लाइफ स्टाइल

अगर बच्चो को गुदगुदी करते हो तो हो जाए सावधान, बच्चे को हो सकती है साइड इफ़ेक्ट

Neha Dani
13 July 2023 12:27 PM GMT
अगर बच्चो को गुदगुदी करते हो तो हो जाए सावधान, बच्चे को हो सकती है साइड इफ़ेक्ट
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लाइफस्टाइल: एक नवजात शिशु जो ठीक से बोल भी नहीं सकता, वह आपको नहीं बता पाता की उसे गुदगुदी पसंद है या नहीं। ऐसा करने से उसे तकलीफ होती है और आपको लगता है कि आपका बच्चा खुश होकर को हंसाने के लिए करते हैं गुदगुदी तो हो जाएं सावधान, ये होते हैं साइड इफेक्ट्स आपने अक्सर कुछ पेरेंट्स को अपने बच्चों को हंसाने के लिए गुदगुदी करते हुए देखा होगा। हो सकता है आपने भी कभी ऐसा किया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा करके आप अनजाने में ही अपने बच्चे को तकलीफ पहुंचा रहे होते हैं। जी हां, यह बात सच है, कई पेरेंट्स को यब बात जानकर हैरानी हो सकती है कि 4 महीने का बच्चा हंसता नहीं है। उस समय तक उसे हंसी की कोई सेंसेशन तक महसूस नहीं होती है। कोई भी शिशु 6 महीने में हंसना शुरू करता है। ऐसे में जब उसे गुदगुदी करते हैं तो एक नवजात शिशु जो ठीक से बोल भी नहीं सकता, वह आपको नहीं बता पाता की उसे गुदगुदी पसंद है या नहीं। ऐसा करने से उसे तकलीफ होती है और आपको लगता है कि आपका बच्चा खुश होकर हंस रहा है। गुदगुदी शरीर में फील होने वाली एक सनसनी होती है, जो शरीर के किसी भी खास अंग को छूने से हो सकती है। आम तौर पर गुदगुदी दो तरह की होती है। पहली, नाइस्मिसिस अच्छा महसूस कराने वाली, जो हंसी से जु्ड़ी नहीं होती है और दूसरी गार्गलेसिस तेज महसूस होने वाली, जिसमें गुदगुदी वाले क्षेत्र जैसे बगल, हथेली, तलवा आदि पर एक तेज दबाव दिया जाता है, जिस वजह से गुदगुदी होती है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के एक शोध में इस बात को कहा गया है कि शिशु को गुदगुदी करने से उसे दर्द का अनुभव हो सकता है। पहले भी कई ऐसी घटनाएं देखी जा चुकी हैं जिसमें गुदगुदी की वजह से कई लोगों की मृत्यु तक हो गई है। बता दें, हल्की फुल्की गुदगुदी नुकसानदायक नहीं होती है। लेकिन लंबे समय तक की जाने वाली तेज गुदगुदी शिशु के लिए दर्द का कारण बन सकती है।
छोटे बच्चे अपनी बातों को बोलकर दूसरों को नहीं समझा सकते हैं। ऐसे में गुदगुदी से होने वाली परेशानी या असुविधा के बारे में भी वो बड़ों को नहीं बता पाते। जिसकी वजह से कई बार शिशु चिड़चिड़े होकर रोने भी लग जाते हैं। लंबे समय तक बच्चे को गुदगुदी करने से उसे हिचकी आने लगती है। जिसकी वजह से बच्चे को असुविधा महसूस हो सकती है, जिसे बच्चा बोलकर व्यक्त नहीं कर सकता है। दरअसल, लंबे समय तक बच्चे को गुदगुदी करने से बच्‍चे को छाती और पेट में दर्द महसूस हो सकता है। गुदगुदी करने पर बच्‍चा छोटी सांसे लेने लगता है जिससे मुंह में हवा भर जाती है। इससे बच्‍चे को हिचकी आने लगती हैं। अगर आपको लगता है कि गुदगुदी बच्‍चे के लिए एक एक्‍सरसाइज है तो आप बिल्‍कुल गलत हैं। गुदगुदी के दौरान शिशु अपने अंगों को जोर से झटक सकता बच्चों को सुलाने से पहले उन्हें जरूर सुनाएं कहानी, मिलेंगे गजब के फायदे बच्चों को सुलाने से पहले उन्हें जरूर सुनाएं कहानी, मिलेंगे गजब के फायदे बच्चे को रोजाना सुलाने से पहले आप उन्हें एक कहानी जरूर सुनाएं। ऐसा करने पर बच्चे को कई तरह से फायदे मिल सकते हैं। आजकल हर कोई टेक्नॉलॉजी के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इन दिनों पैरेंट्स ऑफिस में बिजी रहते हैं, वहीं बच्चों का कुछ समय स्कूल में बीतता है तो वहीं बचे हुए समय में बच्चे मोबाइल या टीवी में लग रहते हैं। वहीं अगर आप अपने बचपन के दिनों को याद करें तो दादी-नानी से कहानी सुनने को लेकर बहुत चाव रहता था लेकिन अब कहानी की जगह मोबाइल व टीवी ने ले ली है। लेकिन क्या आप जानते हैं।
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