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क्या कोरोना से ठीक हुए लोग रक्तदान कर सकते हैं? जानें

Tara Tandi
13 Jun 2021 2:48 PM GMT
क्या कोरोना से ठीक हुए लोग रक्तदान कर सकते हैं? जानें
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जैसा कि भारत समेत पूरी दुनिया, COVID-19 महामारी से निपट रही है, हम 14 जून को ‘वर्ल्ड ब्लड डोनर डे 2021’ मनाने जा रहे हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | जैसा कि भारत समेत पूरी दुनिया, COVID-19 महामारी से निपट रही है, हम 14 जून को 'वर्ल्ड ब्लड डोनर डे 2021' मनाने जा रहे हैं. ये दिन लोगों को आगे आने और रक्तदान करके जीवन बचाने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करता है. हालांकि, चल रहे स्वास्थ्य संकट के साथ, चीजें थोड़ी बदसूरत हो गई हैं क्योंकि इससे देश भर के ब्लड बैंकों में ब्लड यूनिट की कमी हो गई है और लाखों लोगों के वायरस से संक्रमित होने की वजह से, लोगों को संदेह है कि क्या वो कोरोनावायरस से उबरने के बाद रक्तदान कर सकते हैं?

इसलिए, 'वर्ल्ड ब्लड डोनर डे 2021' के एक दिन पहले, हम यहां COVID-19 महामारी के पीरियड के बीच रक्तदान के संबंध में आपके सभी संदेहों को दूर कर रहे हैं-
क्या ठीक हो चुके COVID-19 के मरीज रक्तदान कर सकते हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ठीक हुए COVID-19 मरीज रक्तदान कर सकते हैं, हालांकि, उन्हें रक्तदान करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना होगा-
1. अगर रक्तदाता में COVID-19 के लक्षण थे, उनका टेस्ट पॉजिटिव है, और ये लक्षणों के समाधान से कम से कम 28 दिन का पीरियड है. संक्रमण की उपस्थिति के लिए बाद नेगेटिव टेस्टिंग इस 28 दिन के डेफरल को छोटा नहीं करता है.
2. अगर रक्तदाता में COVID-19 के लक्षण थे, लेकिन टेस्ट नेगेटिव था, और ये लक्षणों के समाधान से कम से कम 14 दिन का पीरियड है.
3. अगर रक्तदाता में COVID-19 के लक्षण थे और संक्रमण की उपस्थिति के लिए टेस्टिंग नहीं किया गया है, या टेस्टिंग किया गया है, लेकिन लक्षणों के समाधान के कम से कम 28 दिनों के बाद भी रिजल्ट से अवगत नहीं है.
4. अगर रक्तदाता ने पॉजिटिव टेस्टिंग किया है, लेकिन उनमें COVID-19 संक्रमण के लक्षण नहीं हैं और ये उनके अंतिम पॉजिटिव टेस्टिंग की तारीख से कम से कम 28 दिन का पीरियड है. वायरस की उपस्थिति के लिए बाद नेगेटिव टेस्टिंग इस मामले में भी, इस 28 दिन के डेफरल को छोटा नहीं करता है.
हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सबको ध्यान देना चाहिए कि ये ज्वॉइंट यूनाइटेड किंगडम (यूके) ब्लड ट्रान्सफ्यूजन और टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन सर्विसेज प्रोफेशनल एडवाइजरी कमिटी के गाइडलाइंस हैं. जबकि, भारतीय गाइडलाइंस के अनुसार, COVID-19 के मरीज 28 दिनों के डेफरल या पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही रक्तदान कर सकते हैं.
(डिस्क्लेमर : शोध और कई अध्ययनों के आधार पर ये आर्टिकल पूरी तरह से जानकारी वाली है. टीवी9 भारतवर्ष डिजिटल स्वतंत्र रूप से इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं करता है. रक्तदान करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें.)


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