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खतरनाक कंप्यूटर और मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट, स्किन पर भी असर पड़ता है इसका

Tulsi Rao
26 Nov 2021 12:36 PM GMT
खतरनाक कंप्यूटर और मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट, स्किन पर भी असर पड़ता है इसका
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मोबाइल फोन और कंप्यूटर स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट न सिर्फ आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाती है, ​बल्कि स्किन पर भी इसका असर पड़ता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आप भी स्मार्टफोन या कंप्यूटर स्क्रीन पर घंटों नजर गड़ाए रखते हैं, तो आपकी ये आदत खतरनाक साबित हो सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मोबाइल फोन और कंप्यूटर स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट न सिर्फ आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाती है, ​बल्कि स्किन पर भी इसका असर पड़ता है.

आंखों और स्किन के लिए हानिकारक
ब्लू लाइट एक तरह की हाई एनर्जी लाइट है. सूर्य की किरणों, वायुमंडल से लेकर लाइट बल्ब, सभी डिजिटल स्क्रीन और डिवाइसेज में ये मौजूद होती है. सूर्य एक निश्चित मात्रा में ब्लू लाइट उत्सर्जित करता है, जो हमारी नैचुरल स्लीप साइकल और स्लीप पैटर्न के लिए जरूरी है, लेकिन लैपटॉप और स्मार्टफोन पर घंटों बिताना आपकी आंखों और स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है.
हो सकती है ये गंभीर समस्या
ब्लू लाइट के लगातार संपर्क में रहने से आपकी त्वचा अपना निखार खो देती है. इससे चेहरे पर सूजन, एजिंग, रिंकल्स और हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या हो सकती है. त्वचा को ब्लू लाइट के संपर्क में आने से जितना हो सके बचाएं. इससे नींद न आने, आंखों की रोशनी कम होने, थकान और सिरदर्द जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं.
डाइट का रखें ख्याल
स्किन को ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और ब्लू लाइट से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए डाइट में खूब सारे फल और सब्जियों को शामिल करें.
फोन को नाइट टाइम मोड में इस्तेमाल करें
ज्यादातर स्मार्टफोन में नाइट टाइम मोड फीचर होता है. फोन को नाइट टाइम मोड में रखने से ये आपको स्किन डैमेज से बचाएगा. इसके अलावा दूसरा तरीका ये है कि फोन या लैपटॉप की स्क्रीन और अपने चेहरे के बीच दूरी बनाए रखने की कोशिश करें.
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स्किन केयर रूटीन
रात में सोते समय नाइट रिपेयर क्रीम या सीरम लगाएं. ऐसे प्रॉडक्ट्स को चुनें, जिनमें हाइलॉरोनिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स हों. ये आंखों के आसपास की स्किन को भी हानिकारक रोशनी से बचाते हैं.
जिंक ऑक्साइड या टाइटेनियम डाईऑक्साइड वाली सनस्क्रीन क्रीम का इस्तेमाल करें, जो एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हो.
स्किन केयर रूटीन में टॉपिकल एंटीऑक्सीडेंट को शामिल करें. जब त्वचा यूवी किरणों, विजिबल ब्लू लाइट और प्रदूषण जैसी चीजों के संपर्क में आती है, तब टॉपिकल एंटीऑक्सीडेंट क्रीम स्किन को नुकसान से बचाती है.


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