लाइफ स्टाइल

काम के बोझ में न दबाएँ रिश्तों को, साथी के साथ बिठाएँ तालमेल, बनेगा सुखी दाम्पत्य जीवन

SANTOSI TANDI
6 April 2024 6:53 AM GMT
काम के बोझ में न दबाएँ रिश्तों को, साथी के साथ बिठाएँ तालमेल, बनेगा सुखी दाम्पत्य जीवन
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रिश्ता चाहे प्यार का हो या फिर शादी के बाद का दोनों ही कंडीशन में कपल्स को एक दूसरे को समझने की जरूरत होती है। वैसे तो हर कोई अपने रिश्तों को अपने अनुसार चलाता है लेकिन फिर भी कुछ ऐसे तरीके होते हैं जो आपके कमजोर होते रिश्तों में नई जान डाल सकते हैं और आपको एक हैप्पी कपल बना सकते हैं।
कभी-कभी बिना बात के भी रिश्ते में तनाव की पैठ बढ़ जाती है। पति-पत्नी के बीच बेवजह लड़ाई होने लगती है। ऐसा लगता है, जैसे हमें कोई समझने वाला ही नहीं है। बस, कुछ पल मिल जाएं और जी भरकर रो लें। या फिर खुद ही सबसे झगड़ने का मन करता है और चिड़चिड़ापन स्वभाव का हिस्सा बन जाता है। कारण क्या है समझ नहीं आता? ऐसा इसलिए क्योंकि कारण पता होते हुए भी हम सबसे ज्यादा उसे ही नजरअंदाज कर रहे होते हैं। इस बेवजह के तनाव की अहम वजह है आपकी मानसिक सेहत, जो काम के दवाब के चलते थकान मोड पर आ चुकी है और फिलहाल उसे आराम की जरूरत है। भारत में मानसिक सेहत को तवज्जो नहीं दी जाती। पर, अगर इस समस्या को सही तरीके से समझा जाए और दिमागी थकान को दूर करने के लिए सही कदम उठाए जाएं तो रिश्ते में घुलती अनचाही कड़वाहट को दूर किया जा सकता है। साथ ही ऐसा करने से शारीरिक सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कड़वे शब्दों का प्रयोग करना
ऐसा कहा जाता है कि जितना आप किसी को सामने से वार करके नहीं हर्ट कर सकते, उससे कहीं ज्यादा अपने तीखे शब्दों के बाण चलाकर कर सकते हैं। शादी के बाद अगर आप भावनात्मक रूप से कमजोर पड़ने के कारण उसमें रहने को मजबूर हैं, तो ऐसा नहीं होना चाहिए। प्यार करने के बाद आपको और आपके साथी को एक-दूसरे की खामियों के साथ स्वीकार करना होता है, लेकिन जब आप ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो आपका अपमान करना साथी बर्दाश्त नहीं कर पाता है। आप मानसिक तौर पर टॉर्चर होने लगते हैं। आपकी इस तरह की आदत आपकी मैरिड लाइफ को तबाह करने में देर नहीं लगाती है।
दिमागी थकान को पहचानें
क्या आपको अपने सामान्य काम को करने में परेशानी आ रही है? रोजमर्रा के कामों को इसलिए समय पर पूरा नहीं कर पा रहीं क्योंकि रोज कोई नई जिम्मेदारी आपको ही उठानी होती है? क्या आपको इन सभी कामों के बाद खुद के जरूरी कामों को पूरा करने के लिए समय नहीं मिल पाता? घर के सभी लोग आपको जिम्मेदार मानकर हर काम के लिए आप पर ही निर्भर होते जा रहे हैं? और क्या ऐसा होना आपके लिए सामान्य बात बन चुकी है?
अगर ऐसा है, तो आपके दिमाग का थक जाना स्वभाविक है और आपको इस थकान को समझना होगा और समय रहते सही कदम भी उठाने होंगे। इस पर मनोचिकित्सकों का कहना है कि आपको अपने बर्ताव पर गौर करना होगा कि कहीं आपको काम करते-करते चिड़चिड़ापन तो नहीं आने लगता या फिर ये सभी काम आपके दिमाग में तब तक घूमते रहते हैं तब तक आप उन्हें पूरा नहीं कर लेतीं और इन सभी कामों के चलते आप अच्छी नींद भी नहीं ले पा रहीं। कई बार काम के दवाब के कारण आप अपने जीवनसाथी से भी झगड़ जाती हैं या उनकी सामान्य सी बात पर गलत प्रतिक्रिया देने लगती हैं या फिर आप अपने बच्चों से नाराजगी जताने लगती हैं? ऐसा है तो खुद को एक ब्रेक दें और दिमाग को आराम करने का मौका दें। यकीन मानिए इतना करने भर से आप अपने जीवन और अपने रिश्तों को बेहतरी की ओर लेकर जा सकती हैं।
सामाजिक जिन्दगी को खत्म करना
अगर आपका पार्टनर आपको आपकी सोशल लाइफ खत्म करने को कहता है, तो सावधान हो जाएं। कोई भी सही पार्टनर आपकी शादी के बाद आपकी जिंदगी पर रोक-टोक नहीं लगाएगा। लेकिन अगर वह आपको हर वक्त घर पर रहने को कहता है या ऑफिस से सीधे घर आने पर फोर्स करता है, तो आपको एलर्ट होने की जरूरत है। ऐसे में भले ही आपका पार्टनर आपको कोई भी रीजन देने की कोशिश करें, लेकिन आपको इस पर गंभीरता से विचार करने की जररूत है। वैसे भी इस तरह के रिश्ते ज्यादा दिन तक नहीं चल पाते हैं। एक न एक दिन यह टूट ही जाएगा।
रिश्ते के खातिर उठाएं ये कदम
हर तकलीफ को बीमारी का नाम तो नहीं दिया जा सकता, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि तकलीफ को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाए। अगर आपको मानसिक थकान हो रही है तो आपको उसके लिए कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे
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