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सिर्फ मीठा खाने से ही नहीं बल्कि, ये कारण से भी होता हैं डायबिटीज़

Tara Tandi
25 Nov 2020 7:29 AM GMT
सिर्फ मीठा खाने से ही नहीं बल्कि, ये कारण से भी होता हैं डायबिटीज़
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डायबिटीज़

पिछले कुछ सालों में भारत में डायबिटीज़ आम हो गई है।

जनता से रिश्ता बेवङेस्क | पिछले कुछ सालों में भारत में डायबिटीज़ आम हो गई है। सिर्फ बूढ़े नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी भी तेज़ी से इसकी शिकार हो रही है। ऐसा यहां के खान-पान और फिर डायबिटीज़ के प्रति जागरुकता न होने की वजह से है। डायबिटीज़ एक गंभीर बीमारी है, इसको स्लो-किलर भी कहा जाता है। इसका कोई इलाज नहीं है, बस आप इसे अपने खाने और रहन सहन में बदलाव कर कंट्रोल में रख सकते हैं। ये एक ऐसी बीमारी है, जो आपके शरीर के दूसरे अंगों पर धीरे-धीरे असर डालती है।

सिर्फ मीठा खाना ही नहीं डायबिटीज़ होने के पीछे हैं ये 5 वजह

डायबिटीज़ एक गंभीर बीमारी है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसको स्लो-किलर भी कहा जाता है। इसका कोई इलाज नहीं है बस आप इसे अपने खाने और रहन सहन में बदलाव कर कंट्रोल में रख सकते हैं।

पिछले कुछ सालों में भारत में डायबिटीज़ आम हो गई है। सिर्फ बूढ़े नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी भी तेज़ी से इसकी शिकार हो रही है। ऐसा यहां के खान-पान और फिर डायबिटीज़ के प्रति जागरुकता न होने की वजह से है। डायबिटीज़ एक गंभीर बीमारी है, इसको स्लो-किलर भी कहा जाता है। इसका कोई इलाज नहीं है, बस आप इसे अपने खाने और रहन सहन में बदलाव कर कंट्रोल में रख सकते हैं। ये एक ऐसी बीमारी है, जो आपके शरीर के दूसरे अंगों पर धीरे-धीरे असर डालती है।

एक आम धारणा ये है कि ज़्यादा मीठा खाने से डायबिटीज़ हो जाती है। हालांकि, सच यह है कि सिर्फ मीठा खाना ही इस बीमारी की वजह नहीं है, बल्कि इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं। यहां जानें कि किन कारणों से डायबिटीज़ होती है ताकि आप भी रह सकें सतर्क।

कैसे होती है डायबिटीज़

डायबिटीज़ दो तरह की होती हैम। टाइप-1 और टाइप-2। जब शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र इन्सुलिन पैदा करने वाली कोशिकाओं को ख़त्म कर देता है तो उसे टाइप-1, डायबिटीज कहा जाता है। वहीं, टाइप-2 डायबिटीज़ में शरीर के अन्दर इन्सुलिन का निर्माण तो होता है पर वह शरीर की आवश्यकता के अनुसार नहीं होता। पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन ना बनने की वजह से शरीर में शुगर लेवर बढ़ जाता है।

डायबिटीज़ के 5 कारण

1. जब शरीर की पेंक्रियाज़ ग्रंथी सही तरीके से काम नहीं करती है तब भी ये परेशानी होती है। असल में इस ग्रंथी से कई हार्मोंस निकलते हैं, इन्हीं में से हैं इंसुलिन और ग्लूकागोन। इंसुलिन शरीर के अन्य भागों में शुगर पहुंचाने का काम करती है। इंसुलिन के कम निर्माण से खून में शुगर अधिक हो जाती और ये परेशानी होती है।

2. जंक फूड इसकी एक वजह हो सकती है। इस तरह के खाने में फैट काफी मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर में कैलोरी ज़रूरत से ज़्यादा हो जाती है। इससे आप मोटापे का शिकार होते हैं। मोटापे की वजह से कई बार इन्सुलिन उस मात्रा में नहीं बन पाती और शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है।

3. डायबिटीज़ कई बार जेनेटिकल यानि अनुवांशिक वजह से भी होती है। अगर आपके घर में आपके माता-पिता या भाई-बहन किसी भी सदस्य को ये परेशानी है, तो चांसेज होते हैं कि आपको भी ये बीमारी अपना शिकार बना सकती है। इसलिए शुगर टेस्ट समय-समय पर कराते रहें।

4. जैसा कि मोटापा बढ़ने की वजह से आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन ना बनने की वजह से शरीर में शुगर लेवर बढ़ जाता है। इससे आपको डायबिटीज़ का खतरा होता है। इसलिए अपने वज़न पर हमेशा कंट्रोल रखें। रोज़ाना वर्कआउट करें।

5. अगर आपका ज़्यादातर वक्त बैठकर बितता है, तो चांसेज है कि आगे चलकर आप इस बीमारी का शिकार हो सकते हैं। ऐसा इसलिए कि जब आप कोई शारीरिक मेहनत नहीं करते हैं, तो कई बार शारीरिक ऊर्जा कम होने से खून में शुगर जमा होता चला जाता है। इसी से आगे चलकर डायबिटीज़ हो जाती है।



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