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रमजान में रोजे रखने के फायदे, कैंसर जैसी बीमारी से बचाव

Teja
8 April 2022 7:10 AM GMT
रमजान में रोजे रखने के फायदे, कैंसर जैसी बीमारी से बचाव
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अभी रमजान का पाक महीना चल रहा है, इस दौरान इस्लाम के अनुयायी 30 दिनों तक सूर्योदय से सूर्यास्त तक कुछ भी खाते-पीते नहीं है. इस महीने में रोजे की खास अहमियत है, साथ ही इससे शरीर को भी कई तरह के फायदे पहुंचते हैं. इस साथ भारत में करीब 14 घंटे का रोजा हो रहा है, यानी रोजेदार एक दिन में सिर्फ 10 घंटे ही खाना-पीना कर सकते हैं. इस तरह के व्रत को इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) कहा जाता है. आइये जानते हैं ऐसा करने से सेहत किस तरह बेहतर होती है.

रमजान में रोजे रखने के 5 फायदे
1. हॉर्मोन, सेल्स और जीन्स में सुधार
इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) से शरीर में हॉर्मोन, सेल्स और जीन्स की एफिशिएंसी सुधर सकती है. इस दौरान इंसुलिन लेवल कंट्रोल हो जाता है और सेल्स तेजी से रिपेयर होने लगते हैं. वहीं जीन्स की कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है.
2. वजन घटाने में कारगर
इंटरमिटेंट फास्टिंग की मदद से वेट लॉस आसानी से किया जा सकता है. क्योंकि, भूखे रहने के दौरान शरीर में पहले से स्टोर फैट को एनर्जी के रूप में बर्न करने लगता है. वहीं, इंटरमिटेंट फास्टिंग आपके खाने के समय को कम कर देता है. जिससे शरीर को कम कैलोरी मिल पाती है.
3. दिल की सेहत के लिए अच्छा
आजकल हार्ट डिजीज का खतरा काफी बढ़ गया है, लेकिन इंटरमिटेंट फास्टिंग से दिल की बीमारियों से बचाव होता है. क्योंकि इससे ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ट्राइग्लिसराइड, बुरा कोलेस्ट्रॉल आदि का लेवल कम हो जाता है.
4. सेहतमंद और तेज दिमाग
जब इंटरमिटेंट फास्टिंग के कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, इंफ्लामेशन, ब्लड शुगर और इंसुलिन रेजिस्टेंस सुधर जाता है, तो इससे सीधा फायदा दिमाग को मिलता है. दिमाग के सेल्स हेल्दी हो जाते हैं और उनकी एफिशिएंसी बढ़ जाती है.
5. कैंसर से बचाव
कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि रोजा रखने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा कम हो जाता है, क्योंकि व्रत के दौरान स्टेम सेल्स इम्यून सिस्टम को फिर से पैदा करने में मदद करते हैं. इससे ट्यूमर किलिंग सेल्स का प्रोडक्शन भी बढ़ जाता है.


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