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सिर्फ फैशन या ट्रिडिशन के लिए नहीं लगाते है बिंदी, स्वास्थ्य संबंधी भी मिलते है फायदे

Ritisha Jaiswal
19 Feb 2022 11:55 AM GMT
सिर्फ फैशन या ट्रिडिशन के लिए नहीं लगाते है बिंदी, स्वास्थ्य संबंधी भी मिलते है फायदे
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महिलाओं के सौंदर्य और फैशन (Women's fasion) से जुड़ी ऐसी कई चीजें हैं जिनका इस्तेमाल कर के उनके रूप में और भी ज्यादा निखार आ जाता है

महिलाओं के सौंदर्य और फैशन (Women's fasion) से जुड़ी ऐसी कई चीजें हैं जिनका इस्तेमाल कर के उनके रूप में और भी ज्यादा निखार आ जाता है. इनमें से एक है बिंदी (Why women wear bindi on forehead). बिंदी के ऊपर ना जाने कितने ही गाने और शायरियां बन चुकी हैं. 'तेरी बिंदिया रे' से लेकर 'बिंदिया चमकेगी' तक बॉलीवुड ने बिंदी को काफी रोमैंटिसाइज किया है. शायरियों में भी शायर ने चांद को कभी अपने मेहबूब की बिंदी बता दिया तो कभी कुछ और मगर बहुत कम लोग जानते हैं कि फैशन के अलावा बिंदी (Health benefits of Bindi) का सेहत से भी जुड़ा महत्वपूर्ण काम है.

योग में बिंदी लगाने की जगह का है अहम काम
आज हम आपको बताने जा रहे हैं बिंदी लगाने के पीछे उन कारणों (Bindi ke fayde) के बारे में जो शायद महिलाओं को भी नहीं पता होंगे. बिंदी को हमेशा ही भौं के बीच के पॉइंट पर लगाया जाता है. ये पॉइंट सेहत के नजरिए से महत्वपूर्ण है. योग (Bindi Yoga) में भौं के बीच की जगह को अजना चक्र या फिर अज्ञ चक्र कहते हैं. ये इंसानी शरीर का छठा और सबसे शक्तिशाली चक्र है क्योंकि यहां से सिर, आंखें, दिमाग, पीनल ग्लैंड और पिट्यूटरी ग्लैंड (Pitutary Glands) या फिर पीयूष ग्रन्थि जुड़े रहते हैं. योग में कई ऐसे आसन हैं जिसमें माथे को जमीन से पर छुआना पड़ता है जिससे ये चक्र एक्टिव हो जाता है. इस चक्र को ज्ञान का केंद्र भी मानते हैं. इस वजह से बिंदी को जब यहां लगाया जाता है तो उस दौरान हर दिन महिलाएं इस जगह को दबाती हैं जिससे ये चक्र एक्टिव हो जाते हैं.
एक्यूप्रेशर में भी निभाता है अहम किरदार
प्राचीन चीनी मान्यता भी योग से काफी हद तक जुड़ी हुई है. चीनी मान्यता में भी इस पॉइंट को थर्ड आय माना गया है और हर दिन इसे दबाने से स्वास्थ्य में सुधार होता है. इस वजह से माथे पर जब बिंदी को तेजी से दबाया जाता है तो वो एक्यूप्रेशर (acupressure) का काम करता है. यहां दबाने से सिर दर्द कम होता है. यहां कई नसें और धमनियां होती हैं जिन्हें रेग्लुर दबाने से शरीर सेहतमंद रहता है.
चेहरे से झुर्रिया होती हैं कम, डिप्रेशन से लड़ने में करता है मदद
आपको जानकर हैरानी होगी कि माथे पर रोज बिंदी लगाने से आंखों की रोशनी तेज होती है. भौं के बीच की जगह से सुप्राट्रोक्लियर (supratrochlear) नसें भी गुजरती हैं जो आंखों की सारी नसों से जुड़ी रहती हैं. इस नस पर दबाव पड़ने से आंखें मजबूत होती हैं. इसके अलावा माथे के इस जगह से ट्रायजेमिनल (trigeminal) नसें भी गुजरती हैं. इन नसों को रोज कुछ सेकेंड के लिए दबाने से चेहरे की मांसपेशियां स्वस्थ रहती हैं जिससे इंसान के चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़तीं और डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों के लिए भी यहां दबाना फायदेमंद होता है.


Ritisha Jaiswal

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