लाइफ स्टाइल

रिलेशनशिप में न करें ये गलतियां, नहीं तो सॉरी बोलना पड़ सकता है भारी

Rani Sahu
21 April 2022 3:22 PM GMT
रिलेशनशिप में न करें ये गलतियां, नहीं तो सॉरी बोलना पड़ सकता है भारी
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एक रिलेशनशिप तभी सफल माना जाता है

एक रिलेशनशिप तभी सफल माना जाता है, जिसमें प्यार ( love in relationship ) और विश्वास के अलावा एक-दूसरे के सम्मान का भी खयाल रखा जाता हो. कई मामलों में देखा गया है कि रिलेशनशिप में कुछ लोगों को नेचर डोमिनेटिंग होता है और वह अपने पार्टनर को किसी न किसी तरीके से दबाकर रखते हैं. उनके इस व्यवहार का बुरा असर दबाव झेल रहे पार्टनर के मानसिक स्वास्थ्य ( Mental health problems ) पर पड़ता है. पार्टनर हमेशा डरा हुआ महसूस करता है या करती है और वह अपने साथी को मनाने में लग जाता है. देखा गया है कि ऐसे लोग हर मोड़ पर अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाकर रिश्ते ( Fight in relationship) को बचाने में लगे रहते हैं. उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं होता कि रिश्ते को बचाने के चक्कर में वह इस चंगुल में ऐसा फंस रहे हैं, जहां से निकलना आसान नहीं है. रिश्ते में अक्सर दबने वाले लोग पार्टनर को हर बात पर सॉरी बोलना शुरू कर देते हैं

आपकी इस आदत का फायदा उठाते हुए सामने वाला आपको हमेशा डांटता है या फिर नीचा दिखाता रहता है. पार्टनर को हर बार या हर बात पर सॉरी बोलना सही नहीं होता. हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे, जिनका ध्यान आपको हमेशा रखना है. हर बार सॉरी बोलने से पहले इन बातों को अपने जहन में जरूर लाएं.
मजबूरी होने पर ही बोले सॉरी
रिलेशनशिप को बचाने का मतलब ये नहीं है कि हर बार आप ही पार्टनर को सॉरी-सॉरी बोलते रहे. एक्सपर्ट्स के मुताबिक चाहे लड़का हो या लड़की मजबूरी पड़ने पर ही सॉरी का इस्तेमाल करें. बार-बार सॉरी बोलने से पार्टनर की नजरों में आपकी इमेज हल्की बनने लगती है और वह अगली बार अपनी गलती पर भी आपको दबाने की कोशिश करेगा. इसलिए मजबूरी में ही सॉरी बोलें.
ऐसे में और उलझता है रिश्ता
लोग हर बार सॉरी बोलकर उस झगड़े या विवाद को निपटा देते हैं, लेकिन कुछ समय बाद इसका बुरा असर नजर आने लगता है. लोगों को लगता है कि सॉरी बोलने से रिश्ता सुलझ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है. सॉरी का इस्तेमाल रिलेशनशिप को और उलझा सकता है. झगड़े के बाद उलझे हुए हालातों को सुलझाने का काम दोनों पार्टनर का होता है. आपका सॉरी बोलना रिश्ते में आपकी अहमियत को कम करता है. आगे चलकर किसी मुद्दे पर सामने वाला पार्टनर आपकी एडवाइस को भी सीरियस नहीं लेगा.
ऐसे संभालें हालात
बार-बार सॉरी बोलना गलत है, लेकिन इगो में रिश्ते को और उलझा देना भी सही नहीं है. झगड़ा होने पर एक-दूसरे को थोड़ा स्पेस दें और बाद में अपनी बात को सख्ती से पार्टनर के सामने रखें. साथ ही इस दौरान समझदार इंसान की तरह व्यवहार करें. कई बार लोग समझाने के दौरान बचकानी हरकतें कर जाते हैं, जो रिश्ते में और दिक्कत पैदा कर देती हैं.
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