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कैल्शियम की कमी से हो सकती है कई समस्याएं

Teja
23 Feb 2023 10:48 AM GMT
कैल्शियम की कमी से हो सकती है कई समस्याएं
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नई दिल्ली। शरीर में कैल्शियम की कमी से हाइपोग्लाइसीमिया, ऑस्टियोपोरोसिस और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कैल्शियम की कमी से ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों और जोड़ों में जकड़न, दांतों में दर्द, ड्राई स्किन, नाखून का कमजोर होना और टूटना जैसी कई परेशानियां होती हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी से हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। कैल्शियम की कमी से हार्ट अटैक और स्ट्रोक होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में दूध, दही, पनीर और हरी सब्जियों की मात्रा को बढ़ाना चाहिए।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ऑफिस ऑफ डाइटरी सप्लीमेंट्स के आंकड़ों के अनुसार, वयस्कों को हर दिन कम से कम एक हजार मिलीग्राम कैल्शियम का सेवन करने की सलाह दी जाती है। उम्र और जेंडर के हिसाब से इसकी नियमित मात्रा में थोड़ा बदलाव हो सकता है। क्या आप जानते हैं महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा कैल्शियम की जरूरत होती है। कैल्शियम का सबसे बड़ा स्रोत दूध और दूध से बने उत्पाद हैं। लेकिन कुछ लोगों को दूध से एलर्जी होती है। कई लोगों को यह पसंद नहीं होता तो वहीं वीगन लोग दूध का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे में यहां हम आपको बताएंगे कि कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए आप दूध और उससे बने प्रॉडक्ट्स की जगह किन फूड प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।अगर आप कैल्शियम के नॉन-डेयरी प्रॉडक्ट का सेवन करना चाहते हैं तो आप नट्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये कैल्शियम के अच्छे स्रोतों में शामिल हैं।

बादाम सबसे ज्यादा कैल्शियम प्रदान करता है। कई मेडिकल जर्नल बताते हैं कि एक कप बादाम में लगभग 385 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। यह फाइबर और स्वस्थ वसा से भी भरपूर होता है। बादाम मैग्नीशियम, मैंगनीज और विटामिन ई का भी बढ़िया स्त्रोत है। कैल्शियम का एक और बढ़िया स्रोत हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, केल और कोलार्ड ग्रीन्स हैं। अध्ययनों से पता चला है कि कोलार्ड ग्रीन्स का सेवन आपकी कैल्शियम इनटेक को 21 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है। ये सभी सब्जियां कैल्शियम को अच्छे से अवशोषित करने में मदद करती हैं और आपकी हड्डियों और दांतों के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती हैं।

इनमें विटामिन ए, विटामिन के, विटामिन ई, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, फोलेट, विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5 और बी6 भी प्रचुर मात्रा में होते है। बीन्स और दालें काफी पौष्टिक होती हैं। इनमें फाइबर, कैल्शियम प्रोटीन, मैग्नीशियम, फोलेट, जिंक और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। इनमें मिलने वाले पोषक तत्व डाइजेशन बेहतर करते हैं साथ ही हमारे एनर्जी लेवल को भी बूस्ट करते हैं। बीज कैल्शियम समेत कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। तिल के बीज कैल्शियम का एक उच्च स्रोत हैं जिसे आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। लगभग 100 ग्राम तिल कैल्शियम की रोजाना की जरूरत करीब 95 प्रतिशत कैल्शियम आपको प्रदान कर सकते हैं। चिया, कद्दू और लगभग सभी तरह के बीजों में मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक और सेलेनियम होता है।

हेल्थ एक्सपटर्स के अनुसार, कैल्शियम शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह हमारी हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इतना ही नहीं हृदय और शरीर की मांसपेशियों के लिए भी कैल्शियम जरूरी है। कैल्शियम शरीर में खून के थक्के नहीं जमने देता। साथ ही शरीर के विकास में भी मुख्य भूमिका निभाता है।

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