लाइफ स्टाइल

काला चना, शरीर को मिलते हैं जबरदस्त लाभ

Shiddhant Shriwas
21 Aug 2021 3:44 AM GMT
काला चना, शरीर को मिलते हैं जबरदस्त लाभ
x
आज हम आपके लिए काले चने के फायदे लेकर आए हैं. इसमें प्रोटीन की अच्छी-खासी मात्रा होती है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज देश की आबादी का 7.8 प्रतिशत हिस्सा मधुमेह की बीमारी से जूझ रहा है. मधुमेह के रोगियों को दवाइयों के साथ-साथ अपना खानपान और जीवन-शैली में बदलाव करना बेहद ही जरूरी है. इस बीमारी के मरीजों के लिए काला चना बेहद फायदेमंह हो सकता है. जाने माने आयुर्वेद डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहत हैं कि मधुमेह के रोगियों के लिए काला चना किसी सुपरफूड से कम नहीं है.

क्या है डायबिटीज बीमारी (what is diabetes disease)

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित रूप से घटता-बढ़ता रहता है. खराब खानपान, अस्वस्थ जीवन-शैली और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण लोग कम उम्र में ही इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं. जाने माने आयुर्वेद डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहते हैं कि जब पैन्क्रियाज इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन कम या फिर बंद कर दे तो इसके कारण बॉडी में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और यही डायबिटीज का कारण भी बनता है.

शुगर बढ़ने पर इन बीमारियों का खतरा

खून में शुगर का स्तर बढ़ने से किडनी फेलियर, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थिति का खतरा भी बढ़ जाता है.

मधुमेह में कैसे फायदेमंद है काला चना (How black gram is beneficial in diabetes)

काला चना खून में आसानी से घुल जाता. इसलिए ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए काले चने के सेवन की सलाह दी जाती है. काले चने में विटामिन ए, बी, सी, डी, फॉस्फोरस, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और मिनरल्स की अच्छी-खासी मात्रा होती है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं, जिसके कारण यह दिल के लिए भी बहुत अच्छा होता है.

डायबिटीज मरीज ऐसे करें चने का सेवन

आप स्प्राउट्स के तौर पर काले चने को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

सुबह कच्चा या फिर इसकी सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं.

काले चने का पानी भी लाभकारी है

डायबिटीज मरीजों के लिए काले चने का पानी भी फायदेमंद है. इसके लिए रात को काले चने भिगोकर रख दें. सुबह उठकर उसके पानी का सेवन करें. इससे बॉडी में मौजूद एक्स्ट्रा ग्लोकूज की मात्रा कम हो सकती है.

Next Story