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चाणक्य नीति: गलत कार्य करने वाले व्यक्ति का मन हमेशा रहता है अशांत

Gulabi
22 March 2021 4:55 PM GMT
चाणक्य नीति: गलत कार्य करने वाले व्यक्ति का मन हमेशा रहता है अशांत
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चाणक्य नीति

Safalta Ki Kunji: चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि लक्ष्मी जी को यदि प्रसन्न रखना है तो गलत और अनैतिक कार्य करने से बचना चाहिए. गलत कार्यों को करने से लक्ष्मी जी बहुत जल्दी नाराज होती हैं. लक्ष्मी जी के नाराज होने से जीवन में धन का संकट उत्पन्न हो जाता है. भौतिक जीवन में यदि लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त नहीं तो, जीवन संकटों से भर जाता है.



गीता में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि व्यक्ति को सदैव ऐसे कार्य करने से चाहिए जिससे देवतागण प्रसन्न हों. देवता अच्छे और नैतिक कार्य करने से प्रसन्न होते हैं. उन कार्यों को कभी नहीं करना चाहिए जिनसे किसी के दिल को ठेस पहुंचे. भगवान कहते हैं कि व्यक्ति को सदैव ऐसे कार्य करने चाहिए जिनसे मानव का कल्याण हो. शास्त्रों में कुछ ऐसे कार्य भी बताए गए हैं जिनसे व्यक्ति को दूर रहना चाहिए.


अनैतिक कार्य नहीं करने चाहिए
चाणक्य के अनुसार अनैतिक कार्य करने वाले व्यक्ति को अपयश प्राप्त होता है. गलत कार्य करने वाले व्यक्ति के मन में सदैव भय बना रहता है जिससे उसका सुख और चैन नष्ट हो जाता है. इसलिए किसी भी परिस्थिति में गलत और अनैतिक कार्य नहीं करने चाहिए.


दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए
विद्वानों का मत है कि कभी ऐसे कार्य नहीं करने चाहिए जिससे किसी दूसरे को ठेस या पीड़ा पहुंचे. जो कार्य लोगों के चेहरे पर प्रसन्नता लाए, लोगों के दर्द को दूर करे, ऐसे कार्य करने चाहिए. ऐसे कार्य करने से सभी का स्नेह और आर्शीवाद मिलता है.


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