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सिर्फ 1 हफ्ते में पेट की चर्बी होगी कम, ये 5 योगासन करेंगे आपकी मदद!

SANTOSI TANDI
1 Sep 2023 9:22 AM GMT
सिर्फ 1 हफ्ते में पेट की चर्बी होगी कम, ये 5 योगासन करेंगे आपकी मदद!
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5 योगासन करेंगे आपकी मदद!
क्या आपकी भी तोंद निकल आई है? क्या पेट के बल झुकने में तकलीफ होती है? अगर ऐसा है, तो आप अधिक वजन या फिर कहें मोटापे की गिरफ्त में आ चुके हैं। कई वैज्ञानिक शोधों में इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि मोटापे से ग्रस्त शख्स को डायबिटीज, ह्रदय रोग, स्ट्रोक, आर्थराइटिस, उच्च रक्तचाप और कैंसर जैसी बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
घबराइए नहीं, आज इस लेख में हम आपकी इसी समस्या का हल लेकर आए हैं। यहां हम पेट की चर्बी कम करने के लिए योगासन के बारे में बात करेंगे, जिनके नियमित अभ्यास से न सिर्फ मोटापे को कम किया जा सकता है, बल्कि अन्य बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है।
तो चलिये जानते है पेट कम करने के 5 आसान योगासन
अधोमुखश्वानासन
इस आसन को करने से पेट की चर्बी कम होने के साथ साथ हड्डी मजबूत होती है और थकान दूर होता है । यह आसन शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने के साथ-साथ दर्द से छुटकारा पाने में सहायता करता है।
कैसे करें:
- योग चटाई पर अपने पेट के बल लेट जाएँ।
- धीरे-धीरे अपने हाथ और पाँव को उठाएं
-अपने हाथों और पैरों को एक-दूसरे के करीब लाएं और पहाड़ जैसी संरचना में अपने शरीर को रखें।
-अब कुछ समय के लिए मुद्रा में रहे ।
ताड़ासन
योगाभ्यास से पेट की चर्बी कम करने के लिए ताड़ासन सबसे लाभदायक योगाभ्यास है इसे करने से पूरे शरीर में खिंचाव महसूस होता है और ऊर्जा आती है। रक्त का प्रवाह बेहतर हो जाता है।
कैसे करें :
- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और अपनी टांगों, कमर व गर्दन को सीधा रखें।
-अब हाथों की उंगुलियों को आपस में फंसाते हुए हाथ को सिर के ऊपर ले जाएं और गहरी सांस भरते हुए पूरे शरीर को ऊपर की ओर खींचें। हथेलियां आसमां की दिशा में होनी चाहिए
- इस अवस्था में कुछ सेकेण्ड रहें
- सामान्य गति से सांस लेते व छोड़ते रहें।
- इस स्थिति को पुनः दोहराएं
पार्श्वकोणासन
पार्श्व का मलतब बगल होता है। यह योग करते समय शरीर पार्श्व की मुद्रा बनाता है, इसलिए यह पार्श्वकोणासन कहलाता है। इसे नियमित रूप से करने से कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। और पेट की चर्बी कम हो जाती है।
कैसे करें :
- पहले आप सीधे खड़े हो जाएं और फिर दोनों पैरों के बीच करीब तीन से चार फुट की दूरी बना लें। इसके बाद दाएं पैर को 90 डिग्री के कोण में धुमाएं।
- फिर गहरी सांस भरते हुए बाहों को शरीर से दूर फैलाकर कंधे की सीध में ले आए, अब सांस छोड़ते हुए दाएं घुटने को 90 डिग्री के कोण तक मोड़ते हुए दाईं और झुकेंगे।
- अब दाएं हाथ को दाएं पैर के पीछे जमीन पर रखने का प्रयास करें। अगर हाथ को जमीन पर रखने में परेशानी हो, तो जमीन को उंगलियों से छूने का प्रयास करें।
- यथासंभव इसी स्थिति में रहे और फिर सांस लेते हुए सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
- इसके बाद बाईं तरफ भी इसी प्रक्रिया को दोहराएं।
पादहस्तासन
अगर इस योगासन को आप ठीक तरह से करें, तो वजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
कैसे करें :
- योग मैट पर पैरों को आपस में जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं और हाथों को भी सीधा रखें।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और दोनों हथेलियों को पैरों के पास जमीन के साथ सटाने की कोशिश करें।
- इस अवस्था में सांस को रोककर रखें। ध्यान रहे कि कमर से नीचे का हिस्सा मुड़ना नहीं चाहिए।
- कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें और फिर सांस लेते हुए ऊपर उठें और हाथों को ऊपर ले जाते हुए पीछे झुकने का प्रयास करें।
- इसके बाद फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। करीब तीन से चार बार ऐसा करें।
अर्धचक्रासन
पेट कम करने के योगासन की श्रेणी में यह भी खड़े होकर किया जाने वाला योग है। संस्कृत में अर्ध का मतलब होता है आधा और चक्र का मतलब पहिये से होता है। यह आसन करते हुए शरीर की मुद्रा आधे पहिये जैसी नजर आती है, इसलिए यह अर्धचक्रासन कहलाता है।
कैसे करें :
- पैरों को आपस में सटाकर सीधे खड़े हो जाएं और हाथों को भी सीधा रखें।
-अब कोहिनयों को मोड़ते हुए हथेलियों को कमर के निचले हिस्से पर रख दें।
- फिर सांस लेते हुए जितना हो सके पीछे की तरफ झुकने का प्रयास करें।
- जब तक हो सके इसी अवस्था में रहें और सांस लेते व छोड़ते रहें।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं
- इस आसन को एक समय में करीब तीन से चार बार किया जा सकता है।
चाहे आप शारीरिक रूप से अस्वस्थ हों या मानसिक रूप से, योग हर समस्या का इलाज है। किसी ने सही कहा है कि योग सभी से होगा और हर रोग का इलाज योग से ही होगा। साथ ही यह भी ध्यान में रखें कि योग भी तभी असर करता है, जब आप पूरे विश्वास के साथ उसे करते हैं। इसलिए, किसी अच्छे प्रशिक्षक की देखरेख में नियमित रूप से योग करें। खुद भी स्वस्थ रहें और अन्य को भी योग करने के लिए प्रेरित करें।
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