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आज के समय में छोटे बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर कोई मोबाइल (Mobile) का आदी है। सुबह आंख खोलने से लेकर रात को आंख बंद करने तक का ज्यादातर समय मोबाइल की स्क्रीन को देखते हुए निकल जाता है। जिससे आंखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ रहा है। मोबाइल फोन से निकलने वाली घातक नीली रोशनी आंखों (eyes) की रोशनी कम कर रही है। आम तौर पर हम एक मिनट में 12 से 14 बार पलकें झपकाते हैं, लेकिन जब हम लगातार मोबाइल स्क्रीन को देखते हैं तो हम केवल 6 से 7 बार ही पलकें झपकाते हैं। जिससे आंखें शुष्क और कमजोर हो जाती हैं। जिससे कई तरह की परेशानियां हो जाती हैं जैसे-
सूखी आंखें : लगातार मोबाइल की स्क्रीन देखने से हमारी आंखों पर काफी जोर पड़ता है, जिससे आंखों का पानी सूख जाता है। जिससे आंखों में खुजली और जलन होने लगती है। ऐसा लगातार करने से आंखों की लैक्रिमल ग्लैंड पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा आंखों की पुतलियां और नसें भी सिकुड़ने लगती हैं। जिससे सिरदर्द की समस्या भी होती है।
धुंधली दृष्टि : देर रात तक फोन का इस्तेमाल करने के कारण वस्तुओं की धुंधली दृष्टि एक आम समस्या बन गई है। देर रात तक मोबाइल का इस्तेमाल करने से स्क्रीन की रोशनी सीधे हमारी आंखों पर पड़ती है।
रेटिना पर घातक हमला : फोन से निकलने वाली रोशनी आंख के रेटिना को प्रभावित करती है। जिससे आंखें तेजी से खराब होने लगती हैं और देखने की क्षमता भी धीरे-धीरे कम होने लगती है।
लाल आंखें : स्क्रीन पर लगातार देखने से आंखों का सफेद भाग लाल हो जाता है। आई ड्रॉप से भी यह समस्या दूर नहीं होती है। लाली के साथ-साथ आंखों में सूजन भी महसूस होती है।
कम उम्र में चश्मा लगाना : कम उम्र में ही बच्चों की आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है। आजकल यह समस्या बहुत देखने को मिलती है। इसका एक कारण मोबाइल फोन का उपयोग करना या लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना है।
मोबाइल से आंखों को होने वाले नुकसान से कैसे बचें
20 सेकेंड का ब्रेक लें
मोबाइल का प्रयोग करते समय 20 मिनट के बाद कम से कम 20 सेकेंड का ब्रेक लें, इससे आंखों को आराम मिलेगा।
नीली किरण संचालित चश्मे का प्रयोग करें
जहां तक संभव हो किसी भी कारण से मोबाइल का प्रयोग न करें और हो सके तो नीले रंग के चश्मे का प्रयोग करें। इससे स्क्रीन से आने वाली नीली रोशनी से बचा जा सकता है।
मोबाइल को आंखों से दूर रखें
मोबाइल को जहां तक हो सके आंखों से दूर रखें, जिससे कुछ हद तक आंखों की सुरक्षा हो सके। जब भी आप मोबाइल का इस्तेमाल करें तो इस बात का ध्यान रखें कि मोबाइल आंखों के ज्यादा नजदीक न हो।
रात को फोन का इस्तेमाल न करें
रात में ज्यादा देर तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। देर रात फोन का इस्तेमाल करने से नींद में खलल पड़ता है और बाद में आदत बन जाती है। इससे आंखों के नीचे काले घेरे आदि भी हो जाते हैं और आंखों की चमक पर भी असर पड़ता है।
Source : Hamara Mahanagar
{ जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।}

Rani Sahu
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