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होली में रंग-गुलाल बढ़ा सकते हैं सांसों की दिक्कत

Admindelhi1
25 March 2024 8:46 AM GMT
होली में रंग-गुलाल बढ़ा सकते हैं सांसों की दिक्कत
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अस्थमा रोगियों के लिए बड़ सकती है बड़ी समस्या

हेल्थ न्यूज़: रंगों के त्योहार होली की देशभर में धूम है। ये त्योहार अपने साथ खूब सारी खुशियां और उत्सव लेकर आता है। तरह-तरह की मिठाइयां, रंग-गुलाल और लोगों से मेल-मिलाप होली को और भी खास बना देते हैं। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि होली के उमंग-उत्साह के बीच अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। विशेषतौर पर जिन लोगों को पहले से ही सांस की समस्या जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या फिर फेफड़ों की बीमारी है उन्हें और भी अलर्ट हो जाना चाहिए।

होली के दिन चारों तरफ उड़ रहे रंग-गुलाल, सांस की समस्याओं के शिकार लोगों की लिए परेशानियां बढ़ा सकते हैं। वातावरण में फैले गुलाल के कारण आपको सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलने की समस्या हो सकती है। रंग-गुलाल के कारण कुछ लोगों की एलर्जी भी ट्रिगर हो सकती है जिसमें सांस लेना कठिन हो जाता है।

अस्थमा, फेफड़ों की गंभीर बीमारी है जिसमें वायुमार्ग में सिकुड़न और सूजन हो जाती है। इससे सांस लेने में कठिनाई, खांसी और सीने में दर्द का खतरा होता है। वातावरण की कई प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण अस्थमा रोगियों की स्वास्थ्य जटिलाताएं बढ़ने का खतरा रहता है। रंग-गुलाल और इसके कारण वातावरण में बढ़ा प्रदूषण भी इसका एक जोखिम कारक हो सकता है।

एक अध्ययन के मुताबिक होली के रंग-गुलाल के पाउडर में बहुत से छोटे कण हो सकते हैं जिससे न सिर्फ फेफड़ों की दिक्कत बढ़ जाती है साथ ही ये आपके श्वसन तंत्र के लिए गंभीर खतरा भी पैदा कर सकते हैं। यही कारण है कि जिन लोगों को पहले से ही अस्थमा या सांस की दिक्कत रही है उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए।

डॉ शीतल बताती हैं, होली के दौरान श्वसन रोगियों को कुछ बातों को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। होलिका दहन के समय सांस की समस्या वालों को धुएं से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। वहीं होली के दिन घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनकर रखना जरूरी है जिसे हवा में मौजूद प्रदूषकों से बचाव किया जा सके। रंगों से भी दूरी बनाएं, चेहरे-नाक के आसपास लगे रंग को तुरंत साफ कर लें। सांस की दवाइयों को लेकर कोई लापरवाही न बरतें, हमेशा अपने पास इनहेलर जरूर रखें।

सांस के रोगियों को कई तरह की जटिलताओं से बचाने में पौष्टिक आहार का सेवन सहायक हो सकता है। रंगों के कारण गला सूखने या कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जिससे कारण सांस फूलने की दिक्कत हो सकती है। पौष्टिक और स्वस्थ आहार के साथ भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें। होली में किसी भी प्रकार के नशे से बचें। धूम्रपान-अल्कोहल आपके लक्षणों को बिगाड़ सकते हैं।

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