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करें ये घरेलू उपचार
नाक के अंदर मौजूद सतह की खून की वाहिनियां फटने से नकसीर फूटती है। यह एक आम समस्या है। नकसीर फूटना रोग यदि साधारण हो तो अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन नकसीर फूटने का रोग बार-बार हो तो उसे रोकना कठिन होता है। नाक अथवा दिमाग में अचानक चोट लगने, खून के भार में वृद्धि होने, पुराने जुकाम के बिगड़ जाने आदि के कारण नाक से खून बहने लगता है| नकसीर की समस्या मौसम के अनुसार शरीर में अधिक गर्मी बढने से भी होती है। कुछ लोगों को नकसीर की समस्या अधिक गर्म खाद्य-पदार्थ खाने से भी हो जाता है। यहाँ पर हम नकसीर से निपटने के कुछ आसन से घरेलू उपचार बता रहे है जानिए नकसीर के घरेलू उपचार।
नकसीर आने पर रुई के फाए को सफेद सिरका में भिगोकर उस नाक के नथुने में रखें, जिससे खून बह रहा हो, तुरन्त लाभ मिलता है।
बेल के पत्तों को पानी में पकाकर उसमें मिश्री या बताशा मिलाकर पीने से नकसीर बंद हो जाती है।
जब नाक से खून बह रहा हो तो कुर्सी पर पीठ रखे बिना बैठ जाइए, इस बीच नाक की बजाए मुंह से सांस लीजिए।
जिस व्यक्ति को नकसीर चल रही है उसे बिठाकर सिर पर ठण्डे पानी की धार डालते हुए सिर भिगों दें। बाद में थोड़ी पीली मिट्टी को भिगोकर सुंघाने से नकसीर तुरन्त बन्द हो जाएगी।साथ ही तुंरत डॉक्टर से संपर्क करें।
आम के बौर को पीस कर दिन में तीन चार बार सूंघने से नकसीर ठीक होती है। आम की सूखी गुठली की गिरी को पीस कर सूंघने से भी नकसीर में आराम आता है।
अरहर की दाल के तीन चार दाने एक चम्मच पानी में दो घंटे के लिए भिगो दें। इन दानो को पानी के साथ बारीक पीस लें। इस पानी को नाक में डालने से नकसीर बंद हो जाती है।
शीशम या पीपल के पत्तों को पीसकर या कूटकर , उसका रस नाक में 4-5 बूँद ड़ाल दिया जाए तो एक क्षण में ही आराम मिल जाता है।
रोगी के नाक में शुद्ध सरसों का तेल डालना चाहिए, ठंडे पानी से नहाना चाहिए और हल्का व पुष्टकारक भोजन करना चाहिए।
सुबह और शाम दोनों समय दूध में पंद्रह ग्राम गुलकंद को मिलाकर खाने से नकसीर का रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
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