लाइफ स्टाइल

Krishna Janmashtami: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पेड़े का प्रसाद तैयार करते समय ना करें ये गलतियां

Kavita Yadav
24 Aug 2024 7:01 AM GMT
Krishna Janmashtami: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पेड़े का प्रसाद तैयार करते समय ना करें ये गलतियां
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लाइफ स्टाइल Life Style: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग 56 offerings to Shri Krishna का प्रसाद चढ़ाया जाता है। जिसमें एक नाम ट्रीका का भी शामिल है। मथुरा-वृंदावन का पेड़ा का स्वाद और सुगंध शायद ही कोई होगा, जो ना पहचानता हो। बता दें, इस साल कान्हा के भक्त श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव 26 अगस्त को मना रहे हैं। ऐसे में अगर आपने कान्हा को आकर्षक बनाने के लिए जन्माष्टमी के भोग में पेड़ा का प्रसाद बनाने का मन बनाया है तो भूलकर भी ये कुछ गलतियां ना करें। ट्रीका के स्वाद और टैक्सचर दोनों के बीच ये गलतियाँ टिकी हुई हैं। आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ उदाहरण के बारे में।

पेड़ा को तोड़ने का समय ना बनाएं ये गलतियां- मावा को अच्छा तरह का बेक किया जाता है- पेड़ा का स्वाद उतना ही अच्छा होता है, जब उसे बनाने के लिए आता है तो मावा को अच्छा स्वाद मिलता है। अधपका मावा पेड़े का स्वाद और टेक्चर दोनों बनाया जा सकता है। पेड़ा बनाने के लिए मावा को पसंद करने पर धीरे-धीरे-धीरे-धीरे भूनना होता है। सही समय पर चीनी नक्सली- ट्रीका का स्वाद भी हो जाता है, अगर उसका मावा भूलते समय सही समय पर चीनी नक्सली बन जाए। इस बात की खास बात यह है कि चीनी हमेशा मावा में तब मिलानी चाहिए जब मावा अच्छी तरह से भुना हो। मावे में बहुत पहले चीनी मिलाने से मावा का स्वाद और स्वाद के साथ पेड़े सख्त बनाए जा सकते हैं।

अधिक इस्तेमाल overuse किए जाने वाले- ट्रीका चॉकलेट्स का इस्तेमाल करने से ज्यादा मात्रा में प्लास्टिक के चिप्स, इलायची पाउडर का इस्तेमाल करने से भी ट्रीका का स्वाद खराब हो सकता है। ऐसे में पेड़ों में जाने वाली सभी सामग्रियों की मात्रा मात्रा में ही तय होती है। घी की सही मात्रा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। बता दें कि पेड़े में ज्यादातर घी के पेड़े पर बहुत सारे चिकन और निर्माता हो सकते हैं, जबकि कम घी से पेड़े सख्त हो सकते हैं।

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