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![चाणक्य निति: वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर देता है ये 6 आदतें चाणक्य निति: वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर देता है ये 6 आदतें](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/03/03/966762-chanky.webp)
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आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई नीतियां बताई हैं
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई नीतियां बताई हैं। चाणक्य का कहना है कि खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए पति-पत्नी दोनों का समझदार होना जरूरी है। चाणक्य ने एक श्लोक में ऐसे 6 गुणों का वर्णन किया है जो पति-पत्नी की अंदर नहीं होने चाहिए। चाणक्य के अनुसार, वैवाहिक जीवन खुशहाल बनाने के लिए हर पति-पत्नी को इन 6 आदतों पर काबू रखना चाहिए। चाणक्य का मानना है कि ऐसा नहीं होने पर रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच जाता है।
1. गुस्सा- चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी में किसी को भी गुस्से वाले स्वभाव का नहीं होना चाहिए। अगर दोनों में से कोई एक गु्स्सा करने वाला होता है तो परिवार में कभी शांति नहीं होती है। मानसिक तनाव बना रहता है। इस स्थिति में अच्छे काम भी बुरे साबित होते हैं।
2. गोपनीयता- वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच गोपनीयता बेहद जरूरी है। ताकि पति-पत्नी के बीत की बातें किसी तीसरे व्यक्ति तक ना पहुंच पाएं। अपनी बातों को खुद तक सीमित रखने वाले पति-पत्नी हमेशा खुशहाल रहते हैं।
3. मर्यादा- चाणक्य के अनुसार, मर्यादा में रहने वाले लोग हमेशा खुशहाल रहते हैं। इसका उल्लघंन करने वाले लोग हमेशा पछताते हैं। पति-पत्नी को अपने संस्कार और मर्यादा कभी नहीं भूलना चाहिए। वरना घर में कलह हो सकती है।
4. धैर्य- नीति शास्त्र के अनुसार, पति-पत्नी में धैर्य होना बेहद जरूरी है। चाणक्य कहते हैं जो पति-पत्नी मुश्किल समय में धैर्य दिखाते हुए आगे बढ़ते हैं उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। धैर्य खो देने वाले लोग जीवन में निराशा का सामना करते हैं।
5. झूठ- चाणक्य के अनुसार, पति-पत्नी का रिश्ता झूठ पर नहीं टिका होना चाहिए। अगर इन दोनों में से कोई एक भी झूठ के सहारे आगे बढ़ता है तो बाद में सच सामने आने पर रिश्ता में कड़वाहट आनी शुरू हो जाती है। झूठे पर टिके रिश्तों का अंत हो जाता है।
6. खर्च- चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को पैसों के सही इस्तेमाल की जानकारी होने से ही वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है। दोनों की कमाई और खर्चों के बीच संतुलन रहने से उन्हें कभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है। दोनों जीवन का आनंद उठा पाते हैं।
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