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क्या आप भी एंग्जाइटी मैनेजमेंट के लिए करते है ये काम

Apurva Srivastav
20 April 2023 1:17 PM GMT
क्या आप भी एंग्जाइटी मैनेजमेंट के लिए करते है ये काम
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एंग्जाइटी मैनेजमेंट के लिए सबसे बुरी आदतें
जीवनशैली की कुछ आदतें ऐसी होती है जो व्यक्तियों में एंग्जाइटी की समस्या को ट्रिगर करती हैं। आइए उनके बारे में आगे पढ़े!
1.कॉफी का सेवन बहुत ज्यादा मात्रा में करना
अगर आप इस सवाल के जवाब का इंतजार कर रहे हैं कि स्ट्रेस और एंग्जाइटी को कैसे कम किया जा सकता है तो सबसे पहले आपको यह चेक करना होगा कि आप अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन तो नहीं कर रहे हैं। कोर्टिसोल एक हार्मोन होता है जो तनावग्रस्त होने पर मुक्त होता है और यह कॉफी की अधिक मात्रा पीने पर ट्रिगर होता है।तथा यह आपको चिंतित और उदास बनाता है। इसलिए कॉफी के बदले चाय या जूस पीने से कॉफी के सेवन को कम करने का प्रयास कर सकते है।
2. भोजन को छोड़ना
यदि आप एंग्जाइटी डिसॉर्डर मैनेजमेंट के बारे में चिंतित हैं तो भोजन को कभी छोड़ना नहीं चाहिए। भोजन छोड़ने का मतलब है कि आपको विटामिन, मिनरल्स , या अन्य पोषक तत्व नहीं मिलते हैं ये पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। भोजन नहीं लेने से पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती है और हर समय थकान और स्ट्रेस महसूस होता है।
3. अस्वस्थ नींद की अनुसूची
एंग्जाइटी और डिप्रेशन का होना आजकल आम बात होती है पर्याप्त नींद न लेने से एंग्जाइटी और भी बढ़ सकती है। जिसके परिणामस्वरूप हार्मोनल असंतुलन होता है, जो स्ट्रेस या एंग्जाइटी के स्तर को बढ़ाता है।
नींद की कमी से निरंतर स्ट्रेस की स्थिति रहती है, जिससे शरीर के सिस्टम पर अधिक भार पड़ता हैं। इसलिए नींद का एक स्वस्थ कार्यक्रम होना आवश्यक होता है अन्यथा सेल्फ-एस्टीम और पैनिक अटैक का अनुभव हो सकता हैं।
4. शराब का सेवन करना
बहुत अधिक शराब पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं होती है। अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से यह स्ट्रेस या एंग्जाइटी को कम करने वाले कुछ आवश्यक रसायनों के उत्पादन को कमजोर कर देता हैं। यदि आप शराब पीना नहीं छोड़ सकते हैं, तो इसे कम मात्रा में पीने की कोशिश करें, ताकि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को खराब होने से बचा सके।
5. सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग
सोशल मीडिया हमारे लिए कई तरह से मददगार होता है लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल भी मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकता है। सोशल मीडिया की बुरी आदतें आपको अकेला, तनावग्रस्त और अवसादग्रस्त महसूस कराती हैं। इस तरह के एहसास को रोकने और पैनिक अटैक को कम करने के लिए सोशल मीडिया के उपयोग को सीमित करना चाहिए।इससे आपको अच्छी नींद लेने में भी मदद मिलती है।
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