लाइफ स्टाइल

डायट से जुड़ी हैं आपकी सेहत और क्षमता

Kajal Dubey
19 May 2023 4:57 PM GMT
डायट से जुड़ी हैं आपकी सेहत और क्षमता
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हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे शरीर और सेहत पर पड़ता है। लेकिन इसी के साथ ही आहार का संबंध मानसिक सेहत से भी जुड़ा होता हैं। आपकी डाइट तय करती हैं कि आपकी सोच, नजरिया और निर्णय लेने की क्षमता कैसी होगी। मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे अहम अंग होता है। यह हमारे शरीर की प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि शरीर के इस जरूरी अंग का खास ख्याल रखा जाए। जहां कुछ आहार ऐसे हैं जो मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने का काम करते हैं, वहीँ कुछ आहार ऐसे भी हैं जो दिमाग को खोखला बनाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको जिन आहार के बारे में बताने जा रहे हैं उनसे आपको जितनी जल्दी हो सके दूरी बना लेनी चाहिए, वरना आपकी याद्दाश्त पर बुरा असर पड़ सकता है। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
ज्यादा मीठे फूड्स
जरूरत से ज्यादा मीठा खाना हमारी सेहत की नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी नुकसानदेय हो सकता है। दरअसल, ज्यादा मीठा खाने से सिर्फ दिल की बीमारी और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा ही नहीं बढ़ता, बल्कि इससे मस्तिष्क पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। चीनी के अधिक सेवन से मस्तिष्क में इंसुलिन प्रतिरोध भी बढ़ सकता है, जो सीखने, स्मृति और न्यूरॉन के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
सॉफ्ट ड्रिंक
सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करना आपके दिमाग के लिए हानिकारक होता है। इसमें पाया जाने वाला फ्रक्टोज दिमाग को प्रभावित करता है अौर दिमागी कार्यक्षमता को कम करता है। इसके अधिक सेवन से याद्दाश्त भी जा सकती है। इसलिए दिमाग को दुरुस्त रखने के लिए सॉफ्ट ड्रिंक न पिएं।
ब्रेड और कुकीज
पास्ता, ब्रेड और कुकीज जैसी चीजें भी दिमाग के लिए नुकसानदायक होती हैं। इनमें फाइबर बहुत कम मात्रा में मौजूद होता है। दूसरा ये रिफाइंड कार्ब्स वाले फूड्स हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। रिफाइंड कार्ब्स का ग्लाइसीमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जो याद्दाश्त को कमजोर कर सकता है।
प्रोसेस और पैक्ड फूड
हम लोग अक्सर घर से बाहर रहते हैं या काम की मसरूफियत में रहते हैं तो भूख लगने पर प्रोसेस और पैक फूड का सेवन करते हैं। हमारी यह डाइट हेबिट हमारे ब्रेन के लिए बेहद खराब है। इन फूड में नमक और चीनी का ज्यादा सेवन होता है जो हमारे ब्रेन को नुकसान पहुंचाता है। घर में पकाए गए भोजन में पोषक तत्वों और खनिज पदार्थ की उचित मात्रा होती है जो ब्रेन की सेहत के साथ-साथ ऑवर ऑल सेहत के लिए भी उपयोगी है।
नमक
नमक का अधिक सेवन करना दिल के साथ दिमाग के लिए भी नुकसानदायक है। इसमें अधिक मात्रा में सोडियम पाया जाता है, जो बौद्धिक क्षमता पर असर डालने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी बढ़ता है। इसके कारण सोचने और समझने की क्षमता प्रभावित होती है। इसलिए ज्यादा नमक का सेवन करने से बचें।
डीप फ्राइड फूड
डीप फ्राइड फूड खाना भी आपकी कॉग्निटिव हेल्थ पर असर डालता है। एक अध्ययन के मुताबिक, जो लोग अधिक मात्रा में तली हुई चीजें खाते हैं। उनकी याददाश्त कमजोर होने लगती है। इन चीजों का सेवन रक्त वाहिकाओं में सूजन पैदा करता है। डीप फ्राइड फूड खाना डिप्रेशन के जोखिम को भी बढ़ा देता है
शराब
शराब का अत्यधिक सेवन करने से न सिर्फ हमारी सेहत, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शराब के सेवन से न सिर्फ लिवर और पेट पर बुरा असर पड़ता, बल्कि लंबे समय तक इसे पीने से ब्रेन वॉल्यूम में कमी, मेटाबॉलिज्म में बदलाव और न्यूरोट्रांसमीटर में दिक्कत भी हो सकती है।
मछली
मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन बी 12 और आयरन ज्यादा होता है। इन पोषक तत्वों के साथ ही कुछ खास मछलियों में पारा भी होता है जो ब्रेन को नुकसान पहुंचाता है। अगर आप मछली खाते हैं तो ट्यूना, स्वोर्डफिश, ऑरेज रफटी, मैकेरल, शार्क और टाइलफिश का सेवन कम करें, क्योंकि इनमें पारा अधिक मौजूद होता है।
कैफीन
नियमित रूप से तीन कफ कॉफी का सेवन फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इससे अधिक कॉफी पीने से दिमाग प्रभावित होता है। कैफीन को शरीर बहुत जल्दी अवशोषित कर दिमाग को अतिसक्रिय कर देता है लेकिन अगर अधिक कैफीन का सेवन किया जाये तो यह दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे तार्किक क्षमता कम होती है और याद्दाश्त भी कमजोर हो जाती है।
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