लाइफ स्टाइल

सावधान! फिर सामने आया प्लास्टिक खिलौनो का खतरा, बच्चों के लिए खरीदने से पहले नोट करें ये बातें

Kajal Dubey
6 Sep 2022 10:53 AM GMT
सावधान! फिर सामने आया प्लास्टिक खिलौनो का खतरा, बच्चों के लिए खरीदने से पहले नोट करें ये बातें
x
प्लास्टिक का उपयोग न केवल प्रकृति के लिए बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बहुत हानिकारक हो सकता है। खासतौर से जब इसके उपयोग से छोटे बच्चों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी हो जाए। क्या आप जानते हैं कि कई विशेषज्ञों द्वारा इस बात की चेतावनी दी गई है कि प्लास्टिक से बनी गुड़िया, मूर्तियां और लेगो जैसे अन्य खिलौने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा करते हैं।
प्लास्टिक का उपयोग न केवल प्रकृति के लिए बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बहुत हानिकारक हो सकता है। खासतौर से जब इसके उपयोग से छोटे बच्चों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी हो जाए। क्या आप जानते हैं कि कई विशेषज्ञों द्वारा इस बात की चेतावनी दी गई है कि प्लास्टिक से बनी गुड़िया, मूर्तियां और लेगो जैसे अन्य खिलौने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा करते हैं।
एक अध्ययन में पाया गया है कि प्लास्टिक से बने अधिकांश खिलौने कई तरह के जहरीले रसायनों से मिलकर बने होते हैं। यही नहीं इन रसायनों का स्तर इतनी खतरनाक मात्रा में होता है कि इससे आपके बच्चे का विकास रुक सकता है। भविष्य में कैंसर और बांझपन जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है। स्वीडन में कुछ शोधकर्ताओं के समूह ने लगभग 150 से अधिक नए एवं पुराने खिलौनों में दो प्रकार के हानिकारक पर्दाथों को देखा है।
जहरीले रसायनों के उपयोग की कानूनी सीमा पार
रिसर्च में पता चला है कि लगभग दस में तीन नए खिलौनों में जहरीले रसायनों की मात्रा कानूनी सीमाओं को पार करती नजर आई हैं। साथ ही करीब 80 प्रतिशत पुराने खिलौने ऐसे थे जिन्होंने यूरोपीय संघ और यूके द्वारा तय की गई कानूनी सीमा का उल्लंघन किया है। जिसका अर्थ है कि शरीर को इस तरह के रसायनों को तोड़कर बाहर निकालने में सालों लग सकते हैं। साथ ही ये बात भी सामने आई है कि कैसे ये विषाक्त पदार्थ कार्बन उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
इन गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है
यूनिवर्सिटी ऑफ गोथेनबर्ग के कुछ विशेषज्ञों द्वारा लगभग 157 अलग अलग प्रकार के खिलौनों का परीक्षण किया गया। जिसमें बॉल, गुड़िया, मूर्तियाँ, ड्रेस अप आइटम्स आदि शामिल थे। ये टेस्ट फेथलेट्स या क्लोरीनयुक्त पैराफिन जैसे पदार्थों के लिए किया गया था।
ये वो रसायन हैं जिनका इस्तेमाल प्लास्टिक को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए किया जाता है जिसे प्लास्टिसाइजर के रूप में भी जाना जाता है। इसके उपयोग से खिलौने गैर ज्वलनशील तो बनते हैं, मगर ये मनुष्यों के लिए किसी जहर से कम हानिकारक नहीं माना जाता है।
शरीर में फेथलेट्स जाने से आपको अस्थमा, ब्रेस्ट कैंसर, मोटापा, डायबिटीज, कम आईक्यू, विकास में बाधा और प्रजनन संबंधी गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। माना जाता है कि एक बार ये जहरीले रसायन जब हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, उसके बाद ये डीएनए को बाधित कर देते हैं जो कैंसर का कारण बन सकता है।



न्यूज़ क्रेडिट :timesnowhindi.
Next Story