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लाइफ स्टाइल
Ayurvedic Herb: नसों में जान डाल देगी ये पहाड़ी जड़ी-बूटी, जानें कई फायदे
Deepa Sahu
27 Aug 2021 9:33 AM GMT
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क्या इससे पहले आपने कभी जिंबू के बारे में सुना है।
क्या इससे पहले आपने कभी जिंबू के बारे में सुना है। अगर नहीं, तो आज हम आपका परिचय जिंबू से कराते हैं। जिंबू प्याज के परिवार से जुड़ी एक दुर्लभ जड़ी-बूटी है, जो उत्तराखंड में बड़ी मशहूर है। परंपरागत रूप से इसका इस्तेमाल खाना पकाने में उपयोग किए जाने वाले मसाले के रूप में होता है। किसी भी व्यंजन का स्वाद बढ़ाने और उसमें तड़का लगाने के लिए यह सबसे अच्छा एजेंट है
One8 Commune के कॉरपोरेट शेफ और आरएंडडी एग्जीक्यूटिव शेफ पवन बिष्ट के अनुसार, यह उत्तराखंड का एक ऐसा छिपा हुआ रत्न है, जो अब तक दुनिया के सामने नहीं आया है। यही वजह है कि अब भी ज्यादातर लोगों ने इसका नाम तक नहीं सुना है। ये खाने का स्वाद तो बढ़ाता ही है, साथ ही औषधीय गुण होने के कारण कई रोगों को दूर करने में भी मदद करता है।
यह स्वाद में कैसा होता है
शेफ पवन बिष्ट की पोस्ट के अनुसार, यह अद्भुत जड़ी बूटी प्याज के परिवार से है और इसका स्वाद प्याज और चीव्स जैसा है। यह एक बाराहमासी जड़ी-बूटी है जिसमें गुलाबी फूल और पत्ते होते हैं। किसी भी व्यंजन में इसे डाला जाए, तो उसका स्वाद दोगुना हो जाता है।
उत्तराखंड के लोग नमक, मिर्च और हल्दी के साथ भूनकर एक सूखा मसाला तैयार करते हैं, जिसे रोटी या चावल के साथ खाया जाता है। शेफ पवन के अनुसार, इसकी गंध इतनी तेज होती है कि किलोमीटर दूर रहने वाला व्यक्ति भी जंबू के तड़के को आसानी से सूंघ सकता है। (Image: Instagram/farmshop_ktm)
मौसमी जड़ी बूटी है जिंबू
जिंबू एक मौसमी जड़ी-बूटी है, जिसकी कटाई अपै्रल से सिंतबर के बीच होती है। इसे एकसाथ खाना पकाने में उपयोग के लिए एकत्रित कर सुखाया और संग्रहित करके रखा जाता है। भारतीय जड़ी-बूटियों को लेकर बढ़ती चिंता के साथ इस दुलर्भ जड़ी-बूटी का कारोबार अब सीमा पार किया जा रहा है। उत्तराखंड में तो इसका कारोबर हो ही रहा है, लेकिन नेपाल और तिब्बत के कुछ हिस्सों में भी इसे उगाया और इस्तेमाल किया जाने लगा है। (Image: Instagram/pawanbisht1)
इसे खाने में मिलाते ही स्वाद बदल जाता है
इस प्राकृतिक जड़ी-बूटी का उपयोग मुख्य रूप से करी, सूप, अचार में होता है। यहां तक की मांस बनाते समय स्वाद बढ़ाने के लिए मसाले के तौर पर इसे डाला जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस जड़ी-बूटी का उपयोग नेपाल और उत्तराखंड में कुकिंग और मेडिसिन पर्पज से बड़े पैमाने पर किया जाता रहा है।
2010 में प्रकाशित हुए एक अध्ययन के अनुसार, घी में तले हुए सूखे जिंबू के डंठल व्यंजन का स्वाद दोगुना बढ़ा देते हैं। अध्ययन से यह भी पता चला है कि नेपाल में इसे उड़द की दाल के साथ इस्तेमाल किए जाने का खूब चलन है। जिंबू ग्लूटामेट सामग्री में समृद्ध है। बता दें कि ग्लूटामेट एक अमीनो एसिड है, जिसे खाने में मिलाया जाए, तो काफी हद तक व्यंजन का स्वाद बदल जाता है।
डायबिटीज दूर करे-
इसके सेवन से लाइफस्टाइल डिसीज जैसे ह्दय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचना काफी आसान हो जाता है। बेशक आप इनके लिए दवा ले रहे हों, लेकिन इस एक जड़ी बूटी का सेवन आपकी सभी बीमारियों का इलाज करने में कारगार है।
पीरियड्स की समस्या का इलाज करे-
पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होती हैं। ऐसे में यह अद्भुत जड़ी-बूटी मासिक धर्म की परेशानी को कम करने में सहायक है। यह पेट के विकार में इलाज में मदद करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद -
जिंबू रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में भी मददगार है और स्वस्थ त्वचा के लिए इसके लाभ देखने को मिलते हैं।
जिंबू एक दुर्लभ जड़ी-बूटी है। अगर आप इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं , तो आपको यह ऑनलाइन मिल जाएगी। सबसे अच्छी बात है कि इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है। खाने में स्वाद और बीमारियों को दूर करने के लिए यह बहुत अच्छी है।
बैक्टीरिया के विकास को रोके -
इसमें विटामिन सी की मौजूदगी शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करती है। इस दुलर्भ जड़ी-बूटी का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
शेफ ने बताई इसकी ढेर सारी खूबियां
सर्दी-खांसी से निजात दिलाए-
इसमें मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा इसमें सर्दी, फ्लू, खांसी, पेट दर्द और गले की खराश को ठीक करने के बेहतरीन गुण हैं।
प्रसव को बनाए आसान-
डिलीवरी से पहले अगर महिला को यह जड़ी-बूटी खिला दी जाए, तो प्रसव आसानी से हो जाता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी इसका सेवन अच्छा और सुरक्षित माना गया है।
बुखार ठीक करे -
अगर आपको आए दिन बुखार रहता है, तो जिंबू का सेवन करना चाहिए। इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों जैसे फ्लू और बुखार को ठीक करने में सदियों से किया जा रहा है।
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