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किस उम्र से ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल शुरू करना सही रहता है?

Kajal Dubey
16 May 2023 12:19 PM GMT
किस उम्र से ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल शुरू करना सही रहता है?
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पहले के मुक़ाबले अब महिलाओं की ज़िंदगी काफ़ी व्यस्त हो चुकी है. महिलाएं घरों से निकलकर बाहर काम कर रही हैं और ज़ाहिर-सी बात है काम के साथ-साथ तनाव भी होता है. अधिक मेहनत और तनाव की वजह से आप वक़्त से पहले ही उम्रदराज़ नज़र आने लगती हैं. हालांकि इसके पीछे और भी वजहें होती हैं, जैसे-सही खानपान ना होना, अधिक समय तक धूप में रहना, अधिक तनाव या स्मोकिंग की आदत आदि. बावजूद इसके यदि आप अपनी त्वचा का ख़्याल रखें तो आप चेहरे की झुर्रियों और वक़्त से पहले उम्रदराज़ दिखने से बच सकती हैं. इसके लिए कुछ कारगर घरेलू नुस्ख़ों के साथ-साथ बाज़ार में मौजूद ब्यूटी केयर प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं. लेकिन इन प्रॉडक्ट्स को लेकर अक्सर ही कई सवाल आपके मन में उठते होंगे. आज उन्हीं में से सबसे बड़े सवाल कि ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल किस उम्र से शुरू करना चा‌हिए?, का जवाब हम यहां आपको देंगे.
सही उम्र में ही मिलेंगे सही नतीजे
सबसे पहले आपको ऐंटी एजिंग क्रीम इस्तेमाल करने के लिए सही वक़्त की जानकारी होनी चाहिए. यदि आप ऐंटी एजिंग क्रीम का इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो बेहतर होगा कि आप 25 वर्ष की उम्र के बाद ऐंटी एजिंग प्रॉडक्ट्स उपयोग करना शुरू कर दें. इससे आप वक़्त से पहले दिखने वाले बुढ़ापे के संकेतों से कोसों दूर रहेंगी. चेहरे की झुर्रियां, झाइयां, दाग़-धब्बे, गालों के ऊपर कालापन, आंखों के नीचे व माथे पर फ़ाइन लाइन्स... आदि को वक़्त से पहले ही कंट्रोल कर सकती हैं. इन प्रॉडक्ट्स के उपयोग से अपनी असल उम्र और दिखने में आप 10 वर्ष तक का अंतर पा सकती हैं, बशर्ते इसका सही वक़्त पर इस्तेमाल किया जाए.
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल किस उम्र से करें? अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स की ज़रूरत तो उम्रदराज़ महिलाओं को होती है और इसलिए वे 30-40 की उम्र के बाद ही इसके बारे में सोचना शुरू करती हैं. लेकिन एक्स्पर्ट्स की मानें, तो ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल 25 वर्ष की उम्र से किया जाना चाहिए. इस उम्र के बाद ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करने से त्वचा के टीशूज़ को ज़रूरी प्रोटीन और विटामिन मिलते हैं, जिससे स्किन का ग्लो बना रहता है.
प्रॉडक्ट लेते वक़्त इन इन्ग्रीडिएंट्स को लेबल में तलाशें
एक अच्छे ऐंटी-एजिंग प्रॉडक्ट में मुख्य रूप से कुछ इन्ग्रीडिएंट्स होने चाहिए, जो आपकी एजिंग की गति को धीमा करने में सहायक हैं. हाइल्यूरॉनिक एसिड, विटामिन सी, रेटिनॉल और हाइड्रॉक्सी एसिड्स आदि इन्ग्रीडिएंट्स हमारी त्वचा में कसावट लाने, उसे बेदाग़ बनाने में मदद करते हैं. यह इन्ग्रीडिएंट्स आपकी ऊपरी और अंदरूनी दोनों सतहों पर काम करते हैं, त्वचा को साफ़ रखते हैं साथ ही नई कोशिकाओं को बनाने में मदद करते हैं. ख़ासकर हाइड्रोक्सी एसिड्स त्वचा की ऊपरी सतह के लिए उपयोगी है. यह त्वचा का रूखापन और मृत कोशिकाओं को हटाता है. वहीं विटामिन सी रोज़मर्रा के सनबर्न व तनाव आदि से होने वाले नुक़सान से त्वचा को बचाता है.
रेटिनॉल एक विटामिन ए है. इसका काम है सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा को पहुंचे नुक़सान को दुरुस्त करना और झुर्रियों को कम करके त्वचा में कोलेजन के प्रोडक्शन को कम करना. वहीं हाइल्यूरॉनिक एसिड हमारी त्वचा को नर्म और लचीला बनाए रखने में मददगार है. एक्स्पर्ट्स के मुताबिक़ इन इन्ग्रीडिएंट्स को इस्तेमाल करने वाली महिलाएं लंबे समय तक युवा नज़र आती हैं.
ऐंटी एजिंग प्रॉडक्ट्स के इस्तेमाल के वक़्त रखें ये सावधानियां
ऐंटी एजिंग हो या कोई भी सामान्य प्रॉडक्ट, यदि उसे रात में इस्तेमाल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, तो उसका इस्तेमाल रात को ही करें, क्योंकि दिन की रौशनी में ये प्रभावहीन हो जाते हैं. अगर आप 25 वर्ष से कम उम्र में ही ऐंटी एजिंग क्रीम का इस्तेमाल कर रही हैं, तो यह आपकी त्वचा के लिए नुक़सानदायक हो सकता है. हो सकता है आपकी त्वचा का ग्लो मंद पड़ने लगे और तरह-तरह की त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ने लगे. एक्स्पर्ट्स के मुताबिक़ आपको 25 वर्ष के बाद ही ऐंटी एजिंग स्किन केयर के बारे में सोचना शुरू करना चाहिए.
एक्स्पर्ट: ग़ज़ल अलाघ, को-फ़ाउंडर, मामाअर्थ
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