लाइफ स्टाइल

डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों में मदद करेगी बरबेरी, जानें इसके कई और भी फायदे

Ritisha Jaiswal
2 July 2022 1:39 PM GMT
डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों में मदद करेगी बरबेरी, जानें इसके कई और भी फायदे
x
बरबेरी के पेड़ पर लाल रंग की छोटी-छोटी बैरी लगती हैं और इनका प्रयोग काफी बीमारियों में दवाई के रूप में किया जाता है

बरबेरी के पेड़ पर लाल रंग की छोटी-छोटी बैरी लगती हैं और इनका प्रयोग काफी बीमारियों में दवाई के रूप में किया जाता है. इसमें बहुत सारे ऐसे कंपाउंड होते हैं जो डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, इंफेक्शन आदि को ट्रीट करने में मददगार हो सकते हैं. अच्छी बात यह है कि उनमें पौष्टिक तत्व भी काफी ज्यादा होते हैं और इस वजह से इससे मिलने वाले लाभों की संख्या भी काफी ज्यादा हो जाती है. इसमें बहुत सारे एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते है. यह फल दांतों की सेहत के लिए भी काफी ज्यादा अच्छा होता है और इससे डायरिया, मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसी समस्याओं को भी ठीक किया जा सकता है. आइए जानते हैं बरबेरी के कुछ लाभों के बारे में.

बरबेरी के लाभ
– हेल्थ लाइन के मुताबिक हाई ब्लड शुगर लेवल के मरीजों के लिए भी ये फायदेमंद है. यह ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक मानी जाती है. यह सेल्स के इंसुलिन हार्मोन के प्रति रिस्पॉन्स को रेगुलेट करने में मदद करती है.
– यह डायरिया ठीक करने में भी सहायक होती है. इसका सेवन करने से इंफेक्शन और डायरिया के कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है.
– यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में सहायक होती है और साथ ही मेटाबॉलिक सिंड्रोम से भी बचाव करती है जिससे दिल की सेहत में सुधार देखने को मिलता है और दिल की बिमारियों का रिस्क भी कम होता है.
-इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो दांतों की सेहत के लिए लाभदायक होते है और दांतों से इंफ्लेमेशन को ठीक करने में भी सहायक होते हैं.
-इसमें बहुत सारे एंटी-कैंसर प्रभाव भी होते हैं जो कैंसर का रिस्क काफी कम कर सकते हैं.
-यह सेल्स को ऑक्सीडेटिव डेमेज से बचाने में भी मदद करते हैं.
-यह पौधा स्किन के लिए भी बहुत लाभदायक होता है क्योंकि इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण स्किन से -एक्ने और पिंपल की संभावना को खत्म करते हैं.
-इसके फल को इमली जैसा माना जाता है.
-यह थोड़ा-थोड़ा खट्टा और चटपटा स्वाद का होता है. इसे कच्चे रूप से भी खाया जा सकता है और जैम आदि में शामिल करके भी खाया जा सकता है.


Next Story