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मां बनने के लिए रोज न करें इन चीजों को इस्‍तेमाल, जानें प्रॉब्‍लम

Deepa Sahu
31 Aug 2021 10:07 AM GMT
मां बनने के लिए रोज न करें इन चीजों को इस्‍तेमाल, जानें प्रॉब्‍लम
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शायद इस बात से आप भी सहमत होंगे।

शायद इस बात से आप भी सहमत होंगे कि आजकल इनफर्टिलिटी की प्रॉब्‍लम बहुत हो रही है। वहीं अगर आप कंसीव करने की कोशिश कर रही हैं, तो आपको बहुत ज्‍यादा सावधान रहने की जरूरत है। बायोलॉजिकल कारकों के अलावा और भी कई चीजें हैं जो आपकी फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। आपको लगता होगा कि रोजमर्रा की चीजें नुकसान नहीं देती हैं लेकिन यहीं आपको सावधानी बरतने की जरूरत होती है।

शायद आप इस बात से वाकिफ नहीं होंगे कि हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाली चीजें भी हमारी फर्टिलिटी पॉवर को कम कर के कंसीव करने में परेशानी खड़ी कर सकती हैं।
​सैलुलर डिवाइस
एनसीबीआई द्वारा करवाई गई एक स्‍टडी के मुताबिक मोबाइल फोन और टैबलेट से रेडियो फ्रीक्‍वेंसी इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक रेडिएशन निकलती हैं, जो महिलाओं और पुरुषों की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है।
इसके अलावा हार्वर्ड हेल्‍थ लैटर के अनुसार स्‍क्रीन से निकलने वाली ब्‍लू लाइट भी मानव शरीर में रात के समय मेलाटोनिन के उत्‍पादन पर असर डाल सकती है। मेलाटोनिन न सिर्फ अच्‍छी नींद आने में मदद करता है बल्कि प्रजनन मार्ग में एग को डैमेज होने से भी बचाता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप खासतौर पर ओवुलेशन के दौरान सैलुलर उपकरणों को खुद से दूर रखें।
​कॉस्‍मेटिक्‍स और बॉडी केयर
ज्‍यादातर लोग कॉस्‍मेटिक्‍स और अन्‍य स्किन केयर प्रॉडक्‍ट्स का इस्‍तेमाल करते हैं। हालांकि, हम में से कई लोग इनमें मौजूद सिंथेटिक केमिकलों से अनजान होते हैं। इन हानिकारक केमिकलों को फ्थालेट के नाम से भी जाना जाता है। नेल पॉलिश, फेस क्रीम, बॉडी लोशन, परफ्यूम, डियोड्रेंट, हेयर प्रॉडक्‍ट्स, शैंपू, बॉडी वॉश और पाउडर में यह केमिकल होता है।
​रसोई की चीजें
माइक्रोवेव में प्‍लास्टिक के बर्तनों में खाना गर्म कर के खाने से फर्टिलिटी पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। प्‍लास्टिक से खाने में बिस्‍फेनोल ए आता है और भोजन को खाने पर यह रक्‍त वाहिकाओं में घुस सकता है। इससे हार्मोनल बदलाव और इनफर्टिलिटी हो सकती है।
माइक्रोवेव की हीट में आने के बाद प्रोटीन कार्सिनोजेनिक यौगिक में बदल जाता है और शरीर इसे तोड़ नहीं पाता है। इससे हार्मोंस नहीं बन पाते हैं। नॉन स्टिक बर्तनों और पैन में परफ्लूरोऑक्‍टेनोइक एसिड भी होता है। इसके खून में ज्‍यादा होने पर फर्टिलिटी बढ़ सकती है।
​साबुन
कुछ साबुन में ट्रिक्‍लोसन नामक केमिकल उच्‍च मात्रा में होता है। इसका एंटीबैक्‍टीरियल तत्‍व एंडोक्राइन में गड़बड़ी पैदा कर आपके कंसीव करने के चांसेस को कमजोर कर सकता है। इससे स्‍पर्म काउंट में भी कमी आती है।
​बाकी चीजों की लिस्‍ट
इसके अलावा कैफीन, क्‍लीनिंग प्रॉडक्‍ट्स, मच्‍छरों को मारने की दवा, कैन वाला फूड, शराब और सिगरेट का भी फर्टिलिटी पॉवर पर बुरा असर पड़ता है। अगर आप प्रेगनेंट होने की कोशिश कर रही हैं तो इन चीजों से थोड़ी दूरी बनाकर रखें।
ये न सिर्फ आपकी फर्टिलिटी बल्कि पूरी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने शरीर को हानि पहुंचाने वाली इन चीजों से दूर ही रहें।


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