लाइफ स्टाइल

अच्छी नींद और दर्दरहित सुबह के लिए सही मैट्रेस का चुनाव करें, दिन अच्छा जाएगा

Kajal Dubey
28 April 2023 11:13 AM GMT
अच्छी नींद और दर्दरहित सुबह के लिए सही मैट्रेस का चुनाव करें, दिन अच्छा जाएगा
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करवट लेकर सोने से कंधे और गर्दन में दर्द हो सकता है या पहले से दर्द हो तो बढ़ सकता है. इसके चलते मांसपेशियों का संतुलन बिगड़ सकता है. ऐसे लोग यदि जागते ही शरीर में दर्द का तकलीफ़ नहीं उठाना चाहते हैं तो उन्हें अपनी गर्दन और कंधों के अलायनमेंट का खयाल रखना चाहिए.
पीठ के निचले हिस्से में दर्द से बचने के लिए इको-फ्रेंडली और ऑर्गेनिक मैट्रेस सबसे अच्छे होते हैं. इसका एक कारण यह है कि उनके लेटेक्स शरीर का ख़्याल रखने में सक्षम होते हैं. यह लचीलापन प्रेशर पॉइंट और पीठदर्द से आराम दिलाने में मददगार साबित हो सकता है और आप अच्छी नींद ले पाएंगे. वास्तव में कई काइरोप्रैक्टर्स और ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ पीठ या गर्दन के दर्द से पीड़ित रोगियों को ऐसे मैट्रेस पर सोने की सलाह देते हैं.
यदि आप गर्दन के दर्द से पीड़ित हैं तो बेहतर होगा कि एक तरफ़ करवट लेकर या पीठ के बल सोएं. ऐसा करते समय सिर के नीचे चपटा तकिया और गर्दन के नीचे गोल तकिया इस्तेमाल करें.
गर्दन का दर्द कम करने के लिए फेदर पिलो भी अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. आप सर्वाइकल मेमोरी फोम पिलो इस्तेमाल करने पर भी विचार कर सकते हैं, जिसे गर्दन की ख़ास बनावट और उसकी ज़रूरतों के अनुरूप डिज़ाइन किया जाता है. गर्दन के दर्द से आराम के लिए तकिया ख़रीद रहे हों तो ध्यान रखें कि वह बहुत कठोर या ज्यादा ऊंचा न हो. ऐसा न होने पर सोते वक़्त आपकी गर्दन ग़लत पोज़िशन में होगी. नतीजन सुबह जागने पर आपको दर्द हो सकता है.
वैसे तो सोने के लिए सही मैट्रेस का चयन सभी के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है; लेकिन जो लोग करवट लेकर सोने के आदि हों, उनके लिए इसकी ख़ास अहमियत होती है, क्योंकि इस तरह सोने पर आपके शरीर का सारा भार एक ही हिस्से को उठाना पड़ता है. सबसे अच्छा यह होगा कि मैट्रेस ज़्यादा सख़्त या ज़्यादा नरम न हो. संतुलन ज़रूरी है. मध्यम कठोरता वाला मैट्रेस शरीर के वज़नदार हिस्से को सपोर्ट करता है और वह भी कुल्हों और कंधों पर दबाव बनाए बगैर.
यदि आप एक तरफ करवट लेकर सोते हैं तो आपने गौर किया होगा कि एक साधारण तकिए की मदद से सिर को सीढ़ के साथ अलाइन करना मुश्क़िल होता है. इस परेशानी से बचने का आसान तरीक़ा यह है कि दो तकिए या मोटा चिकित्सकीय तकिए का इस्तेमाल करें. इससे रीढ़ के साथ सिर का सही तरीक़े से अलायनमेंट को सकेगा.
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