आराम से किए जा सकते है। यह स्वाद में लाजवाब होता है और साथ सेहत के लिए फायदेमंद होता है। सिघाड़े के आटे का हलवा बनाया जाता है ये बात सब जेनेट है लेकिन इससे कचोरियो को भी बनाया जाता है। आज हम आपको सिघाड़े के आटे की कचोरियो को बनाने की विधि के बारे में बतायेंगे। तो आइये जानते है इस बारे में....
सामग्री:
सिघाड़े (या कुटू) का आटा - 200 ग्राम या एक कप
आलू - 4 उबले हुये
हरी मिर्च - 1 (बारीक कतर लीजिये)
अदरक - एक इंच लम्बा टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
काली मिर्च - एक चौथाई छोटी चम्मच
अमचूर - एक चौथाई छोटी चम्मच (यदि आप चाहें)
सेंधा नमक - एक छोटी चम्मच
तेल या घी - तलने के लिये
विधि:
- सिघाड़े का आटा छानिये, थोड़ा सा नमक और दो छोटी चम्मच तेल डाल कर नरम गूथ लीजिये।
- आलू को छीलिये, बारीक तोड़िये, हरी मिर्च, अदरक, काली मिर्च, अमचूर पाउडर और आधा छोटी चम्मच सैदा नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लीजिये, कचौड़ी के अन्दर भरने के लिये पिठ्ठी तैयार है।
- कढ़ाई में तेल या घी डाल कर गरम कीजिये, आटे से थोड़ा सा आटा तोड़िये, गोल कीजिये, दबा कर हथेली पर उंगलियों के सहारे से बड़ा कर लीजिये।
- बीच में एक छोटी चम्मच आलू रखिये और चारों तरफ से पूरी को उठाकर आलू को बन्द कीजिये।
- आलू भरी लोई को हथेलियों से दबा दबा कर बड़ा कर लीजिये और गरम तेल में डालिये और गरम तेल में डालिये, 3-4 कचौड़ियां एक बार में डाल कर, पलट पलट कर ब्राउन होने तक तल कर निकाल लीजिये।
- फिर से और कचौड़ियां तैयार करके गरम तेल में डालकर इसी तरह तल कर निकालिये।
- सारी कचौड़ियां तल कर तैयार कर लीजिये।
- गरमा गरम सिघाड़े के आटे की कचौड़ियां ताजे दही के साथ परोसिये और खाइये।
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