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यह स्कैल्प की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है:
आयुर्वेद में प्राकृतिक औषधि के हज़ारों ऐसे नायाब नुस्ख़े छुपे हुए हैं, जो आपके शरीर, बालों और त्वचा के संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिहाज़ से आश्चर्यजनक और अद्भुत नतीजे देते हैं. असंख्य फ़ायदोंवाला भृंगराज या भृंगा तेल, एक ऐसी ही प्राचीन औषधि है, जिसका प्राचीन काल से ही बालों और स्कैल्प की त्वचा को सेहतमंद रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. आयुर्वेद में इसे केशराज कहा जाता है यानी बालों का राजा. इस जादुई हर्ब को फ़ॉल्स डेज़ी नाम से भी जाना जाता है. यह सूर्यमुखी परिवार से संबंधित है.
इसे भारत, थाईलैंड, नेपाल और ब्राज़ील जैसे आर्द्र व उष्ण कटिबंधीय इलाक़ों में उगाया जाता है. भृंगराज तेल में भृंगराज के पौधे (इक्लिप्टा एल्बा) के सत्व और प्राकृतिक कैरियर ऑयल (आमतौर पर तिल या नारियल का तेल) का कॉम्बिनेशन होता है. बालों के बेहतरीन होने के साथ ही कहते हैं कि भृंगराज तेल आपके लिवर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आइए, भृंगराज तेल के पांच फ़ायदों के बारे में जानते हैं.
1. यह बालों की वृद्धि को प्रोत्साहित करता है: आयुर्वेद के अनुसार, यह हर्ब स्कैल्प में रक्त संचार को बेहतर बनाता है और उसके साथ ही बालों की जड़ों में भी. पोषण युक्त रक्त संचार के चलते जड़ों की अच्छी वृद्धि होती है. कुछ प्रारंभिक शोधों के नतीजे बताते हैं कि इस पौधे के सत्व बालों की वृद्धि को प्रोत्साहित करते हैं. वर्ष 2009 में जर्नल ऑफ़ इथनाफ़ार्माकोलॉजी (एक मेडिकल जर्नल) में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक़, चूहों पर भृंगराज सत्व के साथ किए गए प्रयोग में यह निष्कर्ष सामने आया है कि इससे उनके बालों की वृद्धि तेज़ होती है. भृंगराज तेल हेयर फ़ॉलिकल्स को सक्रिय करता है, जिससे बालों की वृद्धि प्रोत्साहित होती है. इतना ही नहीं, यह बालों और स्कैल्प की सेहत को बेहतर बनाए रखता है.
2. यह स्कैल्प की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है: रूसी और स्कैल्प का रूखापन जैसी समस्याएं आपको खीझ दिला सकती हैं. रूसी और पपड़ीदार त्वचा से बाल तेज़ी से झड़ते हैं. भृंगराज तेल गाढ़ा होता है, जिसका मतलब है कि यह आसानी से स्कैल्प के अंदर तक चला जाता है, जिससे स्कैल्प के रूखेपन की समस्या से राहत मिलती है. इसके अलावा यह अपने ऐंटी-इन्फ़्लेमेट्री गुणों के लिए भी जाना जाता है, जिसके चलते इसे लगाने के बाद हेयर फ़ॉलिकल्स की सूजन कम होती है. रूखे बालों और स्कैल्प के लिए अपने स्कैल्प पर तेल डालें और सिर पर पांच मिनट के लिए गर्म तौलिया बांधें. गर्म तौलिया बांधने से बालों के क्यूटिकल्स खुल जाते हैं और सेबेसियस ग्लैंड्स सक्रिय हो जाते हैं. इससे तेल गहराई तक जा पाता है. रूसी की समस्या के समाधान के लिए थोड़ा-सा भृंगा तेल गर्म करें और रात को सोने से पहले अपने बालों पर लगाएं. अपनी उंगलियों के पोरों से मसाज करें और रातभर लगा रहने दें. अगली सुबह स्कैल्प पर नींबू का रस लगाएं और उसके बाद बालों को शैम्पू से धो लें.
3. यह बालों का झड़ना रोकता है: भृंगराज तेल अपने ठंडक प्रदान करनेवाले गुण के लिए जाना जाता है. इस तेल से सिर के नियमित मसाज से तनाव संबंधित हेयर लॉस से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा यह हेयर फ़ॉलिकल्स को पुनर्जीवन प्रदान करता है और उनकी वृद्धि में सहायता करता है. इन गुणों के चलते यह बालों का झड़ना रोकने का प्राकृतिक समाधान कहलाता है. इस औषधि में महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी हैं, जो उन मिनरल्स की कमी को पूरा करता है, जिनकी कमी के चलते बाल झड़ते हैं.
4. असमय बालों के सफ़ेद होने को रोकनाः भृंगराज ऑयल आपके बालों के नैसर्गिक रंग को बनाए रखने में और असमय सफ़ेद हो रहे बालों को नियंत्रित करने में मदद करता है. मनचाहा नतीजा पाने के लिए नियमित रूप से तेल का इस्तेमाल करें. आंवला तेल में भृंगराज तेल मिलाएं और सोने से पहले इसे स्कैल्प पर मसाज करते हुए लगाएं. रातभर इसे लगाकर रखें और सुबह उठते ही बालों को धोएं. इसके पत्तों से तैयार किया गया ब्लैक डाइ, बालों को नैचुरल तरीक़े से कलर करता है.
5. बॉटल में जादू: भृंगराज और उसके कई अनगिनत फ़ायदों को आप पा सकते हैं इंदुलेखा भृंगराज हेयर ऑयल में. इस यूनिसेक्स और आयुर्वेदिक औषधीय गुणों युक्त तेल में भृंगराज, श्वेत कुटजा, आंवला, नीम और अन्य अहम हर्ब्स होते हैं. इन सारे हर्ब्स को वर्जिन कोकोनट ऑयल में भिगोकर सात दिनों के लिए धूप में रखा जाता है. सूरज की शक्ति और हर्ब्स की क्षमता इस तेल को बालों की देखरेख के लिए एक अच्छा प्रॉडक्ट बनाती है. इसका चौड़े दांतोंवाला सेल्फ़ी कोम सीधे स्कैल्प पर तेल लगाता है. इससे तेल रूट्स तक पहुंच पाते हैं और बालों का झड़ना कम होता है व बालों की सेहत में सुधार आता है. बॉटल को हल्के-से दबाएं और सेल्फ़ी कोम की मदद से पूरे स्कैल्प पर तेल लगाएं. अब उंगलियों की मदद से सर्कुलर मोशन से स्कैल्प पर मसाज करें. इसका नियमित इस्तेमाल बालों की वर्तमान स्थिति, टेक्स्चर में सुधार लाता है और बालों का झड़ना कम करता है.
सेहत से जुड़ा इसका फ़ायदा
भृंगराज आयरन, विटामिन ई, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन डी का अच्छा व समृद्ध स्रोत है. इसके अलावा भृंगराज का पौधा ऐंटीलेप्रॉटिक, ऐंटीहेमोरेजिक, एनैलजेसिक, ऐंटीहेप्टॉक्सिक, ऐंटीबैक्टीरियल, ऐंटीवायरल गुणों से युक्त होता है, जो यक़ीनन इसे एक जादुई हर्ब बनाता है.
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Apurva Srivastav
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