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स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है नाखून चबाना, हो सकती है कैंसर की सम्भावना, बिगड़ जाती है चेहरे की शेप

SANTOSI TANDI
13 Sep 2023 8:07 AM GMT
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है नाखून चबाना, हो सकती है कैंसर की सम्भावना, बिगड़ जाती है चेहरे की शेप
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चेहरे की शेप
नाखून चबाने की आदत बुरी आदत है। इस बात को जानने-समझने के बाद भी कई वयस्क लोगों को नाखून चबाना अच्छा लगता है। चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि यह शरीर में कैल्शियम की कमी और मानसिक तनाव के चलते होता है। बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी यह आदत पायी जाती है। मेरे स्वयं के बच्चों में यह आदत है। नाखून चबाने की आदत आम तौर पर बचपन में शुरू होती है और बड़े होने तक रहती है। कहने का तात्पर्य यह है कि नाखुन खाने या चबाने की आदत ऐसे लोगों में होती है जो मानसिक तौर पर कुछ कमजोर होते हैं। ऐसे लोग हर छोटी-बड़ी बात पर अपने मुंह में नाखून डालकर कुतरने लगते हैं। यह आदत कई गम्भीर बीमारियों को आपके द्वार पर लाकर खड़ा कर सकती है। इस गंदी आदत की वजह से हमारी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
लोग नाखून क्यों चबाते हैं
लोग अलग-अलग कारणों से नाखून चबाते हैं कई लोग अपनी बोरियत को कम करने के लिए नाखून चबाते हैं, कुछ लोग ध्यान केंद्रित करने के लिए, कुछ लोग स्वयं को व्यस्त रखने के लिए, तो कुछ लोग नाखूनों को छोटा आकार देने के लिए इन्हें चबाने लगते हैं। यही नहीं आप बोर हो रहे हैं, या किसी बात से नाखून चबाने से चिंता से कुछ देर के लिए राहत भी मिल सकती है। कुछ मामलों में, एडीएचडी, डिप्रेसिव डिसऑर्डर, एंग्जायटी डिसऑर्डर जैसी दिमागी परेशानियों के कारण भी लोग नाखून चबाने लगते हैं।
हम अपने पाठकों को नाखून चबाने से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताने जा रहे हैं। हो सकता इन दुष्परिणामों की जानकारी होने के बाद कुछ लोग नाखून चबाने की आदत को छोड़ दें।
परमानेंट डिसैबिलिटी
मुंह के अंदर नाखून डालने वालों को के शरीर में पैरोनीशिया जैसी कई बैक्‍टीरिया प्रवेश कर सकते हैं। इससे आपका शरीर अनियंत्रित हो सकता है। ऐसे में हाथ और पैरों के ज्‍वाइंट्स प्रभावित हो सकते हैं। इस समस्या को सेप्टिक अर्थराइटिस भी कहा जाता है। इसका इलाज कराना मुश्किल हो सकता है। यह परमानेंट डिसैबिलिटी का कारण बन सकता है।
बैक्टीरियल समस्याएँ
नेल को कुतरने वालों को बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा काफी ज्यादा रहता है। ऐसे में आपकी स्किन पर सूजन, रेडनेस, लालिमा जैसी परेशानी हो सकती है। दरसअल, हमारे नाखून के अंदर कई तरह की गंदगी मौजूद होती है, ऐसे में जब आप नाखून को अपने मुंह में डालते हैं, तो यह आपके शरीर में प्रवेश करती है, इसकी वजह से शरीर में कई प्रकार के इंफेक्शन होने की सम्भावना बन जाती है।
दस्त और पेट दर्द की समस्या
जब आप अपने नाखूनों को दांतों से काटते हैं, तो हानिकारक जीवाणु आपके नाखूनों से आपके मुंह में जाते हैं और फिर आपके पेट में जाते हैं। जिसके कारण इन रोगाणुओं से जठरांत्र संबंधी संक्रमण हो सकते हैं जो दस्त और पेट दर्द जैसी समस्या पैदा करते हैं।
कमजोर होते हैं दाँत, बिगड़ने लगती है शेप
नाखूनों से निकलने वाली गंदगी दांतों को समय के साथ-साथ कमजोर करने लगती है। बहुत अधिक मात्रा में नाखून चबाने वाले लोगों में मुंह बंद करने पर ऊपरी और निचले दांतों को एक साथ आने पर समस्या होती है। अगर आप अक्सर अपने नाखूनों को चबाते है तो दांतों के अपने मूल स्थान से शिफ्ट होकर बाहर आने और कमजोर होने की भी बहुत अधिक आंशका रहती है। जिन लोगों को बचपन से नाखून चबाने की आदत होती हैं। उनके दांत टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं। दरअसल, जब आप बार-बार नाखून चबाते हैं, तो इसका असर मसूड़ों पर भी पड़ता है। ऐसे में दांत और मसूड़े टेढ़े हो सकते हैं।
नाखूनों के टिश्यूज हो सकते हैं खराब
नाखून को चबाने या काटने से नाखून के अंदर के टिशू खराब हो सकते हैं। कुछ लोगों में बार-बार नाखून को चबाने की आदत होती है, जिसकी वजह से आपके नाखून परमानेंट डैमेज हो सकते हैं।
मसूड़ों में हो सकता है दर्द
बार-बार नाखून चबाने की आदत के कारण मुंह के अंदर नाखून फंस सकते हैं। ऐसे में मसूड़ों से खून आने लगता है। कुछ लोगों में मसूड़ों और दांतों में सड़न की शिकायत हो जाती है, जिसकी वजह से दांतों में संक्रमण और घाव की स्थिति हो सकती है।
पाचन तंत्र हो सकता है प्रभावित
नाखून चबाने की वदह से पेट में बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है, जिसका बुरा असर आपके पाचन तंत्र पर भी पड़ सकता है। इसके कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण की परेशानी हो सकती है। ऐसे में पेट दर्द, दस्त और एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है।
कैंसर का भी खतरा
हमेशा नाखून चबाने से आँतों का कैंसर भी हो सकता है। दरअसल नाखून चबाने से नाखून में मौजूद बैक्टीरिया हमारी आँतों तक पहुँच जाते हैं जो कैंसर जैसे रोग भी दे सकते हैं।
नाखून चबाने को कम करने के उपाय
आप अपने नाखून चबाना रोकने के लिए कुछ आसान घरेलू उपायों को आजमा सकते हैं। हालांकि कुछ मामलों में ये समस्या इतनी बढ़ जाती है कि इससे छुटकारा पाने के लिए आपको डॉक्टरी परामर्श की आवश्यकता भी पड़ सकती है। लेकिन फिर भी आपको पहले घरेलू तरीकों को आजमाने की जरूरत है।
नाखूनों को छोटा रखें
अपने नाखूनों को चबाने से खुद को रोकने का एक आसान तरीका उन्हें छोटा रखना है। इस पद्धति के पीछे एक सरल विचार है। जब आपके नाखून छोटे होते हैं तब आपके पास चबाने के लिए कुछ भी नहीं होता है, तो आप अपने नाखूनों को चबाने के लिए खुद को मजबूर महसूस नहीं करेंगे। बेशक, आपको अपने ट्रिमिंग रूटीन में सबसे ऊपर इस प्रक्रिया को रखना होगा क्योंकि नाखून बहुत जल्दी बढ़ने लगते हैं।
मैनीक्योर करवाएं
मैनीक्योर की प्रक्रिया में नाखूनों को खूबसूरत बनाया जाता है। जब आपके नाखून दिखने में खूबसूरत होते हैं तब इन्हें दांतों से चबाने से बचाया जा सकता है। समय-समय पर मैनीक्योर करवाना आपके नाखूनों को खूबसूरत बनाने के साथ इन्हें दांतों से चबाने से रोकने का अच्छा तरीका भी है।
नाखूनों में खराब स्वाद का नेल पेंट लगाएं
आप जब भी नाखूनों में नेलपेंट लगाती हैं ध्यान रखें कि किसी खराब स्वाद का नेल पेंट अप्लाई करें। ऐसा करने से जब आप नाखून चबाती हैं तब इनका खराब स्वाद आपको नाखून चबाने से रोकने में मदद करेगा। आप नाखूनों में नीम के कड़वे तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। जिससे इन्हें चबाने की आदत को कम किया जा सके।
नाखून चबाने की वजह को पहचानें
यदि आप अपने नाखूनों को दांतों से चबाने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको सबसे पहले यह देखना चाहिए कि दिन में आप आमतौर पर व्यवहार में इस प्रक्रिया को कहां शामिल करते हैं। उदाहरण के लिए, आप नोटिस कर सकते हैं कि जब जब आप ईमेल पर स्क्रॉल करते हैं, काम करते हैं या टीवी देखते हैं तो आप अक्सर नाखून चबाना शुरू कर देते हैं। क्या बोरियत, चिंता आदि को कम करने की वजह से आप नाखून चबाते हैं। आप इसके कारणों का सही पता लगाएं और इस आदत को कम करने की कोशिश करें।
नाखूनों को ऊपर से ढक लें
यदि मैनीक्योर आपको नाखून चबाने से रोकने के लिए काफी नहीं है तो इन्हें ऊपर से ढकना भी एक अच्छा तरीका है। इसके लिए आप अपने नाखूनों में कोई नेल एक्सेसरीज का इस्तेमाल करें या फिर इन्हें किसी टेप या बैंडेड से कवर करें। ऐसा करने से आप नाखून चबाने से बच सकते हैं। नाखूनों में ग्लव्स का इस्तेमाल भी इन्हें चबाने की आदत को कम करने में मदद कर सकता है।
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