लाइफ स्टाइल

गाड़ी तेज़ चलाने से पहले ख़ुद से यह 4 सवाल ज़रूर पूछ लें

Kajal Dubey
29 April 2023 1:03 PM GMT
गाड़ी तेज़ चलाने से पहले ख़ुद से यह 4 सवाल ज़रूर पूछ लें
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हम उस पीढ़ी से आते हैं, बचपन में जिनके माता-पिता को उनसे बड़ी उम्मीदें रहा करती थीं. वे अपने सपने हमारे माध्यम से साकार करना चाहते थे. पर आज बतौर पैरेंट बच्चों से हमारी उम्मीदें कम हो गई हैं. हम चाहते हैं वे वह बनें, जो वे ख़ुद चाहते हैं. अपने लिए वे सपने ख़ुद देखें. हां, हमारी पीढ़ी के सभी पैरेंट्स की बस एक इच्छा है कि हमारे बच्चे सुरक्षित रहें. जिस तरह से आज के युवा ड्राइव करते हैं, उसे देखते हुए हर पैरेंट का चिंतित होना स्वाभाविक है. अगर आप भी किसी टीनएजर के पैरेंट हैं या बड़े भाई-बहन हैं तो यह लेख उन्हें ज़रूर पढ़ाएं. अगर वे पढ़ना न चाहें तो आप पढ़कर उन्हें ज़रूर बताएं.
अक्सर युवाओं में तेज़ गाड़ी चलाने का एक जुनून होता है. वे लोगों को बता देना चाहते हैं कि वे कितनी तेज़ गाड़ी चला सकते हैं और उनमें कितनी हिम्मत है या उनकी ही भाषा में कहूं तो उनमें कितना जिगरा है. वह बेशक़ तेज़ गाड़ी चलाएं लेकिन अपनी गाड़ी की रफ़्तार बढ़ाने से पहले उन्हें ख़ुद से कुछ सवाल ज़रूर कर लेना चाहिए. यदि उनका जवाब सकारात्मक आए तो फिर वह अपनी स्पीड को ज़रूर बढ़ा लें
1. सबसे पहला सवाल, वह ख़ुद से यह पूछें कि क्या उन्हें तेज़ गाड़ी चलाने की वाक़ई ज़रूरत है?
जैसे कि उन्हें कहीं पर बहुत जल्दी पहुंचना है वरना बहुत बड़ा आर्थिक नुक़सान हो सकता है या किसी की ज़िंदगी जा सकती है या उनके जल्दी जाने से किसी की जान बचाई जा सकती है. यदि ऐसा है तो तेज़ गाड़ी चलाने में हर्ज नहीं.
2. दूसरा सवाल, तेज़ गाड़ी चलाने वाले ख़ुद से यह पूछे कि क्या उनका समय बेहद कीमती है?
जैसे कि क्या वे प्रति घंटा लाखों रुपए कमा रहे होते हैं या उनके समय पर मंज़िल पर न पहुंचने पर क्या बहुत सारा काम रुक जाएगा या उन्हें बहुत सारा घाटा हो जाएगा? अक्सर देखा तो यह जाता है कि युवा घर पर फ्री बैठे होते हैं और अपनी बाइक निकालते हैं, उसे दौड़ाते हैं, फिर अपने दोस्त के यहां पहुंच कर गप्पे लड़ाते हैं, वहां से लौटकर उसी तेज़ रफ़्तार में लौटकर घर पर आते हैं, घर पर आकर लेट जाते हैं या फिर टीवी या मोबाइल देखने लगते हैं. जब उनके पास इतना सारा व़क्त होता ही है तो फिर इतनी तेज़ गाड़ी भगाने की उन्हें क्या आवश्यकता है?
3. तीसरा सवाल, क्या आप श्योर हैं कि आपका ऐक्सिडेंट नहीं होगा?
तेज़ बाइक चलाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप पूर्ण तरीक़े से सुरक्षित हैं और आपको यह भी पूरा यक़ीन है कि आपका एक्सिडेंट नहीं होगा और आपकी जान और आप के अंग पूरी तरीक़े से सुरक्षित हैं, मंज़िल तक आपको सुरक्षित पहुंचने का पूरा यक़ीन है. यदि 100% यक़ीन है तो फिर दौड़ाएं अपनी सवारी को.
4. चौथा सवाल, क्या आपको ख़ाली सड़क मिलनेवाली है?
हवाओं से बातें करने से पहले आप यह भी सुनिश्चित करें कि आपको रोड पर ट्रैफ़िक इतनी तेज़ गति से गाड़ी चलाने में मदद करेगा. कोई आपकी गति में व्यवधान नहीं डालेगा. सारे के सारे वाहन चालक आपको सुरक्षित कॉरिडोर या जगह उपलब्ध करा देंगे... कि एक महान राइडर आ रहे हैं जिन्हें सुरक्षित रास्ता देना उनका कर्तव्य है. यदि आपको लगता है कि रोड का ट्रैफ़िक आपके नियंत्रण में नहीं है और यह वास्तविकता है कि ट्रैफ़िक किसी के नियंत्रण में नहीं होता. हम रोड पर सुरक्षित दूसरे वाहन चालकों के रहमो करम पर ही होते हैं. यदि तेज़ वाहन चलाने पर आपके सामने कोई अन्य वाहन आ जाता है या वह ग़लती से आप से टकरा जाता है तो आपका क्या हाल होगा यह सोच कर गति को बढ़ाएं. यदि आप जो भी परिणाम हो उसे भुगतने की स्थिति में उसे आराम से भुगतने की स्थिति में हैं तो फिर अपनी गति बढ़ा दीजिए.
यदि उपरोक्त सवालों के संतुष्टिदायक जवाब आपको मिल जाए तो आप तेज़ गाड़ी चलाएं और न मिले तो फिर मेरी यही सलाह है कि आप उतनी ही गति से गाड़ी चलाएं जो आपको सुरक्षित मंजिल पर पहुंचा दे. हमारे गाड़ी ड्राइव करने के तरीक़े से हमारा व्यवहार और मानसिक स्थिति का भी पता चलता है अगर हम ग़ैरज़िम्मेदाराना गाड़ी चलाते हैं तो हम असल जीवन में भी ग़ैरज़िम्मेदार व्यक्ति ही हैं. मेरी सलाह है कि आप सुरक्षित गाड़ी चलाएं यदि आपको कभी-कभी तेज़ गाड़ी चलाने की ज़रूरत भी आन पड़े तो भी उतनी ही तेज़ चलाएं जिसको आप नियंत्रण में रख सकें और उससे आपकी और अन्य की ज़िंदगी किसी जोखिम में न आए.
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