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रात को देर से सोने के नुकसान (raat ko late sone ke nuksan)
रात को देर से सोने के नुकसान, ज्यादा देर से सोने के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती है जिससे की कई सारी शारीरिक और मानसिक परेशानी हो सकती हैं। अगर आप ज्यादा देर से सोते हैं तो आपके दिल की सेहत पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए यह बेहद ज़रूरी है की आप समय पर ही सोयें साथ ही आपकी नींद अच्छे से पूरी हो।
कई बार नींद पूरी ना होने के कारण आपके नाखून बहुत ही रफ़ और जल्दी टूटने लगते है यह समस्या बेटाइम सोने से या फिर देरी से सोने के कारण हो सकते हैं।
देरी से सोने कारण आँखों के नीचे डार्क सर्कल हो जाते है। यह समस्या आज कल के युवाओं में बहुत सामान्य हो गयी है जिसका रात में देरी से सोने या नींद पूरी ना होने से सीधा सम्बन्ध है।
नींद पूरी न होने के कारण शरीर में एनर्जी लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है और आप पूरा दिन थका हुआ और आलसी सा महसूस करते हैं।
समय पर सोना और सही ढंग से सोना और नींद का पूरा होना अच्छे मानसिक और शारीरिक संतुलन के लिए बहुत ही आवश्यक है। जब तक आप अपनी नींद पूरी नहीं करेंगे तब तक आप तनाव और सिर दर्द जैसा महसूस करेंगे।
देर से सोने वाले लोगों की नींद कम हो जाती है जिसके परिणामस्वरूप ब्रेस्ट कैंसर और अन्य तरह के कैंसर होने का खतरा भी हो सकता है। कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स शरीर से फ़िल्टर नहीं हो पाते हैं, जिससे अन्य घातक बीमारियाँ भी पैदा हो सकती हैं।
अगर आप रात में देर से सोते हैं तो आपकी नींद पूरी न होने के कारण आपका दिमाग डिस्टर्ब रहेगा जिसकी वजह से आपको भूलने की बीमारी हो सकती है।
कम सोने के कारण ओबेसिटी यानि मोटापे की शिकायत बढ़ सकती है। जो लोग पाँच घंटे या उससे भी कम नींद लेते है उनमें डिप्रेशन के साथ साथ स्ट्रेस हार्मोन और कार्टिसोल हार्मोन भी बढ़ने लगता है जोकि तनाव का अनुभव कराता है ।
एक अध्ययन में ये पाया गया है की देर रात तक जागने वालों को मनोवैज्ञानिक रोग और श्वास संबंधी समस्या भी हो सकती है।
रात को देरी से सोने के कारण आपके बाल तेज़ी से सफ़ेद होने लगते हैं और धीरे-धीरे झड़ने शुरू हो जाते हैं।
नींद पूरी न हो पाने की वजह से दिमाग की सोचने और सीखने की क्षमता पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। यह ध्यान, सतर्कता, तर्क, एकाग्रता और समस्या को हल करने में बाधा डालता है। इससे कुशलता से सीखना कठिन हो जाता है।
रात के दौरान, विभिन्न नींद चक्र मन में यादों को समेकित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आप दिन के दौरान हुए किसी भी अनुभव को याद नहीं कर पायेंगे और आपकी याददाश्त कमजोर होती चली जाएगी।
रात को देर से सोने के कारण हुई नींद की कमी सेक्स की इच्छा को मारती है। नींद विशेषज्ञों का कहना है की नींद से वंचित पुरुष और महिलाएं सेक्स में कम रुचि लेते हैं।
सबसे आम नींद विकार, अनिद्रा, अवसाद की सबसे मजबूत कड़ी है। एक अध्ययन में पाया गया है कि अनिद्रा से ग्रस्त 5,000 लोगों में अवसाद के विकास की सम्भावना करीब 2.5 गुना अधिक थी। अनिद्रा हमेशा अवसाद के पहले लक्षणों में से एक है।
जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपका शरीर तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को अधिक छोड़ता है। अधिक मात्रा में कोर्टिसोल त्वचा के कोलेजन को तोड़ सकता है जिससे आपकी त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कोलेजन (Collagen) हमारे शरीर में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला प्रोटीन है, जोकि ऊतकों और हड्डियों को साथ रखने का कार्य करता है। कोलेजन त्वचा की मृत कोशिकाएं को हटाने एवं नई कोशिकाओं को बनाने का काम करता है।
अध्ययन के अनुसार जो लोग रात में पाँच घंटे से भी कम सोते हैं उनमें मधुमेह का खतरा काफी बढ़ जाता है। नियमित रूप से ख़राब नींद आपको मधुमेह रोगी सहित अन्य गंभीर बिमारियों के जोखिम में डाल सकती है और यह आपकी जीवन प्रत्याशा को भी कम करता है। साफ कहा जाये तो आपकी जीवन काल को कम कर सकता है।
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