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लाइफ स्टाइल
मानसिक स्वास्थ्य के लिए इन चीजों का करे सेवन, डिप्रेशन-एंग्जाइटी रहेगी दूर
Rani Sahu
11 May 2023 7:02 PM GMT

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हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। यह दिन मानसिक सेहत के प्रति लोगों को जागरूक करने और बीमारियों से बचाव के उद्देश्य से मनाते हैं। काम के दबाव, कोरोना काल और कई सारे सामाजिक कारणों के चलते पिछले कुछ सालों में कई तरह की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं। तनाव और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं काफी नुकसानदायक हो सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जीवनशैली और खान पान को ठीक रखने के लिए मानसिक समस्याओं के खतरे कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के मुताबिक, शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार लाभकारी है। आहार शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जानिए मानसिक स्वास्थ्य के लिए इन चीजों का सेवन फायदेमंद हो सकता है, जिससे डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या दूर हो सकती है।
साबुत अनाज
मानसिक स्वास्थ्य के लिए साबुत अनाज लाभकारी है। वैसे तो साबुत अनाज के सेवन को कई तरह से लाभदायक माना जाता है। साबुत अनाज में जटिल कार्बोहाइड्रेट और कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। साबुत अनाज मस्तिष्क को ट्रिप्टोफैन अवशोषित करने में मदद करता है। अवसाद और चिंता को कम करने में भी साबुत अनाज को फायदेमंद माना जाता है।
पालक
पालक और हरा पत्तेदार साग सेहत के लिए पौष्टिक आहार है। इसके सेवन से मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड मिलता है, जो अवसाद के खतरे को कम करता है। मानसिक स्वास्थ्य के कारण जिन लोगों को नींद न आने की दिक्कत होती है, उन्हें पालक का सेवन करना चाहिए। अध्ययन के मुताबिक, पालक में मौजूद यौगिक गुण वृद्ध लोगों में डेमेंशिया के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मानसिक सेहत के लिए सूखे मेवों का सेवन करना चाहिए। सूखे मेवों को ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक उत्कृष्ट स्रोत माना जाता है। यह अवसाद से लड़ने में मदद करता है। जैसे काजू में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा मस्तिष्क को ऑक्सीजन प्रदान करती है। बादाम में पाया जाने वाला फेनिलएलनिन नामक यौगिक मस्तिष्क के लिए डोपामाइन और अन्य न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन करने में मदद करता है।
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