लाइफ स्टाइल

सिर दर्द को न करे नज़रअंदाज़ हो सकता है माइग्रेन

Kajal Dubey
16 Feb 2024 10:11 AM GMT
सिर दर्द को न करे नज़रअंदाज़ हो सकता है माइग्रेन
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लाइफ स्टाइल : सिर दर्द ने आपको कई बार परेशान किया होगा लेकिन माइग्रेन में होने वाला सिर दर्द इससे भी कई गुना परेशान करने वाला होता है। तो आइए जानें कि माइग्रेन के दर्द को आप कैसे पहचान सकते हैं।
सरल शब्दों में सिर में तेज़ दर्द को माइग्रेन कहते हैं। लेकिन असल में माइग्रेन मात्र सिरदर्द नहीं है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसमें तेज़ सिरदर्द के साथ मितली और उल्टी जैसा महसूस होता है और साथ ही रोशनी और शोर से दर्द बढ़ भी सकता है। सिरदर्द के ऐसे तो कई कारण होते हैं, कभी गैस से या कभी स्ट्रेस से सिरदर्द हो सकता है और सामान्य सिरदर्द में हम पेन किलर ले कर इसे दूर कर लेते हैं। लेकिन माइग्रेन के सही सही लक्षण पता होना बहुत जरूरी है क्योंकि इसका दर्द सामान्य पेन किलर से नहीं जाता है। इसकी दवाइयां अलग होती हैं और इसका इलाज भी अलग तरीके से होता है।
तो आइए सबसे पहले समझते हैं माइग्रेन के लक्षण
खाने की तीव्र इच्छा हो सकती है और कभी-कभी इसके ठीक उलट भूख बिल्कुल खत्म भी हो सकती है। खाना देखकर मितली जैसा लगता है।
मूड में थोड़ा बदलाव होते हैं। कोई भी चीज़ अच्छा नहीं लगता है और किसी भी तरह का मज़ाक अच्छा नहीं लगता है। सामान्य सी बात पर भी चिड़चिड़ापन और गुस्सा आता है।
जोरों की प्यास लग सकती है।
कब्ज़ या डायरिया भी संभव है।
सामान्य से अलग होता है सिरदर्द
माइग्रेन में होने वाला सिरदर्द सामान्य सिरदर्द से बहुत ही अलग होता है।
इस दर्द में नर्वस सिस्टम भी शामिल होता है और दर्द की तीव्रता बढ़ती ही जाती है, एक पीक तक जाती है और फिर धीरे- धीरे खत्म होती है। यह 5 से 20 मिनट तक का एक प्रकार का अटैक जैसा महसूस होता है। लेकिन अवधि इससे ज्यादा या कम भी हो सकती है।
इस दौरान आंखों के सामने अंधेरा जैसा देखे देने लगता है,या फिर काले डॉट, लाइट की तेज़ चमकती रोशनी सी भी दिख सकती है, लाइट की लहरें और तरंगें जैसी नज़र आ सकती हैं या फिर एक तरह के हैलिसिनेशन जैसा महसूस हो सकता है।
इस दर्द के दौरान मरीज सामान्य बात नहीं कर पाता है।
कानों में एक झनझनाहट सी महसूस होती है।
यह दर्द सिर के एक तरफ हो सकता है, सामने माथे पर दर्द हो सकता है, या फिर दोनों तरफ या कह लें कि पूरे सिर में भी हो सकता है।
किसी शारीरिक गतिविधि के दौरान ये दर्द बढ़ जाता है।
धीमी गति से शुरू होता हुआ ये दर्द धमकते हुए एक तेज़ दर्द में बदल जाता है।
माइग्रेन के दर्द को ठीक करने के लिए कमरे की सभी लाइट्स ऑफ करके मरीज़ को लेटा दें। साथ ही सुनिश्चित करें कि कमरे में किसी तरह का शोर न हो या करें। सिर पर हॉट या कोल्ड कम्प्रेस दें। फिर लक्षणों के अनुसार डॉक्टर से संपर्क कर के उचित दवाइयां दें। अगर फिर भी दर्द से राहत नहीं मिलती है, या मरीज दवा लेने की स्थिति में नहीं है तो फौरन अस्पताल ले जाएं।
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