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रोजाना करें ये 3 योग आसन

Kajal Dubey
21 May 2023 11:24 AM GMT
रोजाना करें ये 3 योग आसन
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सूर्य नमस्कार
'सूर्य नमस्कार' का मतलब है सूर्य को नमन करना यानि सन सेल्यूटेशन। सूर्य नमस्कार एक साथ 12 योगासनों का फायदा देता है और इसीलिए इसे सर्वश्रेष्ठ योगासन भी कहा जाता है। इस आसन को करने से आपको सर्दी में ठंड का अहसास नहीं होगा। साथ ही इसको करने से आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही इस आसन को करने से और भी कई फायदे हो सकते है जैसे पाचन और भूख में सुधार, शरीर का लचीला बनना, कब्ज की समस्या से छुटकारा, शारीरिक और मानसिक मजबूती मिलना, बाजू, कंधों, कमर, पैर, क्वैड्स, काफ़्स और हिप्स की मांसपेशियों का टोन होना।
ऐसे करें
जैसा की हम आपको बता चुके है ये आसन 12 योगासनों से मिलकर बनता है ऐसे में आपको स्टेप-बाई-स्टेप इस बारे में बताते हैं...
प्रणामासन
सबसे पहले सूरज की तरफ चेहरा करके सीधे खड़े हों और दोनों को पैरों को मिलाएं, कमर सीधी रखें। अब हाथों को सीने के पास लाएं और दोनों हथेलियों को मिलाकर प्रणाम की अवस्था बनाएं।
हस्तउत्तनासन
पहली अवस्था में ही खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर सीधा रखें। अब हाथों को प्रणाम की अवस्था में ही पीछे की ओर ले जाएं और कमर को पीछे की तरफ झुकाएं।
पादहस्तासन
अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और आगे की ओर झुकते हुए हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं। इस समय आपका सिर घुटनों से मिला होना चाहिए।
अश्व संचालनासन
धीरे-धीरे सांस लें और सीधा पैर पीछे की ओर फैलाएं। सीधे पैर का घुटना जमीन से मिलना चाहिए। अब दूसरे पैर को घुटने से मोड़ें और हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें। सिर को आसमान की ओर रखें।
दंडासन
अब सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों और पैरों को सीधी लाइन में रखें और पुश-अप की पोजीशन में आ जाएं।
अष्टांग नमस्कार
अब सांस लेते हुए अपनी हथेलियों, सीने, घुटनों और पैरों को जमीन से मिलाएं। इस अवस्था में रहें और सांस को रोकें।
भुजंगासन
अब हथेलियों को जमीन पर रखकर पेट को जमीन से मिलाते हुए सिर को पीछे आसमान की ओर जितना हो सके झुकाएं।
अधोमुख शवासन
इसे पर्वतासन भी कहा जाता है। इसके अभ्यास के लिए अपने पैरों को जमीन पर सीधा रखें और कूल्हे को ऊपर की ओर उठाएं। सांस छोड़ते हुए कंधों को सीधा रखें और सिर को अंदर की तरफ रखें।
अश्व संचालनासन
धीरे-धीरे सांस लें और सीधा पैर पीछे की ओर फैलाएं। सीधे पैर का घुटना जमीन से मिलना चाहिए। अब दूसरे पैर को घुटने से मोड़े और हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें। सिर को आसमान की ओर रखें।
पादहस्तासन
अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और आगे की ओर झुकते हुए हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं। इस समय आपका सिर घुटनों से मिला होना चाहिए।
हस्तउत्तनासन
पहली अवस्था में ही खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर सीधा रखें। अब हाथों को प्रणाम की अवस्था में ही पीछे की ओर ले जाएं और कमर को पीछे की तरफ झुकाएं। इस दौरान आप आधे चांद का आकार बनाएंगी। इस आसन को अर्धचंद्रासन भी कहा जाता है।
प्रणामासन
सूरज की तरफ चेहरा करके सीधे खड़े हों और दोनों को पैरों को मिलाएं, कमर सीधी रखें। अब हाथों को सीने के पास लाएं और दोनों हथेलियों को मिलाकर प्रणाम की अवस्था बनाएं।
प्राणायाम
सूर्य मुद्रा और सूर्य नमस्कार करने के बाद प्राणायाम करना बेहद जरुरी है। इसको करने से बॉडी का तापमान रेगुलेट होता है। इस वजह से सर्दी में गर्मी और गर्मी में ठंडक का अहसास होता है
ऐसे करें
सबसे पहले एक मिनट के लिए शांत मुद्रा में बैठ जाए। इसके बाद नार्मल तौर से सांस लें और छोड़े। इसके बाद आंखे बंद कर लें, अपनी द्रष्टि को नाक पर केंद्रित करें। पीठ सीधी रखें और दिमाग को शांत करें। धीरे-धीरे गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ें। अपनी सुविधा के अनुसार 10-20 बार दोहराएं।
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