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नई दिल्ली। पनीर एक ऐसी चीज़ है, जिसे शायद ही कोई न पसंद करता हो। फर्मेंट दूध से बने पनीर को कई तरह से पकाया जा सकता है। यह न सिर्फ स्वाद में अच्छा लगता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। कैल्शियम और प्रोटीन से भरा पनीर, हड्डियों को मज़बूती देने के साथ, जोड़ों के दर्द को कम करता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। हालांकि, जैसे किसी भी चीज़ की अति नुकसान करती है, ऐसे ही पनीर के फायदे के साथ नुकसान भी हैं।
पाचन से जुड़ी समस्याएं
पनीर वैसे तो पाचन और मेटाबॉलिज़म को बढ़ावा देता है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा पनीर का सेवन ब्लोटिंग कर सकता है, जिससे आप परेशान हो सकते हैं। इससे सीने में जलन और तेज़ पेट दर्द भी हो सकता है। क्योंकि पनीर प्रोटीन से भरपूर होता है, इसलिए इसे पचाने में समय लगता है और अगर आपने ज़्यादा पनीर खा लिया है तो इससे पेट फूलना या एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
वज़न बढ़ना
ज़्यादा पनीर खाने से वज़न बढ़ सकता है। इसलिए अगर आप वज़न घटाने की सोच रही हैं, तो अपनी डाइट से पनीर को निकाल दें। न्यूट्रीशनिस्ट का मानना है कि अगर पनीर स्किम्ड मिल्क से बनाया गया है, आप तभी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का जोखिम
LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर दिल की बीमारी और स्ट्रोक के ख़तरे को बढ़ाता है। शोध के अनुसार, 10 में 6 भारतीय बैड कोलेस्ट्रॉल से जूझते हैं। न्यूट्रीशनिस्ट के अनुसार, जो लोग पहले से बैड कोलेस्ट्रॉल से जूझ रहे हैं, उन्हें पनीर नहीं खाना चाहिए।
एलर्जी का कारण बनता है
ऐसा बेहद कम देखा जाता है, लेकिन जो लोग दूध से जुड़ी एलर्जी से जूझते हैं, उन्हें पनीर से भी एलर्जी हो सकती है। साथ ही खराब क्वालिटी के दूध से बना चीज़ या खराब हो चुका पनीर भी एलर्जी का कारण बनता है। जिससे मतली, उल्टी, दस्त, रैशेज़ और यहां तक कि एक्ने भी हो सकता है।