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Children's Day 2021: इन संदेशों के जरिए दे अपने प्रियजनों को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

Tulsi Rao
14 Nov 2021 6:34 AM GMT
Childrens Day 2021: इन संदेशों के जरिए दे अपने प्रियजनों को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
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यह दिन बच्चों को समर्पित होता है। इस दिन स्कूल कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं जिनमें चाचा नेहरू के विचारों को बच्चों के माध्यम जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश किए जाते हैं। बच्चे बढ़ चढ़कर कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Children's Day 2021: आज बाल दिवस है। यह हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन बच्चों को समर्पित होता है। इस दिन स्कूल, कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं, जिनमें चाचा नेहरू के विचारों को बच्चों के माध्यम जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में बच्चे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। पंडित नेहरू को बच्चों से अगाध स्नेह था। इसके लिए बच्चे प्यार से उन्हें चाचा कहकर पुकारते हैं। चाचा नेहरू हमेशा कहते थे कि देश के स्वर्णिम विकास में बच्चे की अहम भागीदारी है। इस मौके पर बच्चे-बड़े सभी अपने दोस्तों और प्रियजनों को सोशल मीडिया और मोबाइल पर संदेश भेजकर शुभकामनाएं देते हैं। आप भी अपने प्रियजनों को इन संदेशों के जरिए बाल दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं-

चाचा नेहरू आपको सलाम,
अमन शांति का दे पैगाम,
जंग को जंग से तूने बचाया,
किया अपना जन्मदिवस बच्चों के नाम।
चाचा नेहरु तुझे सलाम।
बाल दिवस है चाचा का जन्मदिवस,
ये है हम सबको प्यारा,
काश आज भी होते हमारे साथ चाचा प्यारे,
इनका प्यार है सबसे न्यारा।
सबके मन को भाते चाचा नेहरू,
बच्चों को हँसाते चाचा नेहरू,
दिल में भरा अनोखा प्यार,
करते वो बच्चों को प्यार बेशुमार।
चाचा नेहरू तुझे सलाम
अमन शांति का दे पैगाम
जग को जंग से तूने बचाया
हम बच्चों को भी मनाया
किया अपना जन्मदिवस बच्चों के नाम
चाचा नेहरू तुझे सलाम।
मैडम आज ना डांटना हमको
आज हम खेले गाएंगे
साल भर हमने किया इंतज़ार
आज हम बाल दिवस मनाएंगे।
फूलों के जैसे महकते रहो
पंछी के जैसे चहकते रहो
सूरज की भांति चमकते रहो
तितली के जैसे मचलते रहो
मम्मी डैडी का आदर करो
सुन्दर भावों से मन को भरो
ये है हमारी शुभ कामना
हँसते रहो, मुस्कुराते रहो।
आज है जन्म दिवस मेरे चाचा नेहरु का
मेरा उनका नाता दिया बाती का
चाचा का है प्यारा फूल गुलाब
मैं तो कहूं इन्कलाब जिंदाबाद।
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी
मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन
वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी।
देश की प्रगति का हम है आधार
हम करेंगे चाचा नेहरू के सपने साकार।
सूरज रोशनी ले कर आया और चिड़ियों ने गाना गाया,
फूलों ने हंस-हंस कर बोला मुबारक हो तुम्हारा जन्म दिन आया।


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