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लाइफ स्टाइल
क्रोध को नियंत्रित करके मन को शांत बनाए रखने के लिए ये 5 योगासन
Teja
27 April 2022 11:21 AM GMT

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मनुष्य में मौजूद बाकी इमोशन की तरह क्रोध भी एक तरह की स्वाभाविक भावना है। जिसका अनुभव बच्चा हो या बड़ा हर कोई करता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मनुष्य में मौजूद बाकी इमोशन की तरह क्रोध भी एक तरह की स्वाभाविक भावना है। जिसका अनुभव बच्चा हो या बड़ा हर कोई करता है। यूं तो किसी बात पर गुस्सा आना एक सामान्य बात है लेकिन जब इसका असर आपके दिमाग और रिश्तों पर पड़ने लगे तब व्यक्ति को इसे नियंत्रित करने के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए। गुस्सा आपके मूड और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। ऐसे में क्रोध को नियंत्रित करके मन को शांत बनाए रखने में योग व्यक्ति की मदद कर सकता है। आइए जानते हैं कौन से योगासन करने से व्यक्ति का क्रोध शांत होता है ।
योग एक्सपर्ट प्रमिला सिंह के अनुसार कुछ योग मुद्राओं को करने से आपका मन और मस्तिष्क दोनों शांत रहते हैं और इनके नियमित अभ्यास से आप अपने गुस्से पर नियंत्रण पा सकते हैं। इन आसन और प्राणायम को करने के लिए व्यक्ति को गहरी लंबी सांस लेनी होती है। इन आसनों को करने से क्रोध नियंत्रण में रहने के साथ मन भी शांत बना रहता है। उदाहरण के लिए शशकासन। शशक का अर्थ होता है खरगोश। इस योग मुद्रा के दौरान शरीर खरगोश के समान आकृति में आ जाता है इसलिए इसे शशकासन कहते हैं।
शशकासन-
शशकासन करने के लिए सबसे पहले आप पैरों को मोड़कर व्रजआसन में बैठ जाएं। इसके बाद अपने दोनों हाथों को फैलाते हुए ऊपर की तरफ ले जाएं। इस दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए। ऊपर की तरफ हाथ ले जाते हुए सांस अंदर भरें। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को आगे की तरफ लाएं। इस दौरान अपने माथे को फर्श पर टच करने की कोशिश करें। ऐसा करते हुए सांस को सामान्य बनाए रखें। इस मुद्ना में थोड़ी देर रुकने के बाद वापस आने के लिए सांस भरते हुए ऊपर उठ जाएं। आप इस आसन को एक वक्त में 4 से 5 बार कर सकते हैं।
भ्रामरी-
भ्रामरी करने के लिए सबसे पहले सुखासन या पद्मासन की मुद्रा में बैठें। इसके बाद लंबी सांस लेते हुए 3 उंगलियों से अपनी आंखों को बंद करते हुए अंगूठों को दोनों कान पर रखें और अब अपने मुंह को बंद रखते हुए मन में ही 'ऊं' का उच्चारण करते हुए भंवरे जैसा गुजंन करें। ऐसा 3 से 21 बार करें।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम-
अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठकर अपना एक हाथ घुटने पर रखते हुए बाईं नाक को बंद करें और दाईं नाक से सांस लें। इसके बाद अपने अंगूठे से दाईं नाक को बंद करें।
बाईं नाक से सांस छोड़ें।
उनमामी मुद्रा-
इस आसान को करने के लिए आप पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब आप अपना सारा ध्यान अपनी भौंहों के बीच में केंद्रित कर लें। इस आसान को करते वक्त कुछ भी न सोचे और सिर्फ अपना ध्यान एक जगह केंद्रित करें।
ज्ञान मुद्रा-
इस आसान को करने से हमारा शरीर एंव दिमाग स्वस्थ रहता है जिससे क्रोध का स्तर भी कम हो जाता है। इस आसान को करने के लिए पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अपने हाथो को सीधा कर लें। इसके बाद आप अपनी तर्जनी उंगली को अपने अंगूठे से मिला लें।
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