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Iron Deficiency हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो एनीमिया से रक्त कोशिकाओं में कमी आने लगती है। साथ ही शरीर में ऑक्सीजन का संचार सही से नहीं हो पाता है। इस स्थिति में मरीज को थकान सिरदर्द चक्कर सिरोसिस आदि समस्या होती है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क।Iron Deficiency: गलत खानपान, भोजन में पोषक तत्वों की कमी, माहवारी, अंदरूनी चोट आदि वजहों से शरीर में खून की कमी होने लगती है। इससे एनीमिया रोग का खतरा बढ़ जाता है। शरीर में खून की कमी से एनीमिया रोग हो जाता है। एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में हर छठा व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो एनीमिया से रक्त कोशिकाओं में कमी आने लगती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का संचार सही से नहीं हो पाता है। इस स्थिति में मरीज को थकान, सिरदर्द, चक्कर, सिरोसिस आदि समस्या होती है। लंबे समय तक सिरोसिस से पीड़ित रहने पर कई अन्य बीमारियां भी दस्तक देती हैं। इसके लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स जरूर शामिल करें। अगर आप भी शरीर में रक्त स्तर को बढ़ाना चाहते हैं, तो इन चीजों का जरूर सेवन करें। आइए जानते हैं-
पालक खाएं
पालक में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही 90 प्रतिशत पानी होता है। इसके अतिरिक्त पालक में ल्यूटिन, पोटैशियम, फाइबर, फोलेट और विटामिन-इ पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। इसके सेवन से शरीर में आयरन की कमी दूर होती है। वहीं, शरीर में मौजूद टॉक्सिन भी बाहर निकल जाता है। इसके लिए सर्दियों में आयरन की कमी दूर करने के लिए डाइट में पालक को जरूर शामिल करें।
अंडे खाएं
इसमें फोलेट, फास्फोरस, कैल्शियम, सेलेनियम, विटामिन-ए, बी, इ और के पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। अंडे में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके लिए अंडे को सुपरफूड कहा जाता है। इसके सेवन से आयरन की कमी दूर होती है। डाइट चार्ट की मानें तो एक अंडे में 1 mg आयरन पाया जाता है।
किशमिश खाएं
किशमिश में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर में इंस्टेंट आयरन की पूर्ति होती है। इसके लिए रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में एक मुठ्ठी किशमिश भिगोकर रख दें। अगली सुबह को किशमिश का सेवन करें। इसके सेवन से शरीर में हेमोग्लोबिन स्तर बढ़ता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।