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बढ़ते प्रदूषण में गर्भवती महिलाए सुबह की सैर पर बाहर ना निकले, वरना बढ़ सकता है समय से पहले प्रसव का खतरा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजधानी में प्रदूषण का प्रकोप जारी है। इसमें गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉक्टरों के मुताबिक प्रदूषण बढ़ने पर महिलाओं को सुबह की सैर के लिए बाहर नहीं निकलना चाहिए। इस समय प्रदूषण का स्तर अधिक होता है। डॉक्टर से संपर्क में रहना भी जरूरी है।
क्या है खतरा
डॉक्टरों के मुताबिक जिन गर्भवती महिलाओं को दमे की बीमारी है, उन्हें वायु प्रदूषण के कारण समय से पहले प्रसव (बच्चा पैदा होने में परेशानी उत्पन्न होना) का खतरा बढ़ सकता है। लेडी हॉर्डिंग अस्पताल के प्रसूति रोग विभाग की वरिष्ठ डॉक्टर रश्मि वर्मा का कहना है उन्हें प्रदूषण से बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
तीन महीने अधिक परेशानी
डॉक्टर रश्मि वर्मा ने नेशन हेल्थ इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन के आधार पर बताया कि गर्भधारण करने से तीन महीने पहले तक नाइट्रोजन ऑक्साइड के संपर्क में आने से, दमा से पीड़ित महिलाओं में खतरा 30 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। कार्बन मोनोऑक्साइड के संपर्क में आने से दमा पीड़ित महिलाओं में समयपूर्व प्रसव का खतरा 12 प्रतिशत अधिक हो जाता है।
आखिरी 6 सप्ताह सावधानी जरूरी
गर्भवती महिलाओं के लिए आखिरी छह सप्ताह काफी गंभीर होता है। इस दौरान एसिड, मेटल और हवा में मौजूद धूल के संपर्क में आना भी समयपूर्व प्रसव के खतरे को बढ़ावा देता है।
सामान्य स्थिति में क्या परेशानी
ऐसी महिला जिन्हें श्वासं संबंधित रोग नही है (दमा) उनमें समय पूर्व प्रसव के खतरे की संभावना 8 प्रतिशत होती है। वहीं कार्बन मोनोऑक्साइड का
प्रभाव नहीं पड़ता है।
ऐसे असर
करता है
प्रदूषण, मां की सांस से गर्भ में पल रहे बच्चे तक पहुंचा है। साथ ही एस्ट्रोजन को प्रभावित करता है। हाइपोथायरोक्सिमिया होने की 21 फीसदी अधिक आशंका होती है।
नींद की आदतों में बदलाव करें
पहली तिमाही में थकान व सुस्ती हो सकती है। ऐसे में नींद की आदतों में बदलाव करें। रात को जल्दी सोने जाएं और हो सके तो दिन में भी आप थोड़ी-थोड़ी देर की झपकी ले सकती हैं।
ध्यान रखें
' घर की हवा को शुद्ध करने के लिए एयर प्यूरीफायर या पौधे लगाएं
' प्रदूषण ज्यादा रहे तो ऐसी जगह रहने का प्रबंध करना चाहिए जहां वायु स्वच्छ हो।
यह भी जरूरी
' साफ-सफाई में केमिकल उत्पाद की जगह सिरके या बेकिंग सोडा का प्रयोग करें
' प्रेग्नेंसी में सीढियां चढ़ने के लिए भी मना किया जाता है
डॉक्टर से करें चर्चा
' डॉक्टर से डाइट चार्ट के बारे में जानकारी लें।
' जीवनशैली में क्या-क्या बदलाव के बारे में भी जानकारी मांगे
' व्यायाम करना है या नहीं जरूर पूछें