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लाइफ स्टाइल
सफेद मूसली खाने के फायदे, वजन बढ़ाने से लेकर डिप्रेशन कम करने तक
Kajal Dubey
13 May 2023 6:39 PM GMT

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सफेद मूसली में कई हेल्दी न्यूट्रीएंट (healthful nutrient) होते हैं। इसके सेवन से कई तरह के विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं। इससे कम वजन वाले लोगों को पोषण मिलता है। साथ ही जिन्हें लीन मसल्स मास गेन करने की जरूरत होती है।
अगर आप भी वजन बढ़ाने और मांसपेशियों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं तो रोजाना सोने से पहले एक चम्मच सफेद मूसली पाउडर का सेवन दूध के साथ कर सकते हैं।
2. एंग्जाइटी और डिप्रेशन कम करे (Safed Musli For Anxiety and Depression)सफेद मूसली में एडाप्टोजेन या तनाव-रोधी गुण (Adaptogenic or anti-stress properties) पाए जाते हैं। विभिन्न मानसिक बीमारियों या स्थितियों जैसे, डिप्रेशन (Depression), डिमेंशिया (Dementia) आदि को दूर करने में इसका सेवन बेहद उपयोगी है।
यह शरीर में वात और पित्त दोषों (vata and pitta dosh) को भी नॉर्मल करती है, जो बदले में सेरोटोनिन हार्मोन (Serotonin hormone) को बैलेंस करने में मदद करती है। साथ ही यह एंग्जाइटी, बेचैनी (Uneasiness), ठंडे हाथ (Cold hands) और पैर (Feet) आदि समस्याओं में भी मदद करती है।
3. लिबिडो के लिए सुरक्षित मूसली (Safed Musli For Libido)सफेद मूसली कामोत्तेजक प्रभाव (strong aphrodisiac effects) मानसिक तनाव और चिंता (mental stress and anxiety) को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा यह लिबिडो (libido) बढ़ाने के लिए हार्मोन को उत्तेजित करती है। यह पुरुषों में पौरुष और सहनशक्ति ( virility and stamina) बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाती है।
4. डायबिटीज को नियंत्रित रखे (Control Diabetes)सफेद मूसली में हाइपोग्लाइसेमिक प्रॉपर्टी (hypoglycemic property) होती है, जो कि शरीर की ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने का काम करती है। The β-pancreatic cells, जो इंसुलिन के उत्पादन में मदद करती है, मूसली का सेवन करने से वे काफी एक्टिव हो जाती हैं। यह ग्लूकोज (glucose) में स्टार्च के टूटने को कम करने में भी मदद करती है, जिससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है।
5. इम्यूनिटी बढ़ाए (Increase immunity)मूसली का शक्तिशाली फॉर्मूलेशन स्टेमिना और इम्यूनिटी का लेवल (stamina and energy level) बढ़ा देता है। अश्वगंधा और अन्य जड़ी-बूटियों की एक्टिव प्रॉपर्टीज कमजोरी और थकान को कम कर सकती हैं। साथ ही यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है।
सफेद मूसली खाने के तरीके और खुराक (Ways to eat Safed musli and dosage)
सफेद मूसली को आमतौर पर पाउडर के रूप में लिया जाता है। इसका या तो काढ़ा (खांसी और सामान्य सर्दी के लिए लिया जाने वाला आयुर्वेदिक पेय) बनाया जा सकता है या जरूरत और चिकित्सकीय नुस्खे के अनुसार दूध, शहद या अन्य जड़ी-बूटियों के साथ लिया जा सकता है। सफेद मूसली कैप्सूल और टैबलेट भी बाजार में उपलब्ध हैं।
यह माताओं का प्रसव के पश्चात डाइट का एक अनिवार्य हिस्सा है, जिसमें मूसली नई माताओं को लड्डू (एक भारतीय मिठाई) के रूप में दी जाती है।
केरल में पारंपरिक चिकित्सक हेयरलाइन फ्रैक्चर के तेजी से उपचार के लिए सफ़ेद मूसली की जड़ के पेस्ट का उपयोग करते हैं।
सफेद मूसली के पाउडर को दूध और शहद के साथ मिलाकर पेस्ट के रूप में स्किन पर लगाया जाता है, जो स्किन की बनावट और रंगत (त्वचा का गोरापन) में सुधार करने के लिए जाना जाता है।
यह एक आम आयुर्वेदिक उपचार "मूसली पाक" का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उपयोग यौन रोगों के उपचार में किया जाता है।
इस पौधे की पत्तियों का उपयोग देश के कई भागों में भोजन के रूप में किया जाता है।
सफेद मूसली पाउडर की अनुशंसित खुराक प्रति दिन खाली पेट 1-2 चम्मच है। हालांकि, आयुर्वेदिक डॉक्टरों के अनुसार सफेद मूसली की खुराक और उपयोग व्यक्ति की उम्र, लिंग और शारीरिक स्थिति पर निर्भर करती है। इसलिए, सफेद मूसली को किसी भी रूप में लेने से पहले अपने डॉक्टर से जांच कराना सबसे अच्छा है। सर्दियों के महीनों में सफेद मूसली लेना बेहतर होता है, क्योंकि यह शरीर को गर्म करने के लिए जाना जाता है, जिससे शरीर में अधिक गर्मी पैदा होती है।
सफेद मूसली को काली मूसली, शतावरी, अश्वगंधा और सालेप के साथ समान मात्रा में मिलाया जाता है, आदर्श रूप से ल्यूकोरिया (योनि से सफेद-पीले स्राव की विशेषता) से राहत पाने के लिए रात में 1 चम्मच लिया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त, सफेद मूसली को दूध के साथ 1:1 के अनुपात में मिश्री के साथ मिलाकर सामान्य थकान से निपटने में उपयोगी माना जाता है।
सफेद मूसली के नुकसान (Safed musli side effe
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